PUSHKARINI POND
पुष्करिणी कुंड, लुंबिनी
पुष्करिणी कुंड (Pushkarini Pond) नेपाल के लुंबिनी में स्थित एक पवित्र जलाशय है, जो बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल का अभिन्न अंग है। यह वही स्थान है जहाँ महारानी माया देवी ने भगवान बुद्ध के जन्म से पहले स्नान किया था और जन्म के पश्चात् उन्होंने बालक सिद्धार्थ (बुद्ध) को भी स्नान कराया था। इस धार्मिक मान्यता के कारण यह कुंड बौद्ध अनुयायियों के लिए अत्यंत श्रद्धा का केंद्र है।
पुष्करिणी कुंड माया देवी मंदिर के ठीक सामने स्थित है और यह पूरे लुंबिनी क्षेत्र की आध्यात्मिकता को गहराई प्रदान करता है। कुंड को पत्थरों से सुंदरता से सजाया गया है, और इसका आकार आयताकार है। कुंड के चारों ओर सीढ़ियाँ बनी हुई हैं, जहाँ श्रद्धालु बैठकर ध्यान करते हैं, प्रार्थना करते हैं और शांति का अनुभव करते हैं।
यह कुंड केवल एक धार्मिक जलाशय नहीं, बल्कि लुंबिनी के ऐतिहासिक महत्व का भी गवाह है। यह स्थल बौद्ध धर्म के उन पवित्र स्थानों में से एक है, जहाँ श्रद्धालु आत्मशुद्धि और ध्यान के लिए आते हैं। यहाँ का शांत वातावरण, कमल के फूल, और आसपास की हरियाली मन को शांति प्रदान करती है।
पुष्करिणी कुंड के पास ही कई अन्य महत्वपूर्ण स्थल हैं, जैसे अशोक स्तंभ, माया देवी मंदिर और भगवान बुद्ध का जन्मस्थल। इन सबके केंद्र में यह जलकुंड स्थित है, जो लुंबिनी की धार्मिकता और सांस्कृतिक विरासत को और भी समृद्ध बनाता है।
पुष्करिणी कुंड श्रद्धा, इतिहास और शांति का संगम है। यहाँ आकर व्यक्ति केवल तीर्थयात्रा नहीं करता, बल्कि आत्मिक शुद्धता और शांतिपूर्ण अनुभव की ओर एक कदम बढ़ाता है।
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