GREEN LINE DELHI METRO
ग्रीन लाइन दिल्ली मेट्रो
दिल्ली मेट्रो की ग्रीन लाइन राजधानी के पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कॉरिडोर है। इस लाइन का उद्घाटन 3 अप्रैल 2010 को किया गया था। इसकी कुल लंबाई लगभग 29 किलोमीटर है और इसमें कुल 23 स्टेशन हैं। यह लाइन किराड़ी, नांगलोई, मुंडका, बहादुरगढ़ जैसे इलाकों को दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से जोड़ती है। ग्रीन लाइन मुख्य रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लोगों को तेज़ और आरामदायक सफर का साधन उपलब्ध कराती है।
ग्रीन लाइन का शुरुआती बिंदु इंदरलोक और कीर्ति नगर है, जो ब्लू और रेड लाइन से जुड़े हुए हैं। इसके बाद यह नांगलोई, टिकरी बॉर्डर से होते हुए हरियाणा के बहादुरगढ़ तक जाती है। इस लाइन का विस्तार 2018 में बहादुरगढ़ तक किया गया था, जिससे दिल्ली और हरियाणा के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी और मजबूत हो गई।
इस लाइन पर डीएमआरसी ने अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई हैं। सभी स्टेशनों पर एस्केलेटर, लिफ्ट, सीसीटीवी कैमरे और यात्री सूचना प्रणाली मौजूद हैं। यह लाइन दिल्ली मेट्रो की पहली ऐसी लाइन है जिसमें ब्रॉड गेज ट्रैक का इस्तेमाल किया गया था। साथ ही, यहाँ मेट्रो कोच में यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर बैठने और खड़े होने की व्यवस्था है।
ग्रीन लाइन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसने पश्चिमी दिल्ली और हरियाणा के लाखों लोगों को केंद्रीय दिल्ली और अन्य इलाकों से सीधा जोड़ा है। पहले इन क्षेत्रों से रोज़ाना सफर करने वाले यात्रियों को बसों और ट्रैफिक जाम की वजह से बहुत कठिनाई होती थी। अब मेट्रो ने यह सफर तेज़, सुरक्षित और किफायती बना दिया है।
कुल मिलाकर, ग्रीन लाइन न केवल एक यातायात सुविधा है, बल्कि यह दिल्ली और आसपास के इलाकों के विकास की दिशा में एक अहम कदम भी है। यह लाइन दिल्ली मेट्रो की बढ़ती लोकप्रियता और राजधानी को आधुनिक परिवहन से जोड़ने की मिशाल है।
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