YELLOW LINE DELHI METRO
येलो लाइन, दिल्ली मेट्रो
येलो लाइन दिल्ली मेट्रो की सबसे महत्वपूर्ण और व्यस्त लाइनों में से एक है। यह लाइन दिल्ली मेट्रो की दूसरी स्थापित लाइन है, जिसका संचालन 2004 में शुरू हुआ। येलो लाइन दिल्ली को उत्तर से दक्षिण तक जोड़ती है और इसके जरिए लाखों लोग रोज़ाना सफर करते हैं।
येलो लाइन का मार्ग समयपुर बादली (उत्तर दिल्ली) से शुरू होकर हरियाणा के गुरुग्राम के हुडा सिटी सेंटर तक जाता है। इसकी कुल लंबाई लगभग 49 किलोमीटर है और इसमें 37 स्टेशन आते हैं। यह लाइन दिल्ली विश्वविद्यालय (नॉर्थ कैंपस), कश्मीरी गेट, राजीव चौक, साकेत, कुतुब मीनार और अंत में गुरुग्राम जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ती है।
यात्रियों की संख्या की दृष्टि से यह सबसे व्यस्त मेट्रो लाइनों में से है। इसका कारण यह है कि यह लाइन दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों, कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने वाले लोगों और रोज़ाना ऑफिस जाने वाले यात्रियों के लिए मुख्य साधन है। कश्मीरी गेट, राजीव चौक और सेंट्रल सचिवालय जैसे बड़े इंटरचेंज स्टेशन इसी लाइन पर स्थित हैं।
येलो लाइन का निर्माण भूमिगत और एलिवेटेड दोनों ही ढाँचों में किया गया है। कश्मीरी गेट से केंद्रीय सचिवालय तक का अधिकांश हिस्सा भूमिगत है, जबकि दिल्ली हाट, हौज़ खास और गुरुग्राम की ओर जाते हुए कई स्टेशन एलिवेटेड हैं। इससे यात्रियों को तेज़, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलता है।
येलो लाइन न केवल दिल्ली को जोड़ती है, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के गुरुग्राम जैसे प्रमुख शहर तक पहुँचने का आसान साधन भी प्रदान करती है। इसने ट्रैफिक जाम को कम करने, समय की बचत करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भी बड़ी भूमिका निभाई है।
इस प्रकार, येलो लाइन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की जीवनरेखा कही जा सकती है, जो दिल्ली और उसके आसपास के लाखों लोगों की दैनिक यात्रा का अभिन्न हिस्सा है।
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