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Showing posts from September, 2015

SRI MOHAN BHAGWAT

श्री मोहन भागवत ------------------- श्री मोहन भागवत भारत की सांस्कृतिक और हिंदुत्ववादी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख है जिन्हें संघ में सर संघ चालक कहा जाता है .इनका जन्म 11 सितम्बर 1950 को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में हुआ है .ये मराठी ब्राह्मण है .इनके पिता जी का नाम मधुकर राव भगवत है .श्री भागवत वर्ष 2009 में आर एस एस के सर संघ चालक बने ...इन्होने दलितों और पिछडो के नौकरियों में वर्तमान आरक्षण नीति पर पुनर्विचार की बात कहकर भाजपा को धर्म संकट में डाल दिया ...भाजपा ने तत्काल इनके बयान से अपने आप को अलग कर लिया है .

VITAMIN NAMA

विटामिन नामा ========= =विटामिन ए -----रेटिनॉल =विटामिन बी 1 --थायमिन =विटामिन बी 2 --राइबोफ्लैबिन =विटामिन बी 3 --निकोटिनिक =विटामिन बी5  --पैंटोथिनिक =विटामिन बी 6 -पायरोडोक्सिन =विटामिन बी12 -सायनोकोबाल एमिन =विटामिन सी -एस्कोर्बिक एसिड =विटामिन डी --केल्सीफेरोल =विटामिन इ --टोकोफेरोल =विटामिन के --नैप्थोक्विनोंन

LORD AUKLAND

लार्ड ऑकलैंड ========= भारत के इस ब्रिटिश गवर्नर जनरल ने कलकाता से दिल्ली तक ग्रान्ड ट्रंक रोड का पुनारुधर करवाया ...यह सन 1836 से 1842 तक गवर्नर जनरल रहा ....

SIR CHARLES METCOFF

सर चार्ल्स मेटकॉफ ============ यह भारत में सन 1835 से 1836 तक ब्रिटिश गवर्नर जनरल रहा .इसे प्रेस पर से प्रतिबन्ध हटाने के लिए जाना जाता है ...इसे प्रेस का मुक्तिदाता भी कहा जाता है .

VAISHALI EXPRESS

वैशाली एक्सप्रेस =========== यह ट्रेन बिहार के बरौनी से न्यू देल्ही तक जाती है .यह ट्रेन स्पीड और पुन्क्टुँलिटी के मामले में बहुत ही बेहतर है .प्रतिदिन चलने वाली यह ट्रेन एक तरफ़ा यात्रा में कुल 1187 किलो मीटर दुरी तय करती है ..यह बरौनी स्टेशन से प्रातः 9 बजकर 30 मिनट पर खुलकर अगले दिन दिल्ली प्रातः 6 बजकर 30 मिनट पर पहुचती है .उसी प्रकार नयी दिल्ली से शाम के 7 बजकर 50 मिनट पर चलकर बरौनी अगले दिन 5 बजकर 15 मिनट पर पहुंचती है ..इसका स्टॉपेज निम्न है -----बरौनी ,दलसिंग सराय ,समस्तीपुर ,मुजफ्फरपुर ,हाजीपुर ,सोनपुर ,छपरा ,सिवान ,देवरिया ,गोरखपुर ,खलीलाबाद ,बस्ती ,गोंडा ,बाराबंकी ,लखनऊ ,कानपुर ,इटावा ,टूंडला ,अलीगढ ,गाजिआबाद ,नयी दिल्ली ...अप में ट्रेन का नंबर है --12553 और डाउन में नंबर है 12554..

COW MILK AND LEMON JUICE FOR PILES

बबासीर के इलाज के लिए गाय का दूध ------यूँ तो बबासीर को ला इलाज माना जाता है क्यूंकि इसके जितने भी इलाज है वो मरीज के खान पान को सादा करने और रखने का है ..इसका कोई स्थाई इलाज नहीं है ....पर अलग अलग टोटका से भी लोग इलाज करते पाए जाते है ...इन टोटका इलाजों में सबसे सटीक इलाज है ...सवेरे एक गिलास गाय का ताजा (बिना गर्म किये हुए ) दूध में इसप्रकार और इतना जल्दी निम्बू का रस डाले कि दूध मरीज के पेट में जाने के बाद ही फटे ....यह खुनी बबासीर के लिए रामबाण है ...यदि किसी फायदा नहीं करेगा तो नुकसान भी नहीं करेगा ...लगातार एक महिना सेवन करने से लगभग  ठीक हो जाता है बबासीर ....