यह एक प्राचीन शिव मंदिर है जो भारत मे स्थापित 12 ज्योतिर्लिंगों मे से एक है।यह नासिक जिला के ब्रह्मगिरी,नीलगिरी और कालगिरी पहाडियों के बीच स्थित है।यहाके के ज्योतिरोलिंग मे ब्रह्मा ,विष्णु और भगवान शिव तीनो विराजमान है।शिव को इस मंदिर मेरे त्रिबंक के रूप मे पूजा जाता है।मंदिर के कुशावर्त कुंड से गोदावरी नदी का उद्गम होता है ।इस मंदिर को अठारहवी सदी मे बालाजी बाजीराव उर्फ नाना साहब द्वारा बनवाया गया था।यहाँ 12 साल पर कुंभ मेला लगता है।