दही -चुडा(DAHI-CHUDA)
दही -चुडा
----------
----------
हर साल 14 जनवरी को भारत में मकर सक्रांति मनाया जाता है .हालाँकि वर्ष 2016 में मकर सक्रांति 15 तारीख को मनाया जा रहा है .परंपरा के अनुसार इस दिन नदियों और सरोवरों में स्नान करने की है .इस दिन खासतौर पर बिहार में दही चुडा खाने की परंपरा है .पूरे बिहार में इस दिन दही ,चुडा,तिलकुट ,भूरा ,आलू दम इत्यादि सुबह में खाया जाता है .इस दिन के लिए बिहार में परिवारों /नजदीकियों /मित्रों आदि के यहाँ दही चुडा ,तिलकुट आदि को भेजने की परंपरा है .लोग इस दिन के लिए पहले से ही दूध दही का इन्तेजाम करने लगते है .तिलकुट इस दिन खाया जाने वाला महत्वपूर्ण मिष्टान है .तिलकुट को चीनी या गुड के कड़े चासनी में कूटकर बनाया जाता है जिसकी इसके नाम से जहिर है .वैसे तिलकुट पुरे बिहार में बनाया जाता है लेकिन सबसे ज्यादा प्रसिद्ध तिलकुट 'गया' का माना जाता है .उसी प्रकार बिहार शरीफ(बिहार के नालंदा जिला का मुख्यालय ) का भूरा प्रसिद्ध है .चुडा वासमती का या कतरनी का खाया जाता है .मकर सक्रांति में दही चुडा खाना बिहार को एक अलग पहचान प्रदान करता है .
मकर सक्रांति के दिन शाम को खिचड़ी खाने की परंपरा है .इस दिन खिचड़ी भारत के अन्य हिस्सों में भी खाया जाता है ..खिचड़ी के बारे में कहावत है कि खिचड़ी के चार यार --घी ,पापड़ .दही और अचार .खिचड़ी भी दो प्रकार से बनाया जाता है ..एक हर प्रकार के दाल और वासमती चावल से बनाया जाता है ..दूसरा दाल के साथ खिचड़ी में मटर ,टमाटर ,फूलगोभी ,पातगोभी ,धनिया पत्ता ,गाजर इत्यादि डाल कार बनाया जाता है .बिहार में बहुत लोग खिचड़ी के साथ शाही चोखा भी खाते है .शाही चोखा आलू को उबाल कर ,छिलका उतार लिया जाता है और आलू को सरसों तेल में गोभी ,मटर ,हरा धनिया ,हरा मिर्च ,प्याज ,लहसुन ,अदरख आदि के साथ फ्राइड करके बनाया जाता है .
Comments
Post a Comment