GUJARATI ALPHABETS AND SYMBOLS
The Gujarati script, used for writing the Gujarati language, consists of 47 characters, including vowels, consonants, and some additional symbols. Here are the basic Gujarati alphabet characters: **Vowels:** 1. અ (a) 2. આ (aa) 3. ઇ (i) 4. ઈ (ii) 5. ઉ (u) 6. ઊ (uu) 7. ઋ (ṛ) 8. ૠ (ṝ) 9. ૡ (ḷi) 10. એ (e) 11. ઐ (ai) 12. ઓ (o) 13. ઔ (au) **Consonants:** 1. ક (ka) 2. ખ (kha) 3. ગ (ga) 4. ઘ (gha) 5. ઙ (ṅa) 6. ચ (cha) 7. છ (chha) 8. જ (ja) 9. ઝ (jha) 10. ઞ (ña) 11. ટ (ṭa) 12. ઠ (ṭha) 13. ડ (ḍa) 14. ઢ (ḍha) 15. ણ (ṇa) 16. ત (ta) 17. થ (tha) 18. દ (da) 19. ધ (dha) 20. ન (na) 21. પ (pa) 22. ફ (pha) 23. બ (ba) 24. ભ (bha) 25. મ (ma) 26. ય (ya) 27. ર (ra) 28. લ (la) 29. વ (va) 30. શ (śa) 31. ષ (ṣa) 32. સ (sa) 33. હ (ha) 34. ળ (ḷa) 35. ક્ષ (kṣa) 36. જ્ઞ (dnya) **Additional Symbols:** 1. ં (anusvara) 2. ઃ (visarga) 3. ઁ (candra bindu) 4. ૦ (0) 5. ૧ (1) 6. ૨ (2) 7. ૩ (3) 8. ૪ (4) 9. ૫ (5) 10. ૬ (6) 11. ૭ (7) 12. ૮ (8) 13. ૯ (9) These characters can be combined to form syllables and words in the G...
ब्रह्म कुण्ड, राजगीर
ReplyDeleteब्रह्म कुण्ड भारत के बिहार राज्य में स्थित राजगीर नगर का एक प्रसिद्ध और पवित्र स्थान है। यह स्थल धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्त्वपूर्ण माना जाता है। ब्रह्म कुण्ड एक गर्म जलस्रोत (गर्म पानी का कुंड) है, जिसके बारे में मान्यता है कि इसका संबंध स्वयं ब्रह्मा जी से है। कहते हैं कि ब्रह्मा जी ने यहां स्नान किया था, इसी कारण इसे "ब्रह्म कुण्ड" कहा जाता है।
राजगीर हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक तीर्थस्थान रहा है। ब्रह्म कुण्ड यहाँ का प्रमुख आकर्षण है, जहाँ प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। यहाँ का जल प्राकृतिक रूप से गर्म रहता है, जिसमें कई प्रकार के खनिज तत्व पाए जाते हैं, जैसे गंधक (सल्फर)। यह पानी त्वचा रोगों और अन्य शारीरिक बीमारियों के इलाज के लिए लाभकारी माना जाता है।
ब्रह्म कुण्ड के आसपास अनेक मंदिर हैं, जैसे लक्ष्मण मंदिर, सूर्य मंदिर और दुर्गा मंदिर। यहाँ धार्मिक मेले भी आयोजित होते हैं, विशेषकर मकर संक्रांति के अवसर पर। लोग दूर-दूर से आकर इस पवित्र जल में स्नान करते हैं और पुण्य लाभ अर्जित करते हैं।
ब्रह्म कुण्ड के पास सुंदर प्राकृतिक दृश्य और पहाड़ियाँ भी देखने को मिलती हैं। राजगीर का वातावरण शांत, आध्यात्मिक और सौंदर्यपूर्ण होता है, जो मन को शांति और सुकून प्रदान करता है।
अतः ब्रह्म कुण्ड केवल एक जलकुंड नहीं, बल्कि आस्था, उपचार और प्रकृति का संगम है। यह स्थान न केवल धार्मिक महत्त्व रखता है, बल्कि इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पक्ष भी इसे विशेष बनाता है। राजगीर की यात्रा ब्रह्म कुण्ड के बिना अधूरी मानी जाती है।