KATHIAWADI FOOD
काठियावाड़ी भोजन: एक पारंपरिक स्वाद की पहचान
भारत के विभिन्न राज्यों की तरह गुजरात का काठियावाड़ी भोजन भी अपनी विशिष्टता और तीखे स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। काठियावाड़, जो गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है, अपनी अनोखी भोजन शैली और पारंपरिक व्यंजनों के लिए जाना जाता है। यहाँ का भोजन शाकाहारी होता है और इसमें मसालों का भरपूर उपयोग किया जाता है, जिससे यह तीखा और चटपटा बनता है।
काठियावाड़ी भोजन की विशेषताएँ
काठियावाड़ी भोजन की सबसे बड़ी खासियत इसकी सादगी और स्वास्थ्यवर्धक तत्व हैं। यहाँ के व्यंजन मुख्य रूप से बाजरा, गेहूं, चना, मूंग और अन्य अनाजों से बनाए जाते हैं। अधिकतर व्यंजन बिना ज्यादा तामझाम के तैयार किए जाते हैं लेकिन फिर भी इनका स्वाद लाजवाब होता है।
प्रसिद्ध काठियावाड़ी व्यंजन
- बाजरे की रोटी और रिंगण भरता – यह काठियावाड़ी भोजन का प्रमुख हिस्सा है। रिंगण भरता (बैंगन का भरता) को सरसों, लहसुन और हरी मिर्च के साथ मसालेदार तरीके से पकाया जाता है और इसे बाजरे की रोटी के साथ परोसा जाता है।
- सेव टमाटर की सब्जी – यह टमाटर और बेसन के सेव से बनी एक तीखी और चटपटी सब्जी है, जिसे गर्म फुल्कों या पराठों के साथ खाया जाता है।
- लस्सनिया बाटका (लहसुनिया आलू) – यह एक मसालेदार आलू की सब्जी होती है जिसमें लहसुन, लाल मिर्च और अन्य मसालों का भरपूर उपयोग किया जाता है।
- खिचड़ी और कढ़ी – काठियावाड़ी भोजन में मूंग दाल और चावल से बनी खिचड़ी को खास पसंद किया जाता है। इसे बेसन और दही से बनी तीखी कढ़ी के साथ परोसा जाता है।
- छास और गुड़ – काठियावाड़ी भोजन के बाद छाछ पीना अनिवार्य माना जाता है, जो पाचन में सहायक होती है। भोजन के साथ गुड़ भी खाया जाता है, जिससे स्वाद संतुलित रहता है।
- Methi Thepla – यह मेथी के पत्तों और मसालों से बना पराठा होता है, जिसे दही या अचार के साथ खाया जाता है।
निष्कर्ष
काठियावाड़ी भोजन सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद होता है। इसके व्यंजन सरल, पौष्टिक और अत्यधिक स्वादिष्ट होते हैं। अगर आप मसालेदार और पारंपरिक भारतीय खाने के शौकीन हैं, तो काठियावाड़ी भोजन जरूर आजमाएं।
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