NAVROZE is a Parsi festival.It marks the beginning of Parsi new Year.People clean and decorate their houses with flowers.They visit FIRE TEMPLE.At night they have dinner feast.
Baisakhi is celebrated in Punjab every year on 13th April .It marks the arrival of the harvest season.People perform their traditional dance--''Bhangara''
खीर को ''पायस '' भी कहा जाता है।खीर शब्द 'क्षीर ' से बना है।भारत भर मेन तरह तरह के खीर बनाई जाती है--जैसे चावल की खीर ,लौकी की खीर ,कद्दू की खीर ,मखाने की खीर ,पोहे की खीर ,सेंवई की खीर ,साबूदाने की खीर ,पनीर की खीर ,बेसिल फिरनी खीर ,आम की खीर और गन्ने के रस मे बनी खीर ।भारत के हर राज्य की अपनी अलग क़िस्म की खीर है।खीर भारत के प्राचीनतम व्यंजनों मेन से एक है।
एडवर्ड नीनो हरनाडिज--इनको वर्ष 2010 मे गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड की ओर से दुनिया के sabs छोटे आदमी से नवाज़ा गया है।2010 मेन नीनो का उम्र 24 वर्ष था वज़न मात्र दस किलोग्राम ।वह एक छोटे से बच्चे जैसे दिखते है।इनका क़द सताइस इंच है।
विश्व मेन एक मात्र नेपाल देश का झंडा ऐसा है जिसका आकार चतुर्भुजीय नहीं है।ध्वज के दो त्रिकोण हिमालय पर्वत तथा हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के प्रतीक है।एक त्रिकोण मेन चंद्रमा बना हुआ हाई जो नेपाली लोगों के शांत स्वभाव को बतलाता है।दूसरे त्रिकोण मेन सूरज का चित्र है जो उनकी बहादुरी का प्रतीक है।
यह क़िला दिल्ली मे यमुना नदी के किनारे बना हुआ हाई जिसे मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने बनवाया था ।इसे बनवाने मे दस साल लग गए थे ।क़िला बनने पर चीन से रेशम और तुर्की से मख़मल लाकर इसकी सजावट की गयी ।इसके पाँच मुख्य दरवाज़े है जिसमें से केवल दो ही लोगों के लिए खुले हुए है--एक 'लाहौर गेट' और दूसरा दिल्ली गेट ।लाहौर गेट के अंदर जाते ही चट्टा चौक है जिसे मीना बाज़ार कहते है।चट्टा चौक के बाद नौबतखाना आता हाई जहाँ संगीतकारों की महफ़िल सजती थी ।इस दरवाज़े को पार करने पर एक खुला मैदान है जो ''दीवाने-ए-आम '' कहलता था ।यहाँ बादशाह आम लोगों की शिकायतों को सुनता था । दीवाने -ए-ख़ास मे बादशाह के बैठने के लिए एक सिंहासन था जो मोर के आकार का बना था ।उसमें कई बहुमूल्य रत्न जड़े थे जिनमें कोहिनूर हीरा भी एक था ।इसकी छत पर नक़्क़ाशी की हुई है।महल को ठंडा रखने के लिए किनारों पर संगमरमर के सरोवर बने हुए है।चूँकि यह क़िला लाल पत्थर से बना हुआ है।इसीलिए इसे लाल क़िला कहते है।
AGARTALA is situated on the bank ofthis river.It originates from the BOROMURA hills in central Tripura.It is called SAIDRA by the original inhabitants of the state.
The LOTUS TEMPLE located in Delhi ,is a Bahai House of Worship.The construction of this temple was completed in 1980 and was opened on 24 December 1986.FARIBORZ SAHBA was its architect.It is about 112 feet heigh and seating caacity is about 1300 persons.It is open for all faiths and religion.Interestingly,the construction of this lotus shape temple was doneby India's famous engineering company LARSEN &TOUBRO LTD.
यह जगह उत्तर प्रदेश के बलिया जिला मे गंगा नदी के किनारे स्थित एक तिराहा है जिसका एक रास्ता गंगा पर पुल के रास्ते बिहार के बक्सर शहर को जोड़ता है।भरौली से गंगा पार करने पर तीन किलोमीटर पर बक्सर शहर स्थित है।यहां पर गंगा उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमा का काम करती है।
श्री नीतीश कुमार के रेल मंत्री रहते हुए सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेनो को शुरू किया गया था।इस समय कुल 18 जोङी सम्पर्क क्रांति ट्रेनों का परिचालन विभिन्न राज्यों से दिल्ली के लिए हो रहा है।जब इस सेग्मेंट के ट्रेन को रेलवे द्वारा शुरू किया गया था तो मूल उद्देश्य ये था कि जिस राज्य अथवा क्षेत्र की यह ट्रेन होगी उस राज्य के कुछ मुख्य स्टेशन पर इसका वाणिज्यिक ठहराव होगा तथा दिल्ली के रास्ते मे पङने वाले अन्य राज्य के रेलवे स्टेशन पर बिना रूके सीधे दिल्ली कम से कम समय मे पहुँच सके।हलांकि बाद मे रेलवे ने दुसरे राज्य के स्टेशन पर के परिचालनिक ठहराव(जहा चालक ,गार्ड,इंजन आदि के बदलाव के लिए ट्रेन रूकते है।) को भी वाणिज्यिक ठहराव कर दिया।वर्तमान मे निम्न सम्पर्क ट्रेन का परिचालन हो रहा है। 1.Madhya Pradesh sampark KRANTI (From JABALPUR to Nizamuddin) 2.Kerala Sampark Kranti From KOCHUVELI to Chandigarh 3.West Bengal Sampark Kranti From Sealdah to Delhi 4.UTTAR PRADESH Sampark Kranti From Manikpur to Nizamuddin 5.ODISHA Sampark Kranti From Bhubaneshwar to Ananad Vihar 6.Andhra Prades...
यह अरूणाचल प्रदेश का पहला और एकमात्र रेलवे स्टेशन है।तीन प्लेटफॉर्म और पांच लाइन वाले इस स्टेशन का प्रारंभ 2014 मे किया गया था।यह स्टेशन राजधानी ईटानगर से 14 किमी दूर है।इस स्टेशन से तीन गाङियों का परिचालन होता है।यह स्टेशन पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के रंगिया डिवीजन का स्टेशन है।
भारतीय रेल अलग अलग स्टेशन से 29 जोङी गरीब रथ का परिचालन करती है।इस ट्रेन सेवा का प्रारंभ 2005 मे श्री लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुआ था।इसका मुख्य उद्देश्य कम किराए मे यात्रियो को वातानुकूलित यात्रा सुविधा उपलब्ध कराना था। अब रेलवे ने इसे बंद करने का फैसला किया है।29 सितंबर 2018 से चेन्नई हजरत निजामुद्दीन गरीब रथ को बंद कर इसकी शुरूआत की जायेगी।