Posts

Showing posts from November, 2024

SANSOJI TEMPLE TOKYO

Image
  सेंसोजी मंदिर सेंसोजी मंदिर जापान के टोक्यो शहर के असाकुसा क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन और प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर है। इसे असाकुसा कन्नन मंदिर भी कहा जाता है। यह टोक्यो का सबसे पुराना मंदिर है और इसकी स्थापना 645 ईस्वी में की गई थी। सेंसोजी मंदिर जापानी संस्कृति, इतिहास और वास्तुकला का एक प्रमुख प्रतीक है, और यह हर साल लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। इतिहास और पौराणिक कथा सेंसोजी मंदिर की स्थापना के पीछे एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि 628 ईस्वी में, हिनोकुमा नामक दो मछुआरे, हिनोकुमा हमानारी और हिनोकुमा ताकानारी, ने सुमीदा नदी में देवी कन्नन (करुणा की देवी) की एक मूर्ति पाई। उन्होंने इस मूर्ति को गांव के मुखिया हाजिनो नाकामोटो को दिखाया, जिन्होंने इसे भगवान का आशीर्वाद माना और वहां एक मंदिर बनवाया। यह मंदिर देवी कन्नन को समर्पित है और इसे श्रद्धा व आस्था का केंद्र माना जाता है। वास्तुकला और संरचना सेंसोजी मंदिर की वास्तुकला पारंपरिक जापानी शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। मुख्य प्रवेश द्वार, जिसे कामिनारिमोन (गर्जन द्वार) कहा जाता है, अपने विशाल लाल लालटेन क...

TOKYO SKYTREE

Image
 टोक्यो स्काईट्री टोक्यो स्काईट्री जापान की राजधानी टोक्यो में स्थित एक विश्व प्रसिद्ध संचार और अवलोकन टॉवर है। यह 634 मीटर की ऊंचाई के साथ दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा टॉवर और जापान का सबसे ऊंचा संरचना है। इसे आधिकारिक रूप से 22 मई 2012 को आम जनता के लिए खोला गया। टोक्यो स्काईट्री का निर्माण न केवल जापान के संचार नेटवर्क को उन्नत करने के लिए किया गया था, बल्कि यह देश की इंजीनियरिंग और वास्तुकला में उत्कृष्टता का प्रतीक भी है। डिजाइन और वास्तुकला इस टॉवर की डिज़ाइन पारंपरिक जापानी सौंदर्यशास्त्र और आधुनिक तकनीक का मिश्रण है। इसका मुख्य ढांचा एक त्रिकोणीय आधार से शुरू होता है, जो ऊपर की ओर बढ़ते हुए गोलाकार आकार ले लेता है। यह डिज़ाइन इसे भूकंप और तेज़ हवाओं से सुरक्षित रखने में मदद करता है, जो कि जापान जैसे भूकंप-प्रवण क्षेत्र के लिए आवश्यक है। टॉवर का रंग सफेद-नीला (नील-श्वेत) है, जो पारंपरिक जापानी कला और संस्कृति को दर्शाता है। इस संरचना में "टेमा डेकी" और "सोरा डेकी" नामक दो मुख्य अवलोकन डेक हैं, जहां से पूरे टोक्यो शहर और माउंट फूजी का मनमोहक दृश्य देखा जा सकता है...

RICH SOURCES OF VITAMIN B

 विटामिन बी के विभिन्न प्रकार (B1, B2, B3, B5, B6, B7, B9, और B12) होते हैं, और इनके लिए अलग-अलग खाद्य पदार्थों से पोषण प्राप्त किया जा सकता है। यहां पर कुछ प्रमुख स्रोत दिए गए हैं: 1. विटामिन बी1 (थायमिन): साबुत अनाज (गेहूं, जौ) चावल का भूसा मटर सूरजमुखी के बीज सोयाबीन 2. विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन): दूध और डेयरी उत्पाद (दही, पनीर) हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक) अंडा मशरूम 3. विटामिन बी3 (नियासिन): मूंगफली मछली (टूना, सालमन) चिकन साबुत अनाज 4. विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड): मशरूम एवोकाडो अंडा दालें 5. विटामिन बी6 (पायरीडॉक्सिन): केला आलू चिकन और मछली छोले 6. विटामिन बी7 (बायोटिन): अंडे की जर्दी सोयाबीन नट्स (बादाम, अखरोट) शकरकंद 7. विटामिन बी9 (फोलिक एसिड): हरी पत्तेदार सब्जियां (मेथी, पालक) संतरा ब्रोकली दालें 8. विटामिन बी12 (कोबालामिन): मांस (चिकन, मटन) अंडा मछली (सालमन, सारडीन) दूध और डेयरी उत्पाद अतिरिक्त जानकारी: अगर आप शाकाहारी हैं, तो विटामिन बी12 की कमी से बचने के लिए फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ (जैसे फोर्टिफाइड अनाज, सोया दूध) का सेवन करें 

RICH SOURCES OF VITAMIN A

 विटामिन A हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है, जो हमारी आंखों, त्वचा, और इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यहां 20 अच्छे स्रोत दिए गए हैं जो विटामिन A प्रदान करते हैं: पशु-आधारित स्रोत (प्राकृत विटामिन A) 1. लिवर (बीफ, चिकन, या पोर्क) - सबसे अच्छा विटामिन A का स्रोत। 2. कॉड लिवर ऑयल - विटामिन A और ओमेगा-3 से भरपूर। 3. अंडे की जर्दी - विटामिन A का अच्छा स्रोत। 4. मक्खन - प्राकृतिक रूप से विटामिन A प्रदान करता है। 5. पनीर (चेडर, स्विस) - विटामिन A से समृद्ध। 6. मछली (साल्मन, मैकेरल, ट्यूना) - विटामिन A और ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रदान करती है। 7. दूध और फोर्टिफाइड दूध उत्पाद - स्वाभाविक रूप से विटामिन A होता है और कई बार इसमें फोर्टिफिकेशन किया जाता है। 8. दही (फोर्टिफाइड) - विटामिन A का अच्छा और आसानी से उपलब्ध स्रोत। पौधे-आधारित स्रोत (बीटा-कैरोटीन) पौधों में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है, जिसे शरीर विटामिन A में बदलता है। 9. गाजर - बीटा-कैरोटीन का सबसे अच्छा स्रोत। 10. शकरकंद - खासकर छिलके सहित खाने पर विटामिन A से भरपूर। 11. कद्दू - विटामिन A और बीटा-कैरोटीन का भरपूर स्रोत। 12. प...

कद्दू खाने के फायदे

Image
 Kaddu, जिसे आमतौर पर कद्दू कहा जाता है, स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी सब्जी है। इसमें पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। कद्दू की सब्जी (तरी वाली या सूखी) खाने के 10 फायदे निम्नलिखित हैं: 1. पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है कद्दू में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन में मदद करता है और कब्ज से राहत दिलाता है। 2. दिल को स्वस्थ रखता है इसमें पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। 3. वजन घटाने में मददगार कद्दू में कैलोरी कम और पानी की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह वजन घटाने के लिए आदर्श भोजन है। 4. त्वचा के लिए फायदेमंद कद्दू में विटामिन ए, सी और ई होते हैं, जो त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाते हैं। 5. प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत करता है कद्दू में विटामिन ए और सी होने के कारण यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। 6. डायबिटीज को नियंत्रित करता है कद्दू में मौजूद प्राकृतिक शर्करा रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित करने में मदद करती है। 7. आंखों के लिए अच्छा इसमें बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता है, जो आ...

BUSINESS FAMILIES IN INDIA

 01.WADIA  02 . GODREJ  03.KIRLOSKAR  04 TATA 05,AMBANI 06.ADANI 07.BAJAJ 08.MUNJAL 09.SINGHANIA 10.JINDAL 11.BIRLA 12.KHETAN 13.HINDUJA 14.PIRAMAL 15.JAIPURIA 16.TVS 17.MURUGAPPA 18.BHARATIYA 19.MAHINDRA 20.BURMAN 21.RUIA

TAWANG ARUNACHAL PRADESH

DIRANG ARUNACHAL PRADESH

LUBRANG ARUNACHAL PRADESH

ROING ARUNACHAL PRADESH

KM 65 ARUNACHAL PRADESH

ANINI ARUNACHAL PRADESH

 ANINI-- A HIDDEN PARADISE OF ARUNACHAL PRADESH  अनिनी, अरुणाचल प्रदेश अनिनी भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी जिले का मुख्यालय है। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और हरे-भरे पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है। अनिनी समुद्र तल से लगभग 1,968 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो इसे एक ठंडी और सुखद जलवायु प्रदान करता है भूगोल और प्राकृतिक सौंदर्य अनिनी दिबांग घाटी के पहाड़ों और दिबांग नदी के समीप स्थित है। यह क्षेत्र घने जंगलों, नदियों और बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां का नजारा प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए अद्भुत है। संस्कृति और जनजातियां इस क्षेत्र में मुख्य रूप से इदु मिश्मी जनजाति निवास करती है। इदु मिश्मी लोग अपनी अनोखी परंपराओं, रीति-रिवाजों और रंगीन वस्त्रों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी भाषा, त्योहार और सांस्कृतिक विरासत इस क्षेत्र की पहचान है। पर्यटन स्थल मिश्मी पहाड़ियां: ट्रेकिंग और एडवेंचर के लिए यह जगह आदर्श है। दिबांग वन्यजीव अभयारण्य: यह अभयारण्य वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग है, जहां कई दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं। मिथुन उत्स...

MAYODIA PASS , ARUNACHAL PRADESH