KM 65 ARUNACHAL PRADESH
केएम 65 (KM 65) अरुणाचल प्रदेश में तवांग जिले के पास स्थित एक छोटा लेकिन ऐतिहासिक और प्राकृतिक रूप से समृद्ध स्थान है। यह स्थान मुख्य रूप से अपने सुरम्य परिदृश्य, शांत वातावरण और सैन्य महत्व के लिए जाना जाता है। केएम 65 भारत-चीन सीमा के निकट एक महत्वपूर्ण स्थान है और यह क्षेत्र भारतीय सेना के लिए भी रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
भौगोलिक स्थिति और सौंदर्य
केएम 65 चारों ओर से हिमालय की ऊंची-ऊंची चोटियों, बर्फीले इलाकों और हरियाली से घिरा हुआ है। यहाँ का ठंडा और शांत वातावरण इसे प्रकृति प्रेमियों और साहसिक यात्रियों के लिए आकर्षक बनाता है। सर्दियों में यह स्थान पूरी तरह बर्फ से ढक जाता है, जो इसे और भी खूबसूरत बना देता है।
सैन्य महत्व
केएम 65 एक सैन्य क्षेत्र है और भारतीय सेना के कई शिविर यहाँ पर स्थित हैं। यह स्थान भारत-चीन युद्ध (1962) के दौरान रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था और आज भी सीमा की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पर्यटन और संस्कृति
हालांकि यह स्थान पर्यटकों के लिए सीमित रूप से खुला है, लेकिन पास के इलाकों जैसे सेला पास, तवांग मठ, और शोंगा-त्सेर झील जैसे स्थान इसे देखने लायक बनाते हैं। यहाँ के स्थानीय लोग, जो मुख्य रूप से मोनपा जनजाति से संबंध रखते हैं, अपनी सरल जीवनशैली, रंगीन परिधानों और पारंपरिक त्योहारों के लिए जाने जाते हैं।
कैसे पहुँचें
केएम 65 तक पहुँचने के लिए तवांग या बोमडिला से सड़क मार्ग का उपयोग किया जा सकता है। यह स्थान मुख्यतः सीमित पहुंच के कारण विशेष अनुमति की मांग करता है।
केएम 65 न केवल प्रकृति और शांति का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय सेना के साहस और समर्पण का प्रतीक भी है।
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