SAMARKAND
समरकंद
समरकंद उज़्बेकिस्तान का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है, जिसे मध्य एशिया का गहना भी कहा जाता है। यह शहर प्राचीन रेशम मार्ग (Silk Road) का एक प्रमुख केंद्र था और इसकी स्थापना लगभग 2700 वर्ष पूर्व मानी जाती है। समरकंद की ऐतिहासिक और स्थापत्य विरासत ने इसे UNESCO की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल कराया है।
समरकंद को उसकी भव्य इस्लामी वास्तुकला, रंगीन मोज़ेक, नीले गुंबदों और ऊँचे मीनारों के लिए जाना जाता है। यहाँ स्थित रेगिस्तान स्क्वायर (Registan Square), तीन प्रमुख मदरसों (उलूग बेग, तिलया-करी, शेर-दोर) से घिरा हुआ है और यह शहर का सबसे प्रसिद्ध स्थल है। यह स्थान इस्लामी कला और स्थापत्य का अनुपम उदाहरण है।
समरकंद में स्थित उलूग बेग वेधशाला भी काफी प्रसिद्ध है। इसे 15वीं सदी में खगोलशास्त्री और राजा उलूग बेग ने बनवाया था। इसके अलावा शाही-ए-ज़िंदा, बिबी खानुम मस्जिद और गुर-ए-अमीर मकबरा जैसे स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
यह शहर न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी बहुत समृद्ध है। यहाँ उज़्बेक संस्कृति, हस्तशिल्प, पारंपरिक संगीत और व्यंजन गहराई से जुड़े हुए हैं। समरकंद का पलाव, नान, और ड्राय फ्रूट्स बहुत प्रसिद्ध हैं।
समरकंद आज आधुनिकता और परंपरा का अनूठा संगम है। यहाँ की ऐतिहासिक धरोहर, खूबसूरत इमारतें और समृद्ध संस्कृति इसे दुनिया भर के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बनाती हैं। यह शहर उज़्बेकिस्तान की आत्मा और गौरव का प्रतीक है।
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