TASHKENT UZBEKISTAN
ताशकंद
ताशकंद उज़्बेकिस्तान की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह देश का राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्र है। ताशकंद का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसे कभी सिल्क रूट (रेशम मार्ग) का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र माना जाता था। हालांकि 1966 में आए एक भूकंप ने पुराने ताशकंद को काफी नुकसान पहुँचाया, पर इसके बाद शहर को नए रूप में फिर से बसाया गया।
ताशकंद आज एक आधुनिक शहर है जिसमें चौड़ी सड़कें, भव्य इमारतें, हरियाली से भरपूर बगीचे और आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। यहाँ पर सोवियत संघ के समय की वास्तुकला और इस्लामी कला का सुंदर मेल देखने को मिलता है।
यहाँ का प्रमुख आकर्षण हस्त-इमाम परिसर (Hast-Imam Complex) है, जहाँ दुनिया की सबसे पुरानी कुरान की प्रति रखी गई है। इसके अलावा ताशकंद टॉवर, अमीर तैमूर स्क्वायर, इंडिपेंडेंस स्क्वायर, और ताशकंद मेट्रो भी दर्शनीय स्थल हैं।
ताशकंद एक प्रमुख शिक्षा और विज्ञान केंद्र भी है। यहाँ कई विश्वविद्यालय, संग्रहालय और पुस्तकालय हैं, जैसे कि नवरोज़ संग्रहालय, नेशनल हिस्ट्री म्यूज़ियम, और अलिशेर नवाई लाइब्रेरी।
भारत और उज़्बेकिस्तान के संबंधों में ताशकंद का विशेष स्थान है क्योंकि 1966 में भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच ताशकंद समझौता इसी शहर में हुआ था। इसी दौरान शास्त्री जी का आकस्मिक निधन भी यहीं हुआ।
ताशकंद अपनी शांति, सफाई, सुव्यवस्थित जीवनशैली और ऐतिहासिक महत्त्व के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह उज़्बेकिस्तान की आत्मा और विकास का प्रतीक है।
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