RARE EARTH ELEMENTS
रेयर अर्थ एलिमेंट्स (Rare Earth Elements)
रेयर अर्थ एलिमेंट्स (Rare Earth Elements), जिन्हें हिंदी में दुर्लभ पृथ्वी तत्व कहा जाता है, आवर्त सारणी के लैंथेनाइड समूह के तत्व होते हैं। इनमें कुल 17 तत्व शामिल होते हैं – 15 लैंथेनाइड्स (Lanthanides): लैंथेनम (La) से लेकर लुटेशियम (Lu) तक, और साथ ही स्कैंडियम (Sc) और इट्रियम (Y), जिन्हें इनके रासायनिक गुणों के आधार पर इसमें शामिल किया जाता है।
हालाँकि इन्हें "रेयर" (दुर्लभ) कहा जाता है, लेकिन ये तत्व वास्तव में पृथ्वी की परतों में पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इनका नाम इसलिए पड़ा क्योंकि ये बहुत कम सघनता में और अन्य खनिजों के साथ मिश्रित रूप में मिलते हैं, जिससे इनका शुद्धिकरण और निष्कर्षण कठिन होता है।
प्रमुख रेयर अर्थ तत्व:
- लैंथेनम (La)
- सेरियम (Ce)
- नियोडिमियम (Nd)
- प्रेसियोडिमियम (Pr)
- समेरियम (Sm)
- यूरोपियम (Eu)
- गडोलिनियम (Gd)
- डाइसप्रोसियम (Dy)
- टरबियम (Tb)
आदि।
उपयोग:
रेयर अर्थ तत्वों का उपयोग आधुनिक तकनीक में बहुत व्यापक रूप से होता है। ये मोबाइल फोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहनों, विंड टर्बाइनों, लेज़र, कैमरा लेंस, टेलीविज़न, स्पीकर, और यहां तक कि रक्षा उपकरणों जैसे मिसाइल और रडार में भी उपयोग किए जाते हैं।
विशेष रूप से नियोडिमियम और डाइसप्रोसियम का उपयोग शक्तिशाली चुंबक (Permanent Magnets) बनाने में किया जाता है, जो इलेक्ट्रिक मोटर्स और जनरेटर के लिए आवश्यक हैं।
वैश्विक परिप्रेक्ष्य:
रेयर अर्थ तत्वों के उत्पादन में चीन का दबदबा है। वह दुनिया के लगभग 80% से अधिक REE (Rare Earth Elements) का उत्पादन करता है। भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और रूस जैसे देश भी इन तत्वों के भंडार और उत्पादन पर ध्यान दे रहे हैं।
पर्यावरणीय प्रभाव:
इन तत्वों का निष्कर्षण पर्यावरण के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि इससे जल और मृदा प्रदूषण हो सकता है। इसलिए इनके सतत और पर्यावरण अनुकूल खनन तकनीकों की जरूरत बढ़ रही है।
निष्कर्ष:
रेयर अर्थ तत्व आधुनिक तकनीक की रीढ़ हैं। इनका रणनीतिक महत्व इतना अधिक है कि ये भविष्य की वैश्विक अर्थव्यवस्था और तकनीकी प्रतिस्पर्धा को भी प्रभावित कर सकते हैं।
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