IRIGC
IRIGC — भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग:
Indo‑Russian Inter‑Governmental Commission (IRIGC) भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखने व मजबूत करने वाला एक प्रमुख संस्थागत मंच है।
IRIGC वास्तव में दो प्रमुख शाखाओं में काम करता है:
- पहली शाखा — IRIGC‑TEC, जो व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग (Trade, Economic, Scientific, Technological and Cultural Cooperation) को देखती है।
- दूसरी शाखा — IRIGC‑M&MTC, जो सैन्य एवं सैन्य-तकनीकी सहयोग (Military and Military-Technical Cooperation) का संचालन करती है।
इस आयोग का पहला सत्र 13–14 सितंबर 1994 में हुआ था, और तब से यह नियमित रूप से बैठकें आयोजित करता रहा है। IRIGC-TEC के अंतर्गत कई वर्किंग ग्रुप्स काम करते हैं — जैसे: व्यापार व आर्थिक सहयोग, ऊर्जा, उद्योग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक व पर्यटन आदि।
IRIGC के माध्यम से भारत और रूस कई क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाते हैं — न सिर्फ व्यापार, निवेश और आर्थिक साझेदारी, बल्कि रक्षा, रक्षा-उद्योग, आधुनिक सैन्य तकनीक, साझा प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, ऊर्जा व संसाधन सहयोग आदि।
हाल ही में, 2025 में इस आयोग की सैन्य शाखा की बैठक में दोनों देशों ने विशेष रूप से ड्रोन, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (Electronic Warfare), Counter-UAS (बिना पायलट वाले हवाई जहाज़ों के खिलाफ), तथा लॉजिस्टिक क्षमता जैसे भविष्य-उन्मुख रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
संक्षेप में, IRIGC भारत और रूस के बीच स्थिर, संस्थागत और बहुआयामी साझेदारी का आधार है। चाहे वह आर्थिक सहयोग हो, रक्षा साझेदारी हो या तकनीकी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान — IRIGC उन सभी को नियमित रूप से मॉनिटर करता है और दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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