Su-57
Su-57
Su-57 रूस द्वारा विकसित एक अत्याधुनिक पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जिसे विशेष रूप से वायु श्रेष्ठता और बहुउद्देशीय युद्धक क्षमताओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यह विमान रूसी कंपनी सुखोई द्वारा डिज़ाइन किया गया है और इसे पहले T-50 या PAK FA कार्यक्रम के नाम से जाना जाता था। Su-57 का पहला उड़ान परीक्षण वर्ष 2010 में सफलतापूर्वक किया गया था, जिसके बाद यह धीरे-धीरे रूस की वायु सेना में शामिल होने लगा।
Su-57 की सबसे बड़ी विशेषता इसकी स्टील्थ तकनीक है, जिसके कारण यह रडार पर बहुत कम दिखाई देता है। इसका एयरोडायनामिक ढांचा और बॉडी डिज़ाइन इसे बेहद फुर्तीला बनाते हैं, जिससे यह हवा में तेजी से दिशा बदल सकता है और ऊँचाई पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकता है। इस विमान में अत्याधुनिक एवियोनिक्स सिस्टम, सेंसर, इंफ्रारेड डिटेक्शन तकनीक और नेटवर्क-सेंट्रिक युद्धक क्षमताएँ मौजूद हैं। यह विमान हवा से हवा, हवा से जमीन और हवा से समुद्र तक विभिन्न प्रकार के मिशन पूरे करने में सक्षम है।
Su-57 में दो शक्तिशाली इंजनों का उपयोग किया गया है, जो इसे सुपरसोनिक गति से उड़ान भरने की क्षमता देते हैं। इसके अलावा, इसमें आंतरिक हथियार कक्ष (Internal Weapon Bay) भी है, जिससे यह हथियारों को छिपाकर स्टील्थ क्षमता बनाए रखता है। यह लंबे रेंज वाली मिसाइलें, लेज़र-गाइडेड बम और उन्नत एयर-टू-एयर मिसाइलें ले जाने में सक्षम है।
रूस Su-57 को अपनी वायु सेना की रीढ़ बनाने के प्रयास में है, ताकि वह आधुनिक युद्ध की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना कर सके। कई विशेषज्ञ इसे अमेरिका के F-22 Raptor और F-35 विमानों के समकक्ष मानते हैं। उन्नत तकनीक, स्टील्थ क्षमता और बहुआयामी युद्धक सामर्थ्य की वजह से Su-57 आधुनिक युग के सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता है।
Comments
Post a Comment