ANJANA OM KASHYAP

 

अंजना ओम कश्यप भारत की एक प्रमुख पत्रकार और समाचार प्रस्तोता हैं, जो अपनी तीव्र विश्लेषणात्मक क्षमता और सटीक रिपोर्टिंग के लिए जानी जाती हैं। वर्तमान में, वे 'आज तक' समाचार चैनल की कार्यकारी संपादक के रूप में कार्यरत हैं।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:

अंजना का जन्म 12 जून 1975 को रांची, बिहार (वर्तमान में झारखंड) में हुआ था। उनके पिता, स्वर्गीय डॉ. ओम प्रकाश तिवारी, भारतीय सेना में एक अधिकारी थे। अंजना ने अपनी स्कूली शिक्षा रांची के लॉरेटो कॉन्वेंट स्कूल से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से वनस्पति विज्ञान में स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की। पत्रकारिता के प्रति अपने जुनून के चलते, उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता में डिप्लोमा किया।

करियर:

2003 में, अंजना ने दूरदर्शन के कार्यक्रम 'आंखों देखी' से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की। इसके पश्चात, उन्होंने 'जी न्यूज़' में पांच वर्षों तक सेवा दी, जहां उन्होंने अपनी विशिष्ट रिपोर्टिंग शैली से पहचान बनाई। 2007 में, वे 'न्यूज़ 24' से जुड़ीं और वहां 'दो टूक' जैसे बहुचर्चित बहस कार्यक्रम की मेजबानी की। बाद में, उन्होंने 'स्टार न्यूज़' में भी कार्य किया। वर्तमान में, अंजना 'आज तक' चैनल में 'हल्ला बोल' और 'राजतिलक' जैसे प्रमुख कार्यक्रमों की एंकरिंग करती हैं, जो दर्शकों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं।

निजी जीवन:

अंजना की शादी मंगेश कश्यप से हुई है, जो दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। मंगेश ने दिल्ली पुलिस में उपायुक्त और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में भी सेवाएं दी हैं। इस दंपति के दो बच्चे हैं।

विवाद और आलोचना:

अपने करियर के दौरान, अंजना कई विवादों में भी घिरी हैं। 2019 में, बिहार में इंसेफेलाइटिस प्रकोप की रिपोर्टिंग के दौरान, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के नवजात आईसीयू में प्रवेश करने और ऑन-ड्यूटी चिकित्सक से तीखे सवाल करने के लिए उनकी आलोचना हुई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस घटना के लिए उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज की।

पुरस्कार और सम्मान:

अंजना की उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें सर्वश्रेष्ठ एंकर के लिए 'आईटीए अवार्ड' प्रमुख है। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें भारतीय पत्रकारिता में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।

अंजना ओम कश्यप की कहानी न केवल उनकी पेशेवर सफलता की गाथा है, बल्कि यह दृढ़ संकल्प, समर्पण और निडरता की मिसाल भी है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।

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