DARBARI SETH
दर्बारी सेठ: एक दूरदर्शी उद्योगपति
दर्बारी सेठ भारत के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक थे, जिन्होंने टाटा समूह और अन्य औद्योगिक संस्थानों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे अपने प्रबंधन कौशल, उद्यमशीलता की भावना और नवाचार के लिए प्रसिद्ध थे।
उनका जन्म 1920 में हुआ था, और उन्होंने अपनी शिक्षा के बाद औद्योगिक क्षेत्र में कदम रखा। वे टाटा केमिकल्स के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से एक थे। उनकी दूरदर्शिता और कुशल नेतृत्व के कारण टाटा केमिकल्स को नई ऊंचाइयां मिलीं और यह देश की अग्रणी कंपनियों में शामिल हुई।
दर्बारी सेठ को "ग्रीन मैन" के रूप में भी जाना जाता था क्योंकि वे पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को लेकर प्रतिबद्ध थे। उन्होंने कई ऐसे कदम उठाए, जिनसे उद्योग और पर्यावरण के बीच संतुलन बना रहे। उनकी सोच यह थी कि औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी किया जाना चाहिए।
उनका योगदान सिर्फ उद्योग तक सीमित नहीं था, बल्कि समाज कल्याण में भी वे सक्रिय रहे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य किए। उनकी नेतृत्व क्षमता और निर्णय लेने की कुशलता ने उन्हें उद्योग जगत में एक अलग पहचान दिलाई।
1999 में उनका निधन हो गया, लेकिन उनकी विरासत आज भी जीवित है। उनकी प्रेरणादायक जीवन यात्रा युवा उद्यमियों और उद्योगपतियों के लिए मार्गदर्शक बनी हुई है। दर्बारी सेठ का जीवन संदेश देता है कि सच्ची सफलता केवल मुनाफे तक सीमित नहीं होती, बल्कि समाज और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी निभाने में भी होती है।
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