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Showing posts from 2024

MANANPUR

SAMPALAN PORT BALI

 सम्पालान पोर्ट, बाली का एक महत्वपूर्ण समुद्री पोर्ट है जो बाली की तटीय क्षेत्रों के लिए मुख्य रूप से संचालित होता है। यह एक प्रमुख पर्यटन केंद्र भी है जहां पर्यटकों को समुद्री यात्राएं और अन्य समुद्री गतिविधियों का अनुभव करने का मौका मिलता है। सम्पालान पोर्ट बाली की तटीय इकोनॉमी के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां समुद्री वाणिज्य, जलयान और पर्यटन संबंधित गतिविधियां होती हैं। यहां से नौकाओं के माध्यम से अन्य बाली के समुद्री क्षेत्रों के साथ संचार होता है, जो बाली की समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस समुद्री पोर्ट के करीब, पर्यटकों को समुद्री एवं वाणिज्यिक गतिविधियों का आनंद लेने का अवसर मिलता है। यहां पर आपको समुद्री खेलों, जलयान, डाइविंग, स्नोर्कलिंग, और अन्य सामुद्रिक गतिविधियों का आनंद लेने का मौका मिलता है। सम्पालान पोर्ट एक व्यावसायिक और पर्यटन केंद्र होने के साथ-साथ एक प्राकृतिक सौंदर्य स्थल भी है। यहां की खूबसूरत समुद्र तट, सामुद्रिक जीवन, और समुद्री वातावरण पर्यटकों को अपनी भव्यता और शांति का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं।

MANTA BAY INDONESIA

 मांता बे, इंडोनेशिया की एक रोमांचक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरी खूबसूरत खाड़ी है। यह खाड़ी इंडोनेशिया के लम्बे तटों पर स्थित है और अपनी शांतिपूर्ण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। मांता बे को पहचान मिलती है उसके गहरे नीले पानी, चमकीली हरियाली और भव्य उपकरणों से। इस क्षेत्र में बहुत सारे स्नोर्कलिंग और डाइविंग स्पॉट्स हैं जो पर्यटकों को अपने शानदार समुद्री जीवन का आनंद लेने का मौका देते हैं। यहां आपको विभिन्न प्रकार के कोरल, नेकटैइ, फिश, टर्टल्स और अन्य समुद्री जीवों का समृद्ध जीवन देखने को मिलेगा। मांता बे के चारों ओर की जगहों के माध्यम से, यहां की प्राकृतिक सौंदर्य और स्वादिष्ट समुद्री खाने का आनंद लेने का मौका मिलता है। पर्यटक यहां आकर महसूस कर सकते हैं कि वे समुद्र के किनारे की प्राकृतिक शांति और सुंदरता में समाहित हैं। मांता बे एक सुपरब स्थल है जहां पर्यटकों को शांतिपूर्ण माहौल, अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य और समुद्री जीवन का अनुभव करने का मौका मिलता है। इसे एक अनोखे प्रकार की प्राकृतिक धरोहर के रूप में देखा जाता है, जो प्राकृतिक विविधता और संरक्षण के माध्यम से अपनी महत्वपूर्

SD POINT INDONESIA

GAMATH BAY INDONESIA

MANTA RAY

 मांटा रे बाली का एक प्रमुख अतीव रोचक समुद्री जीव है। यह समुद्री जीव गहरे समुद्रों में पाया जाता है और इसकी खासियत विशाल आकार और ग्लाइडिंग स्टाइल में होती है। यह जीवन जाति सामुद्रिक उद्यानों के प्रमुख आकर्षण में से एक है जहाँ पर्यटक इसे देखने का आनंद लेते हैं। मांटा रे का आकार विशेष रूप से प्रभावशाली होता है। इसकी पंखों की फैलावट करीब 20 फीट तक होती है और इसकी पेटी का आकार उससे भी बड़ा होता है। इस जीव का रंग काला और स्वच्छ रंग का होता है जिससे इसकी पहचान किसी भी समुद्री जीवन के दृश्य में आसान हो जाती है। मांटा रे की सबसे खास बात उसकी ग्लाइडिंग शैली है। यह जीव गहरे पानी में अपनी बड़ी पंखों की सहायता से आसमान की तरफ ऊपर जाता है और यहाँ बड़ी स्थिति में रहता है। इसकी ग्लाइडिंग शैली देखकर लोग वास्तव में प्राकृतिक शैली में एक अद्वितीय समुद्री जीव का अनुभव करते हैं। बाली में मांटा रे को देखने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अगस्त होता है। इस समय पर सामुद्रिक उद्यानों में मांटा रे की दर्शनीय भीड़ होती है और पर्यटक इसे आसानी से देख सकते हैं। मांटा रे की प्राकृतिक खूबसूरती, अद्वितीय आकार, और ग्लाइडि

UBUD BALI INDONESIA

 उबुद बाली, इंडोनेशिया का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर, और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान बाली के मध्य भाग में स्थित है और इसे "बाली का दिल" भी कहा जाता है क्योंकि यह बाली की कला, संस्कृति, और धरोहर का महान उदाहरण है। उबुद का प्रमुख आकर्षण विश्वविख्यात गोआ गजाह, उबुद मॉन्की फॉरेस्ट, तीर्था एम्पुल, और योगा और ध्यान केंद्रों की विविधता में है। गोआ गजाह बाली का एक प्राचीन मंदिर है जिसमें आवास्यकता के शिलायुक्त देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं। उबुद मॉन्की फॉरेस्ट एक वन्यजीव अभयारण्य है जो कई प्रकार के वानरों के निवास स्थल के रूप में जाना जाता है। तीर्था एम्पुल बाली के महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है जहाँ पर्यटक धार्मिक अनुष्ठान और पूजा का आनंद लेते हैं। उबुद का वातावरण भी शांतिपूर्ण और प्राकृतिक है। यहाँ के प्राकृतिक दृश्य, चाय की खेतियाँ, और विश्वासघात वन इसे एक आध्यात्मिक अनुभव बनाते हैं। उबुद का खाना-पीना भी विशेष है। यहाँ पर्यटक बाली के विशेष व्यंजनों का आनंद लेते हैं जैसे कि बेबेक गुलिंग, अयम बेटुतु, और बेतुतु बाल

BROKEN BEACH INDONESIA

 ब्रोकन बीच इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह स्थल बाली के नुसा पेनिडा द्वीप के सुतरा स्थल के पास स्थित है और इसे ब्रोकन बीच के नाम से जाना जाता है क्योंकि यहाँ की खासियत है ब्रोकन रोकों की अनूठी और प्राकृतिक रूपरेखा। ब्रोकन बीच का नाम इस समुद्र तट के विशेष दृश्य के कारण है। यहाँ की ऊंची चट्टानें और समुद्र का नीला पानी ब्रोकन बीच को एक अद्वितीय और अनूठा रूप देते हैं। चट्टानों की आकृति ऐसी है कि लोगों को वास्तव में महसूस होता है कि यह चट्टानें कभी पहले प्राकृतिक रूप से टूटी हुई थीं। इस रूपरेखा के कारण यहाँ की खासियत भारतीय उपमहाद्वीप के गुहाओं जैसी होती है। ब्रोकन बीच पर सैर के दौरान, लोग समुद्र के नीचे के पानी में स्नान का आनंद लेते हैं और इस अद्वितीय समुद्र तट का दर्शन करते हैं। इस समुद्र तट के निकट बने समुद्री जीवन को भी देखने का अवसर मिलता है जो पर्यटकों को अपनी आकृति में चौंका देता है। ब्रोकन बीच को पहुँचने के लिए, पर्यटकों को सबसे पहले बाली के मुख्य नगर डेनपसार से फेरी या बोट का सहारा लेना होगा। इसके बाद, लैंडिंग स्थल पर स्थित टैक्सी या स्कूटर का इस्ते

BANJAR NYUH HARBOUR INDONESIA

DIAMOND BEACH BALI INDONESIA

 डायमंड बीच बाली, इंडोनेशिया के नुसा पेनिडा द्वीप में स्थित एक शानदार पर्यटन स्थल है। इसका नाम डायमंड बीच इसे मिलने वाले दृश्य के कारण मिला है, जो कि इसे ज्वेल्स की तरह चमकदार और प्रतिष्ठित बनाते हैं। यहाँ के समुद्र तट की खूबसूरती और प्राकृतिक आकर्षणों की विशेषता है। डायमंड बीच की प्रमुखता उसके अद्वितीय आकृति और चट्टानों के साथ बने दृश्यों में है। यहाँ की बारीक चट्टानें, सफेद रेत, और नीले पानी का संगम इसे बहुत ही आकर्षक बनाते हैं। डायमंड बीच के आसपास के पारदर्शी जलवायु और सुरम्य प्राकृतिक सौंदर्य ने इसे पर्यटकों का पसंदीदा स्थल बना दिया है। डायमंड बीच का समुद्री जीवन भी बेहद विविध है। यहाँ पर्यटक स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग का आनंद लेते हैं और समुद्र के नीचे के जीवन को खोजते हैं। समुद्री जीवन में जैव और जीवाणुओं की विविधता है जो पर्यटकों को अपनी खूबसूरती में मोहित करती है। डायमंड बीच के पास कई रेस्तरां और कैफे हैं जो स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों का आनंद देने के लिए जाने जाते हैं। यहाँ पर्यटक स्वादिष्ट सीफूड, समुद्री खाने, और बाली के विशेष व्यंजनों का आनंद लेते हैं जो इस समुद्र त

CRYSTAL BAY BEACH INDONESIA

 क्रिस्टल बे समुद्र तट, इंडोनेशिया के बाली द्वीप में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह बीच बाली के नुसा पेनिडा द्वीप के उत्तरी क्षेत्र में स्थित है और इसे क्रिस्टल बे समुद्र तट के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहाँ का पानी अत्यधिक पारदर्शी और साफ होता है, जिससे समुद्र की नीली रंगीनी और जीवन दृश्यों का खूबसूरत अनुभव होता है। क्रिस्टल बे समुद्र तट की प्रमुखता उसके प्राकृतिक सौंदर्य और शांतिपूर्ण वातावरण में है। यहाँ की साफ और पारदर्शी जलवायु के कारण पर्यटक यहाँ के अंतर्दृष्टिगत दृश्यों का आनंद लेते हैं, जैसे कि समुद्र का नीला पानी, जल प्रेमी मछलियों की गर्मियों, और तल तक पानी की पारदर्शिता। क्रिस्टल बे समुद्र तट एक पॉपुलर स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग स्थल भी है। यहाँ के समुद्री जीवन, समुद्री वृक्षों, और कोरल रीफ्स को खोजने का अद्वितीय अनुभव होता है और इसे अंतरराष्ट्रीय डाइविंग और स्नॉर्कलिंग पर्यटकों का मनोरंजन केंद्र बनाता है। क्रिस्टल बे समुद्र तट के पास कई रेस्तरां और कैफे हैं जो स्थानीय बाली खाने की स्वादिष्ट विकल्प प्रदान करते हैं। यहाँ पर्यटक स्वादिष्ट सीफूड, समुद्री खाने, और बा

KELINGKING BEACH INDONESIA

 केलिंगकिंग बीच, इंडोनेशिया के बाली द्वीप का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो अपनी आश्चर्यजनक आकृति और अद्वितीय समुद्र तट के लिए प्रसिद्ध है। यह समुद्र तट बाली के नुसा पेनिडा द्वीप के दक्षिणी भाग में स्थित है और इसे "टी-रेक्स बीच" भी कहा जाता है क्योंकि इसकी आकृति टी-रेक्स के समान होती है। केलिंगकिंग बीच की खूबसूरती और आकर्षण की मुख्यता उसकी चट्टानों की अनोखी आकृति में है। यहाँ की लंबी चट्टानें टी-रेक्स की शक्ल में होती हैं, जिन्हें देखकर लोगों को वास्तव में टी-रेक्स की याद आती है। चट्टानों की ऊँचाई से लोगों को बीच के नीले पानी का अद्वितीय दृश्य देखने का मौका मिलता है। केलिंगकिंग बीच का यह समुद्र तट सर्फिंग के शौकीनों के लिए भी एक प्रमुख स्थान है। यहाँ की लहरें सर्फिंग के लिए उत्तम मानी जाती हैं और इसे एक सर्फर्स पर्यटकों का परादर्शी केंद्र बनाती हैं। केलिंगकिंग बीच के पास कई छोटे रेस्तरां और कैफे हैं जहाँ पर्यटक स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं। यहाँ की स्थानीय खासियत में यहाँ की स्वादिष्ट सीफूड, समुद्री खाने, और बाली के विशेष व्यंजनों को शामिल किया जा सकता ह

SEMINYAK BEACH INDONESIA

 सेमिन्याक बीच, इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर स्थित एक प्रमुख और सुंदर समुद्र तट है। यह समुद्र तट अपने लग्जरी रिसॉर्ट्स, हाई-एंड बुटीक, और उत्कृष्ट रेस्तरां के लिए प्रसिद्ध है। कूटा और लेगियन के उत्तर में स्थित, सेमिन्याक बीच एक शांत और परिष्कृत वातावरण प्रदान करता है, जो इसे पर्यटकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय बनाता है। सेमिन्याक बीच की सफेद रेत और नीला पानी इसकी विशेषता हैं। यहाँ का समुद्र तट लंबा और चौड़ा है, जहाँ पर्यटक स्विमिंग, सनबाथिंग, और सर्फिंग का आनंद ले सकते हैं। सर्फिंग के शौकीनों के लिए यह एक आदर्श स्थान है, क्योंकि यहाँ की लहरें सर्फिंग के लिए उत्तम मानी जाती हैं। शुरुआती और अनुभवी सर्फर्स दोनों के लिए यहाँ कई सर्फ स्कूल और किराए पर सर्फ बोर्ड उपलब्ध हैं। सेमिन्याक बीच का सूर्यास्त दृश्य बेहद सुंदर होता है। शाम के समय, पर्यटक समुद्र तट पर बैठकर सूर्यास्त का आनंद लेते हैं, जो आकाश को नारंगी और गुलाबी रंगों में रंग देता है। यह दृश्य फोटोग्राफी के लिए भी आदर्श है और अक्सर पर्यटकों द्वारा कैप्चर किया जाता है। समुद्र तट के पास कई शानदार बीच क्लब और रेस्तरां स्थित हैं। कू डे ता, पो

KUTA INDONESIA

 कूटा, इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह स्थान अपने सुंदर समुद्र तट, सक्रिय नाइटलाइफ, और विविध गतिविधियों के लिए जाना जाता है। कूटा समुद्र तट, बाली का सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय समुद्र तट है, जो पर्यटकों और स्थानीय निवासियों दोनों के बीच बेहद प्रिय है। कूटा का समुद्र तट लंबा और चौड़ा है, जहाँ सफेद रेत और नीला पानी इसकी विशेषता हैं। यह समुद्र तट सर्फिंग के लिए बहुत मशहूर है, खासकर उन लोगों के बीच जो सर्फिंग में नए हैं। यहाँ की लहरें सर्फिंग के लिए आदर्श होती हैं और कई सर्फ स्कूल भी यहाँ पर स्थित हैं, जहाँ सर्फिंग के शुरुआती पाठ उपलब्ध हैं। इसके अलावा, स्विमिंग, सनबाथिंग, और बीच वॉलीबॉल जैसी गतिविधियाँ भी पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं। कूटा की नाइटलाइफ भी अत्यधिक सक्रिय है। यहाँ कई बार, क्लब, और रेस्तरां हैं, जो देर रात तक खुले रहते हैं। लाइव म्यूजिक, डीजे नाइट्स, और थीम पार्टीज यहाँ की नाइटलाइफ का हिस्सा हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। लेगियन स्ट्रीट, कूटा की मुख्य सड़क है, जहाँ नाइटलाइफ का सबसे अधिक केंद्र है। खरीदारी के शौकीनों के लिए, कूटा में कई बाजा

TOFU AN INDONESIAN DISH

 टोफू, जिसे सोया पनीर के नाम से भी जाना जाता है, एक लोकप्रिय और पौष्टिक खाद्य पदार्थ है जो सोयाबीन के दूध से बनाया जाता है। इसे बनाने की प्रक्रिया में सोया दूध को जमाया जाता है और फिर ठोस ब्लॉक्स में काटा जाता है। टोफू प्रोटीन, कैल्शियम, और आयरन का एक उत्कृष्ट स्रोत है और इसे शाकाहारी और शाकाहारियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। इंडोनेशियाई व्यंजनों में टोफू का व्यापक उपयोग होता है। यहाँ के कई पारंपरिक व्यंजनों में टोफू को मुख्य सामग्री के रूप में शामिल किया जाता है। इंडोनेशिया में टोफू को ताहू के नाम से जाना जाता है।  एक प्रसिद्ध इंडोनेशियाई टोफू डिश 'ताहू गोरेन्ग' है। इसमें टोफू के टुकड़ों को तेल में तला जाता है और विभिन्न मसालों और सॉस के साथ परोसा जाता है। यह व्यंजन अपनी सादगी और स्वादिष्टता के लिए जाना जाता है। ताहू गोरेन्ग को अक्सर चिली सॉस या मूंगफली की चटनी के साथ परोसा जाता है, जो इसके स्वाद को और भी बढ़ा देता है। 'ताहू टेम्पेह बालादो' एक और लोकप्रिय व्यंजन है जिसमें टोफू और टेम्पेह को मिलाकर मसालेदार बालादो सॉस में पकाया जाता है। यह व्यंजन स्वाद

PANDAVA BEACH INDONESIA

 पांडवा बीच, इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर स्थित एक सुंदर और आकर्षक समुद्र तट है। यह बीच, जिसे 'पांडावा बीच' भी कहा जाता है, नुसा दुआ क्षेत्र के दक्षिण में स्थित है और हाल के वर्षों में पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह समुद्र तट अपनी साफ सफेद रेत, नीले पानी, और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। पांडवा बीच तक पहुँचने का रास्ता भी अद्वितीय है। यहाँ पहुँचने के लिए पर्यटकों को चट्टानों के बीच कटे हुए मार्ग से गुजरना पड़ता है। इस मार्ग पर महाभारत के पाँच पांडवों की विशाल मूर्तियाँ स्थापित हैं, जो इस समुद्र तट के नाम का प्रतीक हैं। ये मूर्तियाँ चट्टानों में तराशी गई हैं और समुद्र तट की शोभा को और भी बढ़ाती हैं। पांडवा बीच पर कई प्रकार की गतिविधियाँ की जा सकती हैं। यहाँ का शांत और साफ पानी स्विमिंग के लिए आदर्श है। इसके अलावा, पर्यटक यहाँ कयाकिंग, सनबाथिंग, और स्नॉर्कलिंग का भी आनंद ले सकते हैं। समुद्र तट पर कई कयाक और स्नॉर्कलिंग गियर किराए पर उपलब्ध हैं, जिससे पर्यटकों के लिए ये गतिविधियाँ और भी सुलभ हो जाती हैं। समुद्र तट पर कई छोटे रेस्तरां और कैफे भी हैं, जहाँ पर्यटक

TEMPEH --AN INDONESIAN DISH

 टेम्पेह एक पारंपरिक इंडोनेशियाई व्यंजन है, जिसे सोयाबीन से बनाया जाता है। यह व्यंजन इंडोनेशिया के जावा द्वीप से उत्पन्न हुआ है और इसे मुख्य रूप से वहाँ की खाद्य संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। टेम्पेह को फर्मेंटेशन प्रक्रिया से तैयार किया जाता है, जो इसे पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाता है। टेम्पेह बनाने की प्रक्रिया में सबसे पहले सोयाबीन को भिगोया जाता है और फिर उन्हें उबालकर उनकी बाहरी त्वचा को हटा दिया जाता है। इसके बाद, इन सोयाबीन को एस्परगिलस नामक फंगी से संक्रमित किया जाता है और एक निश्चित तापमान पर रखा जाता है, जिससे ये फर्मेंट हो जाते हैं। फर्मेंटेशन प्रक्रिया के दौरान सोयाबीन आपस में जुड़कर एक केक जैसी संरचना बना लेते हैं। यह प्रक्रिया टेम्पेह को एक अद्वितीय बनावट और स्वाद प्रदान करती है। टेम्पेह की पौष्टिकता इसकी मुख्य विशेषता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी12, और खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। यह शाकाहारी और शाकाहारियों के लिए प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत है। इसके अलावा, टेम्पेह में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इंडोने

NUSA PENIDA INDONESIA

 नुसा पेनिडा, इंडोनेशिया के बाली द्वीप के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक सुंदर और अद्वितीय द्वीप है। यह द्वीप अपने प्राकृतिक सौंदर्य, भव्य समुद्र तटों, और अद्वितीय समुद्री जीवन के लिए प्रसिद्ध है। नुसा पेनिडा, नुसा लेम्बोंगन और नुसा सेनिगन तीनों द्वीपों में सबसे बड़ा है और पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। नुसा पेनिडा का मुख्य आकर्षण इसके उत्कृष्ट समुद्र तट हैं, जिनमें किलिंगकिंग बीच सबसे प्रसिद्ध है। किलिंगकिंग बीच की चट्टानें डायनासोर की आकृति की तरह दिखाई देती हैं, जिससे यह एक अद्वितीय स्थल बन जाता है। इसके अलावा, एंजल्स बिलाबॉन्ग और ब्रोकन बीच जैसे स्थान भी यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को और बढ़ाते हैं। समुद्री जीवन का अनुभव करने के लिए नुसा पेनिडा एक बेहतरीन स्थान है। यहाँ के क्रिस्टल बे और मंटा पॉइंट गोताखोरी के लिए प्रसिद्ध हैं। क्रिस्टल बे अपनी स्वच्छ और पारदर्शी जल के लिए जाना जाता है, जबकि मंटा पॉइंट मंटा रे मछलियों को देखने के लिए आदर्श स्थान है। गोताखोरी और स्नॉर्कलिंग के शौकीनों के लिए यह द्वीप स्वर्ग के समान है। द्वीप पर कई धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल भी हैं। पुरा पेनीतर

PADANG PADANG BEACH INDONESIA

 पदंग पदंग बीच, इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर स्थित एक सुंदर और लोकप्रिय समुद्र तट है। यह समुद्र तट अपनी सफेद रेत, साफ नीला पानी, और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। पदंग पदंग बीच उलुवातु क्षेत्र में स्थित है और इसे 'लभिहान साई बीच' के नाम से भी जाना जाता है। पदंग पदंग बीच का मुख्य आकर्षण इसका अद्वितीय प्रवेश द्वार है। समुद्र तट तक पहुंचने के लिए पर्यटकों को एक संकरी चट्टानी मार्ग से गुजरना पड़ता है, जो दो ऊंची चट्टानों के बीच स्थित है। यह मार्ग एक गुफा की तरह महसूस होता है और जैसे ही पर्यटक इस गुफा से बाहर निकलते हैं, वे समुद्र तट की खूबसूरती से अभिभूत हो जाते हैं। यह समुद्र तट सर्फिंग के शौकीनों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है। यहाँ की लहरें सर्फिंग के लिए आदर्श मानी जाती हैं, खासकर जुलाई और अगस्त के महीनों में, जब लहरें बड़ी और शक्तिशाली होती हैं। यहाँ हर साल 'रिप करल कप पैडंग पैडंग' नामक सर्फिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है, जो दुनिया भर के सर्फर्स को आकर्षित करती है। पदंग पदंग बीच का शांत और सुकून भरा माहौल इसे आराम करने और धूप सेंकने के लिए एक आदर्श स्थान बनाता ह

SULUBAN BEACH ULUWATU INDONESIA

 सुलुबान बीच, जिसे 'ब्लू प्वाइंट बीच' के नाम से भी जाना जाता है, बाली, इंडोनेशिया का एक खूबसूरत और अनोखा समुद्र तट है। यह समुद्र तट उलुवातु क्षेत्र में स्थित है और अपनी अद्वितीय चट्टानी संरचनाओं, गुफाओं, और सर्फिंग के लिए प्रसिद्ध है।  सुलुबान बीच तक पहुँचने के लिए, पर्यटकों को चट्टानों के बीच संकरी सीढ़ियों से उतरना पड़ता है। यह रास्ता रोमांचक और अद्वितीय है, जो समुद्र तट को और भी खास बनाता है। सीढ़ियों से नीचे उतरते ही एक गुफा के माध्यम से समुद्र तट तक पहुंचा जाता है। इस गुफा के अंदर से गुजरते समय, पर्यटक प्राकृतिक चट्टानी संरचनाओं और नीले पानी के खूबसूरत दृश्य का आनंद ले सकते हैं। सुलुबान बीच सर्फर्स के बीच बेहद लोकप्रिय है। यहाँ की बड़ी और शक्तिशाली लहरें सर्फिंग के लिए आदर्श मानी जाती हैं। यह समुद्र तट अनुभवी सर्फर्स के लिए विशेष रूप से आकर्षक है, जो चुनौतीपूर्ण लहरों का सामना करना पसंद करते हैं। सर्फिंग के अलावा, पर्यटक यहाँ स्विमिंग, सनबाथिंग और गुफाओं की खोजबीन का आनंद भी ले सकते हैं। समुद्र तट पर स्थित चट्टानें और गुफाएं इसे फोटोग्राफी के लिए एक उत्कृष्ट स्थान बनाती है

KECAK DANCE INDONESIA

ULUWATU INDONESIA

 उलुवातु, इंडोनेशिया के बाली द्वीप का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह क्षेत्र अपने सुंदर समुद्र तटों, प्रभावशाली चट्टानों, और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। उलुवातु का मुख्य आकर्षण उलुवातु मंदिर है, जिसे 'पुरा लुहुर उलुवातु' के नाम से भी जाना जाता है। यह समुद्र के किनारे ऊंची चट्टान पर स्थित है और हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र स्थल है। मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था और यह बाली के छह प्रमुख मंदिरों में से एक है। उलुवातु के समुद्र तट सर्फिंग के शौकीनों के लिए स्वर्ग समान हैं। यहाँ की बड़ी और शक्तिशाली लहरें सर्फिंग के लिए आदर्श मानी जाती हैं। बिंगिन, पदंग पदंग और ड्रीमलैंड समुद्र तट जैसे स्थल सर्फर्स के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। इसके अलावा, पर्यटक यहाँ सनबाथिंग, स्विमिंग और डाइविंग का भी आनंद ले सकते हैं। उलुवातु में हर शाम 'केचक डांस' का आयोजन किया जाता है, जो यहाँ का एक प्रमुख सांस्कृतिक आकर्षण है। यह नृत्य रामायण की कहानी पर आधारित है और इसमें भाग लेने वाले कलाकार बिना किसी वाद्य यंत्र के केवल अपनी आवाज और ताल का उपयोग करते हैं। यह नृत्य

FULESWAR

 फूलेस्वर एक प्रमुख गाँव है जो पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में स्थित है। यह गाँव अपनी प्राकृतिक सौंदर्य, कृषि उत्पादन और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। फूलेस्वर का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है श्री श्याम देब मंदिर। यहाँ पर लोग विशेष धार्मिक आयोजनों में भाग लेने आते हैं और मंदिर के चारों ओर धार्मिक भवन हैं जो गाँव की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। फूलेस्वर कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ पर किसान अन्नदाता के रूप में अपना काम करते हैं और विभिन्न प्रकार की फसलें उत्पादित करते हैं। धान, घी, तिल, मसूर, और अन्य फसलें यहाँ पर प्रमुख खेती की जाती हैं। फूलेस्वर के पास कई प्राकृतिक स्थल हैं जैसे कि नदी, झील और वन्यजीवन। यहाँ के लोग प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित रखने के लिए प्रयासरत रहते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करते हैं। फूलेस्वर में शिक्षा की सुविधाएं भी हैं। यहाँ पर कुछ स्कूल और कॉलेज हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करते हैं। यहाँ के छात्र विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं और उच्च शिक्षा के लिए तैयार होते हैं। फ

BIR SHIBPUR

 बीर शिबपुर वेस्ट बंगाल के हुगली जिले का एक छोटा सा गाँव है। यह गाँव बंगाल की प्राचीनतम और परंपरागत संस्कृति का प्रतीक है। बीर शिबपुर अपने ऐतिहासिक मंदिरों, प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। बीर शिबपुर का सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व है। यहाँ पर कई प्राचीन मंदिर हैं जो इस क्षेत्र की संस्कृति को दर्शाते हैं। शिव मंदिर और काली मंदिर इस गाँव के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। यहाँ के लोग धार्मिक उत्सवों को बड़े धूमधाम से मनाते हैं और उनकी संस्कृति को संजीवन करते हैं। बीर शिबपुर के कृषि क्षेत्र भी उत्कृष्ट हैं। यहाँ पर कृषि और उपज का प्रमुख धंधा है और गाँव के लोग इसमें अच्छी मात्रा में निरंतर काम करते हैं। धान, गेहूँ, और मसूर इस इलाके की प्रमुख फसलें हैं। बीर शिबपुर की प्राकृतिक सौंदर्य भी अद्वितीय है। यहाँ पर खुशबूदार खेत, हरियाली से भरी नदियाँ और शांतिपूर्ण परिसर हैं। यहाँ के लोग प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत अनुभव करते हैं और इसे संरक्षित रखने के लिए प्रयासरत रहते हैं। बीर शिबपुर में शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रगति देखी जा सकती है। यहाँ पर कई स्कूल और कॉलेज हैं जो छात्रों

CHENGEL

ULUBARIA

BAURIA

NALPUR

 नालपुर पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में स्थित एक छोटा गाँव है। यह गाँव प्राकृतिक सौंदर्य और शांति के लिए प्रसिद्ध है। नालपुर की सुंदरता उसकी हरियाली, सुसज्जित खेतों और प्राकृतिक संसाधनों में निहित है। नालपुर में जीवन साधारित और साधारण है, जहां लोगों की प्राथमिकता खेती और कृषि से जुड़ी होती है। यहां के किसान अपने खेतों में अन्नदाता की भूमिका निभाते हैं और प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग करके स्वतंत्रता से अपना जीवन चलाते हैं। नालपुर गाँव में स्थानीय समुदाय का सांस्कृतिक जीवन भी विशेष है। यहाँ के लोगों का जीवन सादगी और सांस्कृतिकता से भरपूर है। गाँव में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक उत्सव होते हैं, जिनमें स्थानीय लोगों का भागीदारी होता है। इन उत्सवों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत, नृत्य, और परम्परागत खेल शामिल होते हैं। नालपुर में शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रगति देखी जा सकती है। गाँव में कुछ उत्कृष्ट शिक्षा संस्थान हैं, जो छात्रों को उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करते हैं। यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में नई तकनीकों का भी उपयोग करते हैं और छात्रों को विशेष शिक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चि

ABADA

SANKRAIL

ANDUL

MAURIGRAM

BAGNAN

GHORAGHATA

DEULTI

KOLAGHAT

BHOGPUR

PANSKURA

KHIRAI

HAUR

RADHAMOHANPUR

DUAN

 दुआन पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिम मेदिनीपुर जिले का एक महत्वपूर्ण और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्र है। यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता, और सामाजिक जीवन के लिए प्रसिद्ध है। दुआन का नाम स्थानीय भाषा से लिया गया है, जो इस क्षेत्र की विशेषताओं और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। दुआन क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी उन्नति देखी जाती है। यहाँ कई महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थान हैं, जो उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करते हैं। यहाँ के स्कूल और कॉलेज विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा और सुविधाएं प्रदान करते हैं, जिससे क्षेत्र का शैक्षिक स्तर उन्नत होता है। इसके अलावा, दुआन में कई चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जो स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करती हैं। दुआन का रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है और यह स्टेशन हावड़ा-कड़ाईकुंडा रेल मार्ग पर स्थित है। यह स्टेशन स्थानीय और दूरस्थ यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। दुआन रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन कई यात्री ट्रेनें गुजरती हैं, जो इसे कोलकाता, खड़गपुर,

BALICHAK

 बालिचक पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिम मेदिनीपुर जिले का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है और राज्य के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। बालिचक का नाम बंगाली भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ 'रेत का मैदान' होता है, जो इस क्षेत्र की भौगोलिक विशेषताओं को दर्शाता है। बालिचक रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है। यह स्टेशन हावड़ा-कड़ाईकुंडा रेल मार्ग पर स्थित है और स्थानीय एवं दूरस्थ यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। बालिचक रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन कई यात्री ट्रेनें गुजरती हैं, जो इसे कोलकाता, खड़गपुर, और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ती हैं। यहाँ से अनेक लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें चलती हैं, जो कामकाजी लोगों और यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक हैं। बालिचक का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए जाना जाता है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्र और खेत-खलिहान इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक वातावरण प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ के तालाब और जलाशय मछली पालन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण ह

MADPUR

 ### हिंदी में मदपुर पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिम मेदिनीपुर जिले का एक प्रमुख क्षेत्र है। यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। मदपुर का रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है। यह स्टेशन हावड़ा-कड़ाईकुंडा रेल मार्ग पर स्थित है और स्थानीय एवं दूरस्थ यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। मदपुर रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन कई यात्री ट्रेनें गुजरती हैं, जो इसे कोलकाता, खड़गपुर और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ती हैं। मदपुर का क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्र और खेत-खलिहान इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक वातावरण प्रदान करते हैं। तालाब और जलाशय यहाँ के मछली पालन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, मदपुर में कई शैक्षिक संस्थान और चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जो स्थानीय निवासियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। मदपुर का सांस्कृतिक परिवेश भी अत्यंत समृद्ध है। यहाँ विभिन्न त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जो स्थानीय समुदाय को एकजुट करते हैं और सामुदायिक भावना को मजबूत

JAKPUR

 जकपुर पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिम मेदिनीपुर जिले का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता, और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। जकपुर का नाम स्थानीय भाषा से लिया गया है, जो इस क्षेत्र की विशिष्टता और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। जकपुर रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है और यह स्टेशन हावड़ा-कड़ाईकुंडा रेल मार्ग पर स्थित है। यह स्टेशन स्थानीय और दूरस्थ यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। जकपुर रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन कई यात्री ट्रेनें गुजरती हैं, जो इसे कोलकाता, खड़गपुर, और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ती हैं। यहाँ से अनेक लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें चलती हैं, जो कामकाजी लोगों और यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक हैं। जकपुर का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्र और खेत-खलिहान इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक वातावरण प्रदान करते हैं। यहाँ के तालाब और जलाशय मछली पालन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। ये जलाशय स्थानीय क

SHYAMCHAK

 श्यामचक पश्चिम बंगाल राज्य के पश्चिम मेदिनीपुर जिले का एक प्रमुख और ऐतिहासिक क्षेत्र है। यह क्षेत्र अपनी सांस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता और सामाजिक जीवन के लिए जाना जाता है। श्यामचक का नाम स्थानीय भाषा से लिया गया है, जो इस क्षेत्र की विशेषताओं और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। श्यामचक का रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है। यह स्टेशन हावड़ा-कड़ाईकुंडा रेल मार्ग पर स्थित है और इसे कई महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ता है। श्यामचक रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन कई यात्री ट्रेनें गुजरती हैं, जो इसे कोलकाता, खड़गपुर, और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ती हैं। यहाँ से अनेक लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें चलती हैं, जो कामकाजी लोगों और यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक हैं। श्यामचक का क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्र और खेत-खलिहान इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक वातावरण प्रदान करते हैं। यहाँ के तालाब और जलाशय मछली पालन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। ये जलाशय स्थानीय किसानों और मछुआरों

MAKARDAHA

 मकड़दा पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा जिले का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह क्षेत्र हावड़ा के उपनगर का हिस्सा है और अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। मकड़दा का नाम स्थानीय भाषा से लिया गया है, जो इस क्षेत्र की विशिष्टता को दर्शाता है। मकड़दा का रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है और यह स्टेशन हावड़ा-अमता ब्रांच लाइन पर स्थित है। यह क्षेत्र कोलकाता और हावड़ा के साथ-साथ अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। मकड़दा रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करते हैं, जिससे यह स्टेशन स्थानीय यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। यहाँ से अनेक लोकल ट्रेनें चलती हैं जो कामकाजी लोगों के लिए बेहद सुविधाजनक हैं। मकड़दा का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरे-भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली और खेत-खलिहान देखने को मिलते हैं, जो इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक माहौल प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ के तालाब और जलाशय मछली पालन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये जलाशय स्थानीय किसानों औ

JHALLURBAR

DOMJUR

 डोमजूर पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा जिले का एक प्रमुख क्षेत्र है। यह क्षेत्र हावड़ा के उपनगर का हिस्सा है और अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। डोमजूर का नाम संस्कृत शब्द 'द्रोणमई' से उत्पन्न हुआ माना जाता है, जिसका अर्थ है 'घड़ों से भरा स्थान'। डोमजूर रेलवे स्टेशन हावड़ा-अमता ब्रांच लाइन पर स्थित है और यह भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है। यह स्टेशन स्थानीय और दूरस्थ दोनों क्षेत्रों के यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। डोमजूर से कई लोकल ट्रेनें चलती हैं जो कोलकाता और हावड़ा के साथ-साथ अन्य प्रमुख शहरों से इसे जोड़ती हैं। इसके अतिरिक्त, डोमजूर का सड़क नेटवर्क भी काफी विकसित है, जो इसे आसपास के क्षेत्रों से अच्छी तरह जोड़ता है। डोमजूर का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए जाना जाता है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्र और खेत-खलिहान इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक वातावरण प्रदान करते हैं। यहाँ के तालाब और जलाशय मछली पालन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। ड

DAKSHIN BARI

 दक्षिण बाड़ी पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा जिले का एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध क्षेत्र है। यह क्षेत्र हावड़ा के उपनगर का हिस्सा है और अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। दक्षिण बाड़ी का नाम स्थानीय भाषा से लिया गया है, जो इस क्षेत्र की विशिष्टता और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है। दक्षिण बाड़ी का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली और खेत-खलिहान देखने को मिलते हैं, जो इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक वातावरण प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ के तालाब और जलाशय मछली पालन और कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये जलाशय स्थानीय किसानों और मछुआरों की आजीविका का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। दक्षिण बाड़ी की एक प्रमुख विशेषता यहाँ के स्थानीय बाजार हैं, जहाँ से लोग अपनी दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुएं खरीदते हैं। यह बाजार स्थानीय उत्पादों और ताजे फलों-सब्जियों के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा, दक्षिण बाड़ी में कई शैक्षिक संस्थान भी हैं जो उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करते हैं। यहाँ के स्कूल और कॉलेज विद्यार्थियों को अच्छी शिक्ष

BARGACHIA

 बर्गाछी पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा जिले का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है और हावड़ा के उपनगर का एक हिस्सा है। बर्गाछी का नाम 'बरगद' के पेड़ से उत्पन्न हुआ माना जाता है, जो इस क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पाए जाते थे। बर्गाछी रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे ज़ोन के अंतर्गत आता है और यह स्टेशन हावड़ा-अमता ब्रांच लाइन पर स्थित है। यह क्षेत्र कोलकाता और हावड़ा के साथ-साथ अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। बर्गाछी रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करते हैं, जिससे यह स्टेशन स्थानीय यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। यहाँ से अनेक लोकल ट्रेनें चलती हैं जो कामकाजी लोगों के लिए बेहद सुविधाजनक हैं। बर्गाछी का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरे-भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली और खेत-खलिहान देखने को मिलते हैं, जो इस क्षेत्र को एक शांत और सुकूनदायक माहौल प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ के तालाब और जलाशय मछली पालन और कृषि के लिए महत्वप

HARISHDADPUR

AMTA

DANSI

KONA

BANKARA NAYABAJ

SANTRAGACHI

 सांतरागाछी, जिसे संतरागाछी के नाम से भी जाना जाता है, पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा जिले में स्थित एक प्रमुख क्षेत्र है। यह क्षेत्र हावड़ा के उपनगर में आता है और कोलकाता महानगर का हिस्सा है। सांतरागाछी अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, साथ ही यह हावड़ा जिले का एक महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन भी है। सांतरागाछी का रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन के अंतर्गत आता है। यह स्टेशन कोलकाता और अन्य प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण रेल लाइनों पर स्थित है। यहां से प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करते हैं, जिससे यह स्टेशन यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। इसके अलावा, सांतरागाछी रेलवे स्टेशन का व्यस्ततम स्टेशनों में से एक होने के कारण, यहां से कई महत्वपूर्ण ट्रेनें चलती हैं जो पूरे भारत के विभिन्न हिस्सों को जोड़ती हैं। सांतरागाछी की एक और प्रमुख विशेषता यहां का सांतरागाछी झील है, जो पक्षी प्रेमियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। सर्दियों के महीनों में, यह झील प्रवासी पक्षियों का निवास स्थान बन जाती है, जिससे यहां का दृश्य अत्यंत सुंदर और मनमोहक हो जाता है

RAMRAJATALA

DARSH NAGAR

TIKIAPADA

KUNNUR

 कुन्नूर, तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और मनमोहक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान समुद्र तल से लगभग 1,850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। कुन्नूर की खासियत इसकी हरी-भरी चाय के बागान, घने जंगल और रंग-बिरंगे फूलों की घाटियाँ हैं। यहां का मौसम साल भर सुखद रहता है, जो इसे गर्मियों के दौरान एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाता है। कुन्नूर का मुख्य आकर्षण सिम्स पार्क है, जो एक सुंदर बोटैनिकल गार्डन है। इस पार्क में विभिन्न प्रकार के फूल, पौधे और पेड़ पाए जाते हैं, जो इसे वनस्पति प्रेमियों के लिए स्वर्ग बनाते हैं। इसके अलावा, कुन्नूर का लैम्ब्स रॉक और डॉल्फिन्स नोज़ भी पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध हैं। लैम्ब्स रॉक से नीलगिरि की पहाड़ियों का शानदार दृश्य देखा जा सकता है, जबकि डॉल्फिन्स नोज़ से कोटागिरी और मेट्टुपालयम के बीच बहने वाली नदी का नजारा अद्वितीय होता है। कुन्नूर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी कम नहीं है। यहां की औपनिवेशिक वास्तुकला और पुराने चर्च इस जगह के इतिहास की झलक पेश करते हैं। कुन्नूर

CHINNAKANAL MUNNAR

MUNNAR

 कुन्नूर, तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और मनमोहक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान समुद्र तल से लगभग 1,850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। कुन्नूर की खासियत इसकी हरी-भरी चाय के बागान, घने जंगल और रंग-बिरंगे फूलों की घाटियाँ हैं। यहां का मौसम साल भर सुखद रहता है, जो इसे गर्मियों के दौरान एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाता है। कुन्नूर का मुख्य आकर्षण सिम्स पार्क है, जो एक सुंदर बोटैनिकल गार्डन है। इस पार्क में विभिन्न प्रकार के फूल, पौधे और पेड़ पाए जाते हैं, जो इसे वनस्पति प्रेमियों के लिए स्वर्ग बनाते हैं। इसके अलावा, कुन्नूर का लैम्ब्स रॉक और डॉल्फिन्स नोज़ भी पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध हैं। लैम्ब्स रॉक से नीलगिरि की पहाड़ियों का शानदार दृश्य देखा जा सकता है, जबकि डॉल्फिन्स नोज़ से कोटागिरी और मेट्टुपालयम के बीच बहने वाली नदी का नजारा अद्वितीय होता है। कुन्नूर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी कम नहीं है। यहां की औपनिवेशिक वास्तुकला और पुराने चर्च इस जगह के इतिहास की झलक पेश करते हैं। कुन्नूर

ANTRI

BHANDAI

MANIA

HETAMPUR

KHURDPUR

KOSI KALAN

VIKRAMNAGAR

DEWAS

 देवास मध्य-प्रदेश का एक प्रमुख शहर है, जो मालवा क्षेत्र में स्थित है। यह इंदौर के उत्तर में और उज्जैन के पूर्व में स्थित है। देवास अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ के देवास टेकरी पर स्थित माँ तुलजा भवानी और चामुंडा माता के मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। देवास का नाम देवता (देव) और वास (निवास) शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है देवताओं का निवास। यह नाम यहाँ स्थित पहाड़ी पर स्थित अनेक मंदिरों के कारण पड़ा। इन मंदिरों में शिव, विष्णु, देवी दुर्गा और अन्य हिन्दू देवी-देवताओं के मंदिर शामिल हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केन्द्र हैं। देवास की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है। यहाँ सोयाबीन, गेहूं, और तुअर जैसी फसलों की खेती बड़े पैमाने पर होती है। इसके अलावा, यह शहर औद्योगिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। देवास में कई बड़े उद्योग स्थापित हैं, जिनमें बीमा मुद्रण निगम और बैंक नोट प्रेस प्रमुख हैं। ये संस्थान यहाँ की आर्थिक संरचना में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। शहर में शिक्षा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। यहाँ कई स्कूल, कॉलेज और तकनीकी सं

BURHANPUR

CHHANERA

JALGAON

 जलगाँव, महाराष्ट्र राज्य के उत्तरी हिस्से में स्थित एक महत्वपूर्ण शहर है। यह शहर अपनी सांस्कृतिक धरोहर, व्यापारिक गतिविधियों और कृषि उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। जलगाँव का नाम 'जल' और 'गाँव' शब्दों से मिलकर बना है, जो यहाँ के समृद्ध जल संसाधनों को दर्शाता है। जलगाँव की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर निर्भर है। यह क्षेत्र विशेष रूप से केले की खेती के लिए प्रसिद्ध है, इसलिए इसे 'भारत की केले की राजधानी' भी कहा जाता है। इसके अलावा, यहाँ कपास, सोयाबीन, और मूंगफली जैसी फसलों की भी बड़े पैमाने पर खेती होती है। जलगाँव का कृषि बाजार काफी सक्रिय है और यहाँ के उत्पाद देशभर में भेजे जाते हैं। शहर में औद्योगिक विकास भी तेजी से हो रहा है। जलगाँव में कई छोटे और मध्यम उद्योग स्थापित हैं, जो यहाँ की आर्थिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यहाँ के प्रमुख उद्योगों में खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र निर्माण और इंजीनियरिंग शामिल हैं।  शिक्षा के क्षेत्र में भी जलगाँव ने उल्लेखनीय प्रगति की है। यहाँ नॉर्थ महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी (अब कवयित्री बहिनाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद

MAKSI

 मक्सी, मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले का एक प्रमुख शहर है। यह इंदौर से लगभग 80 किलोमीटर दूर और उज्जैन से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है। मक्सी का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व काफी गहरा है, जो इसे एक विशिष्ट पहचान देता है। मक्सी का नाम यहाँ के प्रमुख मंदिर मक्सी महादेव मंदिर के कारण पड़ा है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है, विशेष रूप से महाशिवरात्रि और श्रावण के महीने में। मंदिर के आसपास का क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है, जो भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है। शहर की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि और व्यापार पर आधारित है। यहाँ गेहूं, सोयाबीन, चना, और प्याज जैसी फसलों की खेती बड़े पैमाने पर होती है। इसके अलावा, मक्सी का बाजार भी काफी प्रसिद्ध है, जहाँ आस-पास के गाँवों से लोग अपनी जरूरतों का सामान खरीदने आते हैं। यहाँ का व्यापारिक माहौल बहुत सक्रिय और जीवंत है। मक्सी में शिक्षा का स्तर भी अच्छा है। यहाँ कई स्कूल और कॉलेज हैं, जो स्थानीय बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं। मक्सी के लोग अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हैं,

PACHORA

CHALISGAON

KOPARGAON

URULI

BANAPURA

NARMADAPURAM

GANJ BASODA

JAKHALAUN

TALBAHAT

BABINA

DATIA

DABRA

MORENA

DHAULPUR

RAJA KI MANDI

NARELA

GANAUR

SAMALKHA

GHAIRAUNDA

KARNAL

TARAPRI

RAJPURA

SIRHIND

DASUYA

MUKERIAN

KATHIA

HIRA NAGAR

MANDI DABWALI

KAKHAL

BARETA

BUDHLADA

MANSA

MAUR

SANGARIA

PILI BANGAN

SURATGARH

,AHAJAN RLY STATION

LALGARH

TOHANA

NARWANA

JIND

BAHADURGARH

SHAKURBASTI

NANGLOI

PILKHUA

AMROHA

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BALAMU

MANSI

NAIGACHHIA

BIHPUR

BARSOI

DALKOLHA

DHUPGURI

JAGI ROAD STATION

CHAPARMUKH

HOJAI

DIPHU

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SARUPATHAR

MARIANI

SIMALUGURI

BHOJO

IRINJALAKUDA

KATPADI

SALEM

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ERODE

TIRUPPUR

PALLAKAD

OTTAPPALAM

WADAKANCHERI

THRISHUR

CHALAKUDI

ANGAMALI

ALUVA

NELLORE

GUDUR

CHIRALA

ONGOLE

KHAMMAM

WARANGAL

MANCHERAL

RAMGUNDAM

BELLA PALLI

SIRPUR KAGHAZNAGAR

BALHARSHAH

CHANDRAPUR

SEWAGRAM

AMLA JN

BETUL

GHORADONGRI

POKHRAYAN

KHANDWA

HARDA

BARKAKANA

PIRMUHANI PATNA

J P GANGA PATH PATNA

BEUR PATNA

SHAHID JAGDEV PATH PATNA

KHUSHARU PUR PATNA

ZERO MILE PATNA

PAHADI PAR PATNA

YOGI PUR KANKARBAGH PATNA

RAM LAKHAN PATH PATNA

ANISABAD PATNA

SHASHTRI NAGAR PATNA

GORIYA TOLI PATNA

BAHADUR PUR PATNA

SAIDPUR PATNA

MUSHALLAHPUR PATNA

BAKARGANJ PATNA

LOHANIPUR PATNA

JAGAT NARAYAN PATH PATN

RAJENDRA NAGAR PATNA

GANDHI NAGAR PATNA

RMS COLONY PATNA

JAGANPURA PATNA

BHAGWAT NAGAR PATNA

PATRAKAR NAGAR PATNA

ASHOK NAGAR PATNA

KACHCHHIARA PATNA

RAM KRISHNA NAGAR PATNA

SOHGI PATNA

CHIPURA PATNA

GAURICHAK PATNA

SAMPATCHAK PATNA

BAIRIYA PATNA

GOMTI NAGAR EXTENSION LUCKNOW

MAHANAGAR LUCKNOW

INDIRA NAGAR LUCKNOW

ALIGANJ LUCKNOW

AMAR SHAHID PATH LUCKNOW

MUNSHI PULIYA LUCKNOW

RAKH BAG PARK LUDHIANA

राख बाग पार्क, लुधियाना हरा-भरा भूमिस्थल और एक खिलौना ट्रेन के साथ, लुधियाना के राख बाग पार्क बच्चों, जॉगर्स और चलनेवालों के लिए पसंदीदा स्थान है। पार्क स्थानीय और पर्यटकों के लिए एक मनोरंजन स्थल है जिसमें एक अच्छी तरह से बनाए गए बाग हैं। ब्रिटिश युग से पुनर्गठन किया गया है, खिलौना ट्रेन पार्क के चारों ओर चलते हुए बच्चों का ध्यान खींचता है। सुबह और शाम के चलनेवालों को भी पीछे नहीं छोड़ा गया है; एक जॉगिंग ट्रैक पार्क को घेरता है। पार्क के आसपास साइकिल चलाने वालों के लिए ट्रैक हैं और बच्चों के खेल क्षेत्र पर व्यायाम करने के मशीन हैं। पार्क के प्रांगण में खाने के स्थान हैं ताकि आगंतुक आराम कर सकें और सीखने वालों के लिए एक स्विमिंग पूल भी है। हालांकि पुनर्निर्माण, लैंडस्केपिंग और सौंदर्यीकरण की योजना हैं, राख बाग, स्थानीय लोगों के बीच एक आदती क्षेत्र है। हरे-भरे बाग और शीतल वातावरण के कारण, पार्क अधिकांशतः दोपहर और सप्ताहांत में भीड़भाड़ होता है।

LODHI FORT LUDHIANA

 पाँच सौ साल पुराने लोधी किले को मुस्लिम शासक सिकंदर लोधी ने 15वीं सदी के अंतिम दशक में लुधियाना शहर के सुत्लेज किनारे के रणनीतिक स्थान पर बनवाया था, जो खुद लोधी वंश से नाम प्राप्त करने वाला है और पहले लोधियाना के नाम से जाना जाता था। महान महाराजा रणजीत सिंह भी इस किले के रणनीतिक और ऐतिहासिक महत्व को समझते थे, जिससे इसे उनके काल में अधिग्रहित और अच्छी तरह से रखा गया था। इस किले को ब्रिटिश शासकों के समय भी अच्छी तरह से बनाए रखा गया था, जो इसे पर्यटकों के रूप में अधिक यात्रा के लिए आयोजित करते थे।

KHUDA BAKSH ORIENTAL LIBRARY PATNA

  Established in 1891, this place has a very wide collection of Mughal and Islamic scriptures including a 25 mm wide version of Quran. It also has the Nadir Shah's sword which he raised at the Sunehri Mosque in Delhi, to order the massacre of residents of the city. This library contains close to 250,000 books and is located on the Ashok Raj Path.

PASWAN CHOWK HAJIPUR

RAMASHISH CHOWK HAJIPUR

KONHARA GHAT HAJIPUR

ZAKIA WARDAK

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  जाकिया वारडक भारत में अफगानिस्तान की राजदूत थी जिन्हें मुम्बई में सोना के स्मगलिंग करते पकड़ा गया। पकड़े जाने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अंतरराष्ट्रीय नियमों का सम्मान करते हुए राजदूत होने के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया।

NEET EXAMINATION

 नीट परीक्षा, यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET), भारत में चिकित्सा और डेंटल कोर्सेज के लिए प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। यह परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाती है। NEET परीक्षा में उम्मीदवारों का ज्ञान, समझ, और कौशल का मूल्यांकन किया जाता है जिसे उन्हें चिकित्सा या डेंटल में प्रवेश के लिए पात्रता प्राप्त करने के लिए पास करना होता है। NEET परीक्षा के प्रश्नपत्र में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी के विषयों के प्रश्न होते हैं। प्रश्नपत्र में गणित का विषय नहीं होता। परीक्षा एक ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है जिसमें उम्मीदवारों को एक निश्चित समय के भीतर सभी प्रश्नों का उत्तर देना होता है। प्रत्येक सफल उम्मीदवार को चिकित्सा या डेंटल के लिए प्रवेश के लिए उच्च शैक्षणिक संस्थानों में सीट मिलती है। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को उच्च स्तरीय पढ़ाई और तैयारी की आवश्यकता होती है। NEET परीक्षा के नतीजे और कट-ऑफ मार्क्स विभिन्न चिकित्सा और डेंटल संस्थानों द्वारा घोषित किए जाते हैं। इस परीक्षा का आयोजन वार्षिक रूप से किया जात

WWE Backlash 2024 के परिणाम:

 WWE Backlash 2024 के परिणाम: 1. ब्लडलाइन (सोलो सिकोआ और तामा टोंगा) ने केविन ओवेंस और रैंडी ऑर्टन को पिनफॉल के माध्यम से हराया। 2. WWE अनडिस्प्यूटेड महिला चैम्पियनशिप: बेली (सी) ने टिफ़नी स्ट्रेटन और नाओमी को हराकर अपना WWE अनडिस्प्यूटेड महिला चैम्पियनशिप बचाया। 3. WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियनशिप: डेमियन प्रीस्ट (सी) ने मेन इवेंट "जे यूसो" को पिनफॉल के माध्यम से हराकर अपना WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियनशिप बचाया। 4. WWE महिला टैग टीम चैम्पियनशिप: बियांका ब्लेयर और जेड कारगिल ने काबुकी वॉरियर्स (असुका और कैरी सेन) को पिनफॉल के माध्यम से हराकर नए WWE महिला टैग टीम चैम्पियन बन गए। 5. WWE अनडिस्प्यूटेड चैम्पियनशिप: कोडी रोड्स (सी) ने एजे स्टाइल्स को पिनफॉल के माध्यम से हराकर WWE अनडिस्प्यूटेड चैम्पियनशिप बचाया।

WORLD LAUGHTER DAY

 विश्व हँसी दिवस 2024: प्रति वर्ष, मई महीने के पहले रविवार को, विश्वभर में लोग एकत्र होकर विश्व हँसी दिवस का जश्न मनाते हैं, हँसी के माध्यम से खुशी और सकारात्मकता का प्रसार करते हैं। इस साल, 5 मई, 2024, दुनिया फिर से इस उत्सव में शामिल होती है, हमारे जीवन में हँसी के महत्वपूर्ण महत्व को स्वीकार करते हुए।

PANCHANG 05MAY 2024

PANCHANG DARPAN [. पंचांग दर्पण ]  पंचांग 05 मई 2024 विक्रम संवत - 2081, पिंगल शक सम्वत - 1946, क्रोधी पूर्णिमांत - बैशाख अमांत - चैत्र तिथि कृष्ण द्वादशी-आरम्भ: 08:38 पी एम, मई 04, अन्त: 05:41 पी एम, मई 05 नक्षत्र उत्तर भाद्रपद - 07:57 पी एम तक सूर्य और चंद्रमा का समय सूर्योदय - 06:09 ए एम सूर्यास्त - 07:02 पी एम चन्द्रोदय - 03:52 ए एम, मई 05 चन्द्रास्त - 03:20 पी एम अशुभ काल राहू - 05:19 पी एम से 06:59 पी एम यम गण्ड - 12:18 पी एम से 01:58 पी एम कुलिक - 03:38 पी एम से 05:19 पी एम दुर्मुहूर्त - 05:12 पी एम से 06:06 पी एम वर्ज्यम् - 06:51 ए एम से 08:18 ए एम शुभ काल अभिजीत मुहूर्त - 12:10 पी एम से 01:01 पी एम अमृत काल - 02:47 पी एम से 04:15 पी एम ब्रह्म मुहूर्त - 04:40 ए एम से 05:24 ए एम  

HAMIDA BANO

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  AMAZON OF ALIGARH  हमीदा बानो का जन्म 1900 के दशक के आरंभ में भारत के अलीगढ़ में एक कुश्ती के परिवार में हुआ था। उसने कुश्ती की प्रशिक्षण ली और अपने करियर के दौरान 1940 और 1950 के दशक में 300 से अधिक प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिसमें पुरुष और महिला कुश्तीकर्ताओं के साथ भी शामिल था। उस समय, भारत में महिलाओं की खेल में भागीदारी को मजबूरी से रोका जाता था, खासकर कुश्ती में, क्योंकि इसे सामाजिक मानदंडों के खिलाफ माना जाता था। लेकिन, हमीदा ने अपनी पैसन और खुद के प्रति सच्चाई बनाए रखा और भारत की पहली पेशेवर महिला कुश्तीकर्ता बन गई। हमीदा बानू को 1954 में 4 मई को कुश्ती मैच में जीत के लिए विश्वव्यापी पहचान मिली, जो केवल 1 मिनट और 34 सेकंड तक चला। उन्होंने प्रसिद्ध कुश्तीकर्ता बाबा पहलवान को हराया। इस हार के बाद, बाबा पहलवान ने पेशेवर कुश्ती से संन्यास ले लिया। बानू ने इस खेल में अंतरराष्ट्रीय पहचान प्राप्त की थी। उनका जन्म 1912 में , भारत में हुआ था। बानू ने युवा आयु में कुश्ती शुरू की और जल्दी ही खेल में अपनी ताकत और कौशल के लिए पहचान बना ली। 1936 में, बानू ने बर्लिन ओलंपिक में भारत का प्र

CHAUL KONKAN

DIVEAGAR KONKAN

NAGAON KONKAN

HARI HARESHWAR KONKAN

SOLE KADHI -A KONKANI SOUP

HOTEL SANMAN ALIBAUG

MAYUR BAKERY ALIBAUG

ALIBAUG BEACH ALIBAUG

HIRAKOT PALACE ALIBAUG

HIRAKOT LAKE ALIBAUG

VARSOLI BEACH ALIBAUG

UNDHERI FORT ALIBAUG

KANDERI FORT ALIBAUG

CUFFE PARADE MUMBAI

KIHIM BEACH ALIBAUG

AWAS SEA BEACH ALIBAUG

MANDAWA JETTY KONKAN

ALIBAUG KONKAN

BHOUCHHA DHAKKA MUMBAI

ARTIFICIAL INTELLIGENCE

 कृत्रिम बुद्धिमत्ता या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक शाखा है जो मानवीय बुद्धिमत्ता के सामान्य विशेषताओं को मूलतः मॉडल करने और उसे कंप्यूटर या मशीन में सिमुलेट करने का काम करती है। इसका उद्देश्य ऐसी तकनीकों और सिस्टमों का विकास करना है जो कार्यों को स्वचालित रूप से कर सकें और मानवों को इसमें योगदान नहीं करना पड़े। AI का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है, जैसे संगणना, विज्ञान, चिकित्सा, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, संचार, ऑटोमेटेड वाहन, संगीत, सिनेमा, गेमिंग, और अन्य सेक्टर। इसके उपयोग से कार्य प्रभावी बन रहे हैं और नए संभावनाओं का उद्भव हो रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की एक महत्वपूर्ण शाखा है मशीन लर्निंग, जिसमें कंप्यूटर सिस्टम को डेटा से सिखाने की क्षमता होती है। यह सिस्टम स्वयं सीखता है और समय के साथ अपनी कार्यक्षमता में सुधार करता है। डीप लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क्स, और गहरी शिक्षा के तकनीक भी AI के विभाग में आते हैं। इसके नागरिक परिणाम भी हैं, जैसे नौकरियों का परिवर्तन, नैतिकता की चुनौतियों, और डेटा प्राइवेसी के मुद्दे। AI के समाज में उद्भव के साथ, इसकी नीतियों और विनियमन की महत्

KAROL BAG DELHI

BALMIKI CHOWK ROORKEE

SHIVAJI CHOWK ROORKEE

RAM NAGAR CHOWK ROORKEE

MALWIYA CHOWK ROORKEE

ROORKEE RAILWAY STATION

GANGES CANAL ROORKEE

IIT ROORKEE

PANDIT DEENDAYAL BRIDGE ROORKEE

ROORKEE

SCHOOL OF MILITARY ENGINEERING ROORKEE

SOLOMON TEMPLE MIZORAM

AIZAWL MIZORAM

LENGPUI AIRPORT MIZORAM

VANTAWNG WATERFALL MIZORAM

HMUIFANG MIZORAM

MIZORAM STATE MUSEUM MIZORAM

DURTLANG HILLS MIZORAM

MURLEN NATIONAL PARK MIZORAM

TAMDIL LAKE MIZORAM

TARAK MEHTA KA OOLTAH CHASHMA

 "Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah" (तारक मेहता का उल्टा चश्मा) एक प्रसिद्ध भारतीय हिंदी धारावाहिक है जो 2008 में सबसे पहले टीवी पर आया था। यह कॉमेडी और फैमिली एंटरटेनमेंट के रूप में लोगों के दिलों में बहुत पसंद किया जाता है। इस सीरियल की कहानी गुजराती लेखक तारक मेहता के नाम पर आधारित है और इसका मुख्य उद्देश्य एक ऐसे समाजिक संदेश को बताना है जो हास्य और समाज सेवा को संतुलित रूप से प्रस्तुत करता है। "तारक मेहता का उल्टा चश्मा" के सिरियल के मुख्य निर्देशक और प्रोड्यूसर आसीत कुमार मोदी हैं। इसके साथ ही उनके साथ-साथ बने ज़रिया वजाहत हासन भी हैं जिन्होंने इस सीरियल का निर्माण समर्थन किया। इस सीरियल में विभिन्न पात्रों को जीवित करने वाले कलाकारों की एक बड़ी एन्सेंबल कास्ट है। जैसे कि दिलीप जोशी (जिन्होंने जेठालाल का किरदार निभाया है) और दिशा वकानी (जिन्होंने दया का किरदार निभाया है)। "तारक मेहता का उल्टा चश्मा" की कहानी गोकुलधाम सोसायटी में रहने वाले विभिन्न परिवारों के जीवन के चारित्रिक कलाकारों के इंटरेक्शन के बारे में है। यहाँ की समस्याओं, आम लोगों की जीवनशैली

BHARAT BANGLADESH MAITRI UDYAN TRIPURA

AKHAURA INTEGRATED CHECKPOST TRIPURA

KASBA KALIBADI KAMALASAGAR TRIPURA

UJJAYANTA PALACE TRIIPURA

SEPAHIJALA WILDLIFE SANCTUARY TRIPURA

MEKHLIPARA TEA ESTATE TRIPURA

TRIPURA SUNDARI TEMPLE MATABARI TRIPURA

GUMTI WILDLIFE SANCTUARY TRIPURA

DUMBOOR LAKE TRIPURA

PILAK TRIPURA

CHABIMURA TRIPURA

MONTANG VALLEY TRIPURA

TRISHNA WILDLIFE SANCTUARY TRIPURA

BARAMURA WATERFALL

JAMPUI HILLS TRIPURA

UNAKOTI ROCK CARVING TRIPURA

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NEER MAHAL TRIPURA

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 नीरमहल, जिसे रुद्रासागर झील के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐतिहासिक महल है जो 1930 में राजा बीर बिक्रम किशोर मानिक्य बहादुर ने निर्माण किया था। नीरमहल को त्विजिलिकमा नुयुंग भी कहा जाता है। नीरमहल देश का सबसे बड़ा 'जल महल' है। इस भवन का वास्तुकला, बड़े जल कई सुंदर दृश्यों के बीच घिरा होना, इसे त्रिपुरा में घूमने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक बनाता है। महल में कुल 24 कमरे हैं, जो दो भागों में बांटे गए हैं। हर साल अगस्त महीने में 3 दिनों तक एक जल महोत्सव आयोजित किया जाता है, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल हैं। रुद्रासागर झील में जल महोत्सव के मुख्य आकर्षण में बोट रेसिंग और तैराकी प्रतियोगिताएं शामिल हैं। महाराजाओं को नीरमहल में राजघाट से हाथों से संचालित नौका के माध्यम से दो सीढ़ियों के माध्यम से आया जाता था। यह महल भारत में सर्वश्रेष्ठ टेरेस गार्डन में से एक में शामिल है।

CHITRAKOOT WATERFALL

 चित्रकोट जलप्रपात, जिसे भारत का मिनी नियाग्रा फॉल भी कहा जाता है, भारत में सबसे चौड़ा जलप्रपात होने के गर्व की स्थिति धारण करता है। महान खूबसूरति बस्तर के नगर जगदलपुर से 38 किमी दूर इंद्रावती नदी पर स्थित है। नदी का पानी घने वनस्पति से होकर बहता है और लगभग 95 फीट की ऊँचाई से नीचे गिरता है। यह एक होर्स-शू आकार का जलप्रपात है, जिसे बेहतरीन तरीके से जुलाई से अक्टूबर के बीच मॉनसून के दौरान और उसके बाद देखा जा सकता है। यह एक बहुत ही सुंदर दृश्य उपस्थित करता है।

KOHIMA

 कोहिमा नागालैंड का एक बहुत ही महत्वपूर्ण शहर है, जो पूरी राज्य की राजधानी है। यहाँ का आबादी छोटी है, लेकिन यहाँ की सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व इसे अद्वितीय बनाते हैं। कोहिमा का प्रमुख आधार नागा जनजाति के लोग हैं, जिनका विशेष रूप से खास पहचानी जाता है। यहाँ की रियासत इतिहास में भारी मायने रखती है, और कोहिमा इसे अपने विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है। कोहिमा का मौसम सुखद और शानदार होता है, खासतौर पर शीत ऋतु में यहाँ की ठंडक सर्दी की जमीनी चाह को छूती है। यहाँ के पहाड़ों की सुंदरता और आसपास की हरियाली दिल को छू लेती है। कोहिमा शहर में रहने वाले लोग अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक जीवनशैली को बहुत महत्व देते हैं। यहाँ के लोग अपने रियायती नृत्य और गीतों के माध्यम से अपनी परंपराएं और विरासत को संजीवनी देते हैं। कोहिमा के इतिहास में अंग्रेजों के साथ लड़ाईयां, धर्मीय और सामाजिक आंदोलन, और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के रंग दिखाई देते हैं। यहाँ के स्थानीय बाजार, खासतौर पर नागा शैली के कपड़े और आदिवासी आर्टवर्क्स भी यात्रियों को आकर्षित करते हैं। कोहिमा का प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक विरास

HOLY WATER FALLS TAWANG

MAWLYNNONG VILLAGE, MEGHALAYA

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RAINBOW WATERFALL MEGHALAYA

 मेघालया में रेनबो वॉटरफॉल एक अद्वितीय प्राकृतिक स्थल है जो प्रकृति की अनगिनत कलाओं में से एक है। इसका अस्तित्व खुद अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता और अनूठापन से प्रेरित है। रेनबो वॉटरफॉल मेघालया के उत्तरी भाग में स्थित है, और इसका नाम इसलिए है क्योंकि जब सूर्य की किरणें पानी के प्रवाहों को प्रकाशित करती हैं, तो यहां पर रेनबो के रंगों का आभास होता है। यहां पहुंचने के लिए आपको एक प्राकृतिक साहसिक यात्रा का अनुभव करना पड़ता है। आपको एक गहरी और कठिन पहाड़ी सफर का सामना करना पड़ता है, लेकिन जब आप वहां पहुंचते हैं तो यह सभी मेहनत और यात्रा के लिए वापस चुकाई जाती है। रेनबो वॉटरफॉल का दृश्य अद्वितीय है। पानी की बूंदें एक ऊँची परत पर गिरती हैं और रंगीन बोवा (बोझ) के रूप में प्रकाशित होती हैं। यहां आपको प्राकृतिक शांति का अनुभव होता है, और इस अनुभव को भूला नहीं सकते। रेनबो वॉटरफॉल में जाने के बाद, आपके मन में एक अद्वितीय और शांतिपूर्ण अनुभव की यादें बनती हैं, जो स्थायी रूप से आपके जीवन में एक साहसिक चिह्न बनते हैं।

DOUBLE DECKER LIVING ROOTS BRIDGE MEGHALAYA

 डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज मेघालय के छेरापूँजी जिले में स्थित है और यह एक अद्वितीय प्राकृतिक रहस्य है। यह रूट ब्रिज एकमात्र अपनी प्राकृतिक संरचना के लिए ही नहीं, बल्कि इसकी ऊंचाई, ऊर्जा और साहसिक इतिहास के लिए भी प्रसिद्ध है। डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज का नाम इसकी स्ट्रक्चर से ही लिया गया है, जिसमें दो लेयरों के रूट ब्रिज को देखा जा सकता है। यह ब्रिज बासा नामक गाँव में स्थित है और यहाँ पर पहुंचने के लिए अद्वितीय और रोमांचक ट्रैल पार करना पड़ता है। यह रूट ब्रिज अत्यधिक मजबूत है, क्योंकि इसे स्थाई और बांधकर काम किया गया है। इसे बनाने के लिए महालयाई लोगों ने पेड़ों के रूट को संगठित तरीके से उपयोग किया है जिससे इसकी अद्वितीयता और साहसिकता बढ़ी है। डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज की एक विशेषता यह है कि इसे पेड़ों के रूटों को पर्याप्त समय तक बढ़ावा देने के लिए लोग समय-समय पर देखभाल करते हैं। इस ब्रिज का अद्वितीयता इसमें है कि इसने वर्षों से संभाले गए पेड़ों के सहारे खुद को बनाया है। डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज एक अद्वितीय प्राकृतिक और विरासत स्थल है जो पर्यटकों के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रदान करता है।

MAWSMEI CAVES MEGHALAYA

ARVA CAVES MEGHALAYA

NOHKALIKAI WATER FALLS MEGHALAYA

 नोहकालिकाई जलप्रपात मेघालय, भारत में स्थित है और यह एक अत्यधिक सुंदर और प्राकृतिक दृश्य है। यह जलप्रपात क्षेत्र मेघालय के चेरापूँजी जिले में स्थित है और अपनी ऊँचाई और शानदारता के लिए प्रसिद्ध है। नोहकालिकाई जलप्रपात की विशेषता यह है कि यह भारत में सबसे ऊँचा जलप्रपात है और इसकी ऊँचाई लगभग 1115 फीट (340 मीटर) है। इसके इलावा, यह भी अपने कठोर वातावरण और सुंदर प्राकृतिक सुरम्य में प्रसिद्ध है। नोहकालिकाई जलप्रपात का नाम एक पौराणिक कथा से आया है, जिसमें बताया गया है कि एक मां ने अपनी बेटी को मार डाला था और फिर खुद को प्रपात में गिरा दिया था। इसलिए, जलप्रपात का नाम "नोहकालिकाई" रखा गया, जो नामकरण का अर्थ है "मां का जल"। इस जलप्रपात का दृश्य वाकई बेहद भव्य और आकर्षक है। विशेष रूप से मानसून के मौसम में, जलप्रपात की ऊँचाई बढ़ जाती है और उसकी झील में गहरा नीला पानी भी अत्यंत खूबसूरत लगता है। इसके अतिरिक्त, नोहकालिकाई जलप्रपात का आसपास का परिसर भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां पर घने वन, हरित पहाड़ियाँ, और वन्यजीवन का समृद्ध संग्रहण है, जो इस स्थान को एक पर्यटकों का स्वर

DAINTHLEN WATER FALLS MEGHALAYA

 डेंथलेन वॉटरफॉल्स मेघालय के खूबसूरत प्राकृतिक स्थलों में से एक हैं। ये जलप्रपात जून्क्शन शहर के पास स्थित हैं और इसका आकर्षण उसके प्राकृतिक सौंदर्य में है। डेंथलेन वॉटरफॉल्स का नाम बहुतायत जलप्रपातों की तरह है, जो मेघालय में विख्यात हैं। यहाँ के जलप्रपात विशेष रूप से बारिश के मौसम में बेहद खूबसूरत होते हैं। यह जलप्रपात अपने ऊँचाई, जल की धाराओं के शोर, और परिसर की हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। इसके चारों ओर के जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों का दृश्य बहुत ही मनमोहक है। डेंथलेन वॉटरफॉल्स यात्रियों के लिए एक पसंदीदा स्थल हैं, खासकर वो लोग जो प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के शौकीन हैं। इसका दौरा वास्तव में आत्मा को शांति और सुकून मिलता है। डेंथलेन वॉटरफॉल्स की खूबसूरती को शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है, इसलिए वो खुद जाकर उसकी अद्वितीयता का आनंद लेना बेहतर है।

WAH KABA FALLS SOHRA MEGHALAYA

 वाह काबा जलप्रपात भारत के मेघालय राज्य में स्थित है और यह एक अत्यधिक सुंदर प्राकृतिक दृश्य है। यह जलप्रपात मेघालय के जयंतिया पहाड़ियों के नीचे स्थित है और इसकी शानदारता और ऊँचाई इसे विशेष बनाती है। वाह काबा जलप्रपात का नाम वाह शाह सरकार के पति काबा जन से प्रेरित है। इस जलप्रपात की ऊँचाई लगभग 170 फीट (52 मीटर) है और यहाँ की खूबसूरती को देखकर आपको वाह कहने को मन करेगा। वाह काबा जलप्रपात के आसपास का परिसर भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहाँ पर घने जंगल, उच्च पहाड़ियाँ, और शांतिपूर्ण वातावरण है, जो यहाँ के दौरे को और भी रोमांचक बनाते हैं। यहाँ पर जाने के लिए सबसे अच्छा समय जल-पूर्वक के मौसम के दौरान है, जब जलप्रपात अधिक खूबसूरत लगता है। इस जलप्रपात का दृश्य वाकई दिल को छू लेने वाला है और इसे देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ यहाँ आती है। सम्पूर्ण रूप से, वाह काबा जलप्रपात एक अत्यधिक सुंदर पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर्य, शांति, और रोमांच का अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। यहाँ आकर आपको एक नया और मनोहारी दुनिया का अनुभव होगा।

MAWKDOK VALLEY MEGHALAYA

SOHRA MEGHALAYA

 सोहरा, जिसे पहले चेरापुंजी के नाम से भी जाना जाता है, मेघालय का एक खूबसूरत और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां के मौसम का नाम गरो नामक समुद्री हवाओं के आने के बाद जाता है, जिससे यहां अधिक वर्षा होती है। सोहरा एक अद्वितीय स्थल है जहां आपको प्राकृतिक सौंदर्य और वातावरण का आनंद मिलता है। सोहरा के प्रमुख आकर्षणों में से एक है "दखूम दरार", जो एक प्राकृतिक गुफा है जिसमें एक खुली दरार है जो शानदार प्राकृतिक दृश्य प्रदान करती है। यहां के प्राकृतिक गुफाएं, झीलें, और पहाड़ियों का नजारा बेहद खूबसूरत है। यहां का दूसरा प्रमुख आकर्षण "सोहरा डी वाल डी लॉव" है, जो भीगा रहने के लिए एक प्राकृतिक जलस्रोत है जो वर्षा के मौसम में विशेष रूप से खूबसूरत लगता है। सोहरा का मौसम भी यहां के पर्यटन को और भी रोमांचक बनाता है। यहां पर जुलाई से सितंबर के बीच वर्षा का मौसम होता है, जिससे यहां के प्राकृतिक दृश्य और वातावरण और भी आकर्षक बन जाते हैं। सोहरा मेघालय का एक खास पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर्य, शांति, और रोमांच का अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। यहां के खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य और शांतिपूर्

MAWPHLANG SACRED FOREST MEGHALAYA

DELHI MISTHAN BHANDAR SHILLONG

DON BOSCO MUSEUM SHILLONG

 दॉन बॉस्को संग्रहालय शिलॉंग में एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो मेघालय के इस शहर के प्राचीन और संस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है। यह संग्रहालय ब्रेहोंग्केंग थाना क्षेत्र में स्थित है और इसे देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ यहाँ आती है। दॉन बॉस्को संग्रहालय में आपको मेघालय के संस्कृति, ऐतिहासिक स्थल, और प्राकृतिक विविधताओं का अद्भुत संग्रह मिलता है। यहाँ पर गुहाएं, पारंपरिक वस्तुएं, प्राचीन शिल्पकला की खासियतें, और स्थानीय जनजातियों की संस्कृति से जुड़ी वस्तुएं हैं। संग्रहालय में एक बड़ा क्षेत्र भी है जहाँ आपको मेघालय के विभिन्न समुदायों की जीवनी, संस्कृति, और उनकी विविधता को समझने का अवसर मिलता है। यहाँ पर भारतीय जनजातियों के विभिन्न उपनिवेशों की मॉडल गाँवों की भी शॉर्ट टूर आयोजित की जाती हैं। इसके अतिरिक्त, संग्रहालय में आपको विभिन्न कला रूपों, वस्तुओं, और सामग्रियों का अद्वितीय संग्रह भी देखने को मिलता है। यहाँ पर आप अपनी संस्कृतिक ज्ञान को बढ़ाने का सुनहरा मौका पा सकते हैं। सम्पूर्ण रूप से, दॉन बॉस्को संग्रहालय एक अत्यधिक जानकारीप्रद, मनोरंजनात्मक, और संस्कृतिक स्थल है जो पर्यटकों को मेघालय क

WARD'S LAKE SHILLONG

 वार्ड के झील, जिसे शिलॉंग के दिल के रूप में जाना जाता है, मेघालय के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक प्राकृतिक झील है जो शिलॉंग शहर के केंद्र में स्थित है और यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ावा देता है। वार्ड के झील को स्थानीय लोग आमतौर पर पोलक झील के नाम से भी जानते हैं, जो इसे बनाने वाले इंजीनियर के नाम पर है। यहाँ का वातावरण बहुत ही शांतिपूर्ण और प्राकृतिक है, जो पर्यटकों को अपनी चरम शांति और साफ-सुथरी परिसर में बिताएं वक्त का अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। वार्ड के झील का परिसर सुंदर पार्क और आधुनिक सड़कों से घिरा है, जो पर्यटकों को वहाँ की निर्मलता और शांति का अनुभव करने का मौका देते हैं। यहाँ पर वाणिज्यिक क्षेत्रों से दूर, एक बहुत ही सुंदर प्राकृतिक मनोरम झील है जो शहर की गलियों के भीतर छिपी शांति का सच्चा रूप है। वार्ड के झील में तैरते और हंसते हुए जलचर पक्षियों की भी सौंदर्यता अप्रतिम होती है। यहाँ पर वन्यजीवन की ध्वनि, हरियाली, और फूलों की खुशबू से भरपूर माहौल मन को शांति प्रदान करता है। सम्पूर्ण रूप से, वार्ड के झील शिलॉंग का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर

DAWKI SHILLONG

 दॉकी, मेघालय के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जो मेघालय के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्यता और नीले पानी की क्रिस्टल क्लीयरता से पर्याप्त है कि यह एक चमत्कारिक स्थल माना जाता है। दॉकी का सबसे प्रसिद्ध आकर्षण है उसका नज़ारा जो नीले पानी के साथ पहाड़ों के सुंदरता को छू रहा है। यहाँ पर पानी इतना साफ है कि आप जमीन के नीचे तक देख सकते हैं। यहाँ के जल से नीले रंग की छाया वायरस के कारण होती है, जो इसे एक अद्वितीय दृश्य बनाता है। दॉकी का प्रसिद्धतम स्थल उसका बाजार है, जहाँ पर्यटक खरीदारी कर सकते हैं और स्थानीय खाद्य स्वादिष्ट विकल्पों का आनंद ले सकते हैं। यहाँ पर दार्जिलिंगी चाय, स्थानीय फल, और स्ट्रीट फूड का आनंद लिया जा सकता है। दॉकी का नाम भारत-बांग्लादेश सीमा के नज़दीकी खेला जाता है। यहाँ पर बांग्लादेश के दाक घेरे के कारण यह नाम प्रसिद्ध हो गया है। यहाँ पर गर्मियों में पानी की साफ सुंदरता का अद्भुत मौसम होता है, जो पर्यटकों को यहाँ आने के लिए प्रेरित करता है। दॉकी का दौरा एक अद्वितीय प्राकृतिक अनुभव होता है, जो पर्यटकों को साफ स्थलीय प्राकृतिक सौंदर्य, स्थानीय

ELEPHANT FALLS SHILLONG

 हाथी जलप्रपात एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो मेघालय के शिलॉंग शहर के बड़ी आकर्षणों में से एक है। इसे देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ यहाँ पर आती है। यह जलप्रपात हाथी के बड़े आकार की तरह लगता है, जिससे इसे हाथी जलप्रपात कहा जाता है। हाथी जलप्रपात में एक मुख्य और चार छोटे जलप्रपात हैं, जो वास्तव में बहुत ही खूबसूरत होते हैं। यहाँ पर वन्यजीवन, प्राकृतिक सौंदर्य, और शांति का अद्वितीय अनुभव मिलता है। हाथी जलप्रपात का नाम एक पुरानी कहानी से आया है, जिसमें कहा जाता है कि यहाँ पर पहले बहुत बड़े हाथी रहते थे, जो इस जलप्रपात को खोजने के लिए लोगों के साथ रहते थे। हाथी जलप्रपात के आसपास का परिसर भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहाँ पर घने जंगल, उच्च पहाड़ियाँ, और खूबसूरत पर्यावरण है। सम्पूर्ण रूप से, हाथी जलप्रपात एक अत्यधिक खूबसूरत, रोमांचक, और शांतिपूर्ण स्थल है जो पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। यहाँ आने पर आपको प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने का मन करेगा और आपके मन में शांति की भावना आएगी।

POLICE BAZAR SHILLONG

 पुलिस बाजार, मेघालय के शिलांग शहर में स्थित एक प्रमुख वाणिज्यिक क्षेत्र है। यहाँ विभिन्न प्रकार के वस्त्र, गहने, खाद्य और सामान उपलब्ध हैं। इस बाजार का नाम उस समय में पुलिस परिक्रमा के कारण रखा गया था, जब यहाँ बड़ी संख्या में पुलिस अफसरों का आना जाना होता था।  पुलिस बाजार एक रोचक और व्यापारिक स्थल है। यहाँ आपको विभिन्न रेंज के वस्त्र, प्राचीन गहने, लोकल क्राफ्ट्स, चाय, तंबाकू, लेटर आइटम्स, बिजली के सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य वस्तुएं मिलती हैं। यहाँ आने वाले लोग अपनी खरीदारी करने के लिए बहुत उत्सुक होते हैं।  इस बाजार में आपको बड़ी संख्या में लोकल विक्रेताओं के साथ-साथ बड़े ब्रांड्स की दुकानें भी मिलती हैं। यहाँ के भोजन का अनुभव भी खास है, क्योंकि यहाँ पर लोकल खाद्य स्वादिष्टता में अपने आप में विशेष है।  पुलिस बाजार की विशेषता यह है कि यहाँ आपको वस्त्रों के अलावा शिल्प एवं कला के उत्कृष्ट नमूने भी देखने को मिलते हैं। यहाँ की लोकल क्राफ्ट्स और गहने विश्वसनीयता और शैली में अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध हैं।  यहाँ आने वाले पर्यटक और लोग खरीदारी के साथ-साथ स्थानीय खाद्य और संस्कृति का भी

JIBHI HIMACHAL PRADESH

 जिभी एक खूबसूरत और शांतिपूर्ण स्थान है जो हिमाचल प्रदेश में स्थित है। यहां की प्राकृतिक सौंदर्यता और ठंडी हवाएं हर किसी को आकर्षित करती हैं। जिभी नामक गांव, जो बन्जारा ट्राइब्स का गांव है, इस क्षेत्र का मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां के पहाड़ों की ऊँचाई, झीलों की सुंदरता, और महान वन्यजीवों का निवास स्थल पर्यटकों को खींचते हैं। जिभी के आसपास के पहाड़ों पर घुमने का अद्भुत अनुभव होता है। यहां के वन्यजीव जैसे की बारहसिंघा, लैंगुर, हिरण, रैडान, ब्लैक बीयर, और छोटे जानवरों का दर्शन करने के लिए पर्यटक यहां आते हैं। जिभी के निकट ही जाने के लिए लोग कई गतिविधियों को भी अनुभव कर सकते हैं। जैसे की ट्रेकिंग, कैंपिंग, जलयात्रा, और बर्फीले पर्वतों पर घूमना। जिभी में पर्यटकों के लिए कई अच्छे होटल और आरामदायक छावनियां हैं जो इस स्थान को एक आरामदायक और सुरक्षित स्थान बनाती हैं। यहां की स्थानीय खाद्य स्वादिष्टता और महज़बीनी में भी पर्यटकों को खिलजाती है। समुदाय में गुरुद्वारा और मंदिर के साथ-साथ जिभी की स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का भी खूबसूरत अंग है। जिभी एक ऐसा स्थान है जहां प्राकृतिक सौंदर्य, स्थानीय स

PUSHPA BHADRA RIVER HIMACHAL PRADESH

KULHI KATANDI HIMACHAL PRADESH

SEROLSAR LAKE HIMACHAL PRADESH

RAGHUPUR FORT HIMACHAL PRADESH

JALORI PASS HIMACHAL PRADESH

JIWANALA VALLEY HIMACHAL PRADESH

GREAT HIMALAYAN NATIONAL PARK HIMACHAL PRADESH

TIRTHAN RIVER HIMACHAL PRADESH

TIRTHAN VALLEY HIMACHAL PRADESH

RAYBEAM VENTURES PVT LTD PATNA

\\सहजन का साथी //  RAYBEAM VENTURES PVT LTD PATNA ==========================\======== यह पटना के एक युवा उद्यमी श्री अंकुर  कुमार द्वारा स्थापित एक रजिस्टर्ड कम्पनी है।इस कम्पनी का उद्देश्य पूरे भारत में सहजन [DRUMSTICKS] की खेती को बढ़ावा देना है जिससे उत्पादकों के आय में बढ़ोतरी के साथ साथ पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े।। कम्पनी उत्पादकों को सहजन के विभिन्न उत्पादों के लिए संगठित मार्केट उपलब्ध कराने के साथ साथ इसके खेती पर बहुत अच्छा प्रोत्साहन अनुदान राशि देती है जो सहजता के किसान के लिए बहुत फायदेमंद है। इस कम्पनी का रजिस्टर्ड आफिस बिहार की राजधानी पटना में है।

MURUD KONKAN

 मुरुड कोंकण महाराष्ट्र के पश्चिम घाट क्षेत्र में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां की सुंदर समुद्र तट, ऐतिहासिक स्थल, और प्राकृतिक सौंदर्य अपने आप में एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं। मुरुड बीच कोंकण की खासियत उसके सफेद समुद्री खजिने हैं जो इसे बहुत ही खास बनाते हैं। यहां की लहरों की ध्वनि, समुद्र तटीय चिरपिंग बर्ड्स, और समुद्री जीवन का दर्शन पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। मुरुड का प्राचीन इतिहास भी इसे महत्वपूर्ण बनाता है। यहां पर आने वाले पर्यटक जन्माष्टमी पर मुरुड के गणपति मंदिर जाते हैं जो काफी प्राचीन है। इसके अलावा, मुरुड का किला भी एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है जो इसे रोमांचक बनाता है। मुरुड बीच कोंकण का स्थानीय संस्कृति, लोक खाना, और संगीत पर्यटकों को अपनी खासियतों का अनुभव करने का अवसर देते हैं। यहां के स्थानीय बाजारों में स्थानीय वस्त्र, आभूषण, और विशेष खाद्य प्राप्त किया जा सकता है। मुरुड कोंकण की विशेषता इसकी स्थिति में भी है। यह भरपूर प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित है जो पर्यटकों के लिए एक परिपूर्ण रिट्रीट है। इसे एक शांति और आनंद की स्थल के रूप में भी जाना ज

KASHID BEACH KONKAN

 काशीद बीच कोंकण के महाराष्ट्र स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो अपनी सुंदरता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यह बीच आगरी नगर से लगभग ३० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां पर्यटक समुद्री संगम, सैर, और समुद्र तटीय आनंद का आनंद लेते हैं। काशीद बीच कोंकण का बहुत ही लोकप्रिय समुद्र तट है जो श्वेत सांद्राच्या गायबी खजिने, सांद्राची नाव, और खजिन्याची बघीची दृश्ये प्रस्तुत करता है। यहां की सफेद रेत, चेहऱे के पेट्टी समाधान के लिए प्रसिद्ध हैं। काशीद बीच की सुंदरता और शांति की वातावरण यहां के पर्यटकों को आकर्षित करती है। यहां बीच की संतुलन और गहराई की जांच करने के लिए कई जलजीवन स्थल भी हैं। काशीद बीच के पास स्थित गाँवों में स्थानीय भाषा कन्नड़ और मराठी होती है। यहां के स्थानीय खाने का स्वाद, संगीत, और लोक नृत्य पर्यटकों को अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं। काशीद बीच कोंकण की खासियत यहां के साफ-सुथरे पानी, जल शीतलता, और शांत माहौल में है। यहां पर आने वाले पर्यटक समुद्र तटीय खेल, सैर, और रोमांच का आनंद लेते हैं और इसे अपने यादगार अनुभवों का एक अद्वितीय स्थल मानते हैं।

KUNDALIKA RIVER KONKAN

 कुंडलिका नदी महाराष्ट्र राज्य में स्थित एक अत्यंत महत्वपूर्ण नदी है। यह नदी सह्याद्री पर्वतों से निकलती है और सह्याद्री की कई छोटी-बड़ी नदियों का संग्रह करती है। कुंडलिका नदी का उद्गम स्थान आज्ञारी गुहा नामक स्थान है, जो रायगढ़ जिले में स्थित है। इसकी लम्बाई लगभग ८५ किलोमीटर है और इसका मुख्य स्रोत भिरवगढ़ झरने से निकलता है। कुंडलिका नदी के किनारे स्थित कोलाडा और रायगढ़ जिलों में यह नदी एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में मानी जाती है। यहां पर पारा-सेलिंग, राफ्टिंग, और अन्य जलीय खेलों का आनंद लिया जा सकता है। कुंडलिका नदी के जल संग्रहण का काम भी किया जाता है और यह नदी स्थानीय जल संसाधन की एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में जानी जाती है। कुंडलिका नदी के तटीय क्षेत्र में अनेक प्राचीन मंदिरों और आध्यात्मिक स्थलों का समृद्ध विवरण है। यहां पर कुंडलिका नदी के किनारे बसे गाँवों में भी एक अद्वितीय और प्राचीन संस्कृति का अनुभव किया जा सकता है। कुंडलिका नदी के जल का उपयोग जल संसाधनों, प्राकृतिक जल संरक्षण, और अन्य गतिविधियों में किया जाता है। इसका महत्व वर्षा के मौसम में बढ़ जाता है, जब यह नदी क्षेत्र

KORLAI FORT KONKAN

 कोरलाई किला, कोंकण की एक प्रमुख दुर्ग है जो महाराष्ट्र के रायगड जिले में स्थित है। यह दुर्ग मुघल साम्राज्य के काल में बनाया गया था और इसे रोहिद खिलजी नामक नायक ने निर्मित किया था। कोरलाई किला वास्तव में एक स्थलीय समुदाय के आवास के रूप में भी प्रयोग होता था। यह किला उच्च स्थान पर स्थित है जिससे वह चारों ओर से सुरक्षित है। इसका अधिकांश भाग खंडहरों में बदल गया है, लेकिन कुछ हिस्से अभी भी संरक्षित हैं और इसे पर्यटन के लिए खोला गया है। कोरलाई किले की दीवारें भव्यता की बात करती हैं और यहां से आपको समुद्र का सुंदर नजारा भी मिलता है। इस किले की अद्वितीयता में उसका निर्माण शैली का महत्वपूर्ण योगदान है। इसमें पोर्तुगीज, मुघल और मराठा कला के अवशेष दिखाई देते हैं। इसकी दीवारों पर बने स्तंभ और पत्थरों की रचना बहुत ही सुंदर हैं। कोरलाई किला के आसपास कई पर्यटक स्थल हैं जैसे की विटालादेव मंदिर, कुधालेश्वर मंदिर और बाजार पेटलूली गांव। इन स्थलों पर भ्रमण करने से पर्यटकों को किले की संवादित इतिहास और स्थानीय संस्कृति का अनुभव होता है। कोरलाई किला एक ऐतिहासिक स्थल होने के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य के लिए

JANJIRA FORT KONKAN

 जंजीरा किला महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित है और यह एक प्रसिद्ध और प्राचीन किला है जो अपनी विशेषता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह किला भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसका निर्माण पुर्तगालियों द्वारा किया गया था। जंजीरा किला बागी बीच के एक छोटे जलों पर स्थित है जो इसे समुद्री किला बनाते हैं। इसका नाम 'जंजीरा' संस्कृत शब्द 'जलदुर्ग' से लिया गया है जो समुद्री किला का अर्थ होता है। जंजीरा किला का निर्माण १७वीं सदी में हुआ था और यह एक प्राचीन और सुरक्षित समुद्री आधार के रूप में उद्यमी साम्राज्य की अद्वितीय शैली का प्रतीक है। इसकी विशेषता इसके खजाने खजानों के लिए गड़बड़ और घुमावदार गैलरियों में है। जंजीरा किले का निर्माण अद्वितीय रणनीतिक निर्माण और खूबसूरत स्थल के लिए जाना जाता है। इसकी अद्वितीय संरचना, खुदाई की दीवारें, और समुद्र तटीय भूमि का उपयोग इसे एक सुरक्षित बनाते हैं। जंजीरा किला आज भी अपनी महत्वपूर्ण स्थिति और इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। यहां के पर्यटक इसके विशाल संरचनाओं, समुद्र तटीय नजारों, और ऐतिहासिक कथाओं का आनंद लेते हैं। जंज