TRISHNA WILDLIFE SANCTUARY TRIPURA

 

त्रिशा वन्यजीव अभयारण्य (Trishna Wildlife Sanctuary) 

त्रिशा वन्यजीव अभयारण्य (Trishna Wildlife Sanctuary) त्रिपुरा राज्य के दक्षिण त्रिपुरा जिले में स्थित एक प्रसिद्ध और समृद्ध जैव विविधता वाला वन क्षेत्र है। यह अभयारण्य राज्य की राजधानी अगरतला से लगभग 100 किलोमीटर दूर बेलोनिया उपखंड के पास स्थित है। वर्ष 1987 में इसे आधिकारिक रूप से वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था, और तब से यह प्रकृति प्रेमियों, जीवविज्ञानियों तथा पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

यह अभयारण्य लगभग 195 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और अपनी हरियाली, जल स्त्रोतों और विविध वन्यजीव प्रजातियों के लिए जाना जाता है। यहाँ के जंगलों में साल, सागौन, बांस, कंचन, जामुन, अर्जुन जैसे पेड़ बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा यहाँ कई प्राकृतिक जल स्रोत और झीलें भी हैं जो पूरे वन क्षेत्र की पारिस्थितिकी को संतुलित बनाए रखते हैं।

त्रिशा अभयारण्य की सबसे प्रमुख विशेषता यहाँ पाई जाने वाली भारतीय गौर (Indian Bison) की बड़ी आबादी है। इसे "बाइसन अभयारण्य" भी कहा जाता है। इसके अलावा यहाँ चीतल, सांभर, भालू, जंगली सूअर, सियार, विभिन्न प्रकार के बंदर और कई सरीसृप प्रजातियाँ भी निवास करती हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए यह स्थान किसी स्वर्ग से कम नहीं, क्योंकि यहाँ विभिन्न प्रकार की प्रवासी और स्थायी पक्षियों की अनेक प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं।

इस अभयारण्य में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ट्रेकिंग ट्रेल्स, वॉच टावर्स और गाइडेड टूर जैसी सुविधाएँ विकसित की गई हैं। यहाँ आने वाले पर्यटक जंगल सफारी, बर्ड वॉचिंग, और प्रकृति की गोद में समय बिताने का आनंद लेते हैं। राज्य सरकार और वन विभाग द्वारा इसे एक पर्यावरण शिक्षा केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा रहा है ताकि लोग वन्य जीवन और प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूक हो सकें।

निष्कर्षतः, त्रिशा वन्यजीव अभयारण्य न केवल त्रिपुरा की प्राकृतिक धरोहर का प्रतीक है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन और शिक्षा का भी महत्त्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है। यदि आप प्रकृति और वन्य जीवन के प्रेमी हैं, तो त्रिशा अभयारण्य की यात्रा आपके लिए एक यादगार अनुभव साबित होगी।

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