RAJNANDGAON
राजनांदगांव
राजनांदगांव भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का एक प्रमुख जिला और नगर है, जो राज्य के पश्चिमी भाग में स्थित है। यह जिला अपनी ऐतिहासिक विरासत, सांस्कृतिक समृद्धि, और भौगोलिक विशेषताओं के लिए जाना जाता है। राजनांदगांव पहले मध्य प्रदेश का हिस्सा था, लेकिन 2000 में छत्तीसगढ़ के गठन के बाद यह नए राज्य में सम्मिलित हो गया।
राजनांदगांव की स्थापना पूर्व में एक राजवंशीय रियासत के रूप में हुई थी। यहाँ पर राजाओं का शासन रहा, जिनमें प्रमुख थे महाराज महंत घासीदास। आज भी यहाँ स्थित राजमहल (राजनांदगांव महल) ऐतिहासिक महत्व का स्थान है। यह क्षेत्र धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, जहाँ कई मंदिर और उत्सव स्थानीय परंपराओं को जीवंत बनाए रखते हैं।
राजनांदगांव की भौगोलिक स्थिति भी अत्यंत उल्लेखनीय है क्योंकि कर्क रेखा (Tropic of Cancer) यहाँ से होकर गुजरती है। यह इसे भारत के उन गिने-चुने स्थानों में सम्मिलित करता है जहाँ यह कल्पित रेखा वास्तविक भूभाग को स्पर्श करती है। इसके लिए यहाँ एक कर्क रेखा स्मारक भी स्थापित किया गया है।
आर्थिक दृष्टि से, राजनांदगांव कृषि, व्यापार और छोटे उद्योगों पर आधारित है। यहाँ धान की खेती प्रमुख है और साथ ही काष्ठ शिल्प और हथकरघा उद्योग भी प्रसिद्ध हैं। शिक्षा के क्षेत्र में यह नगर निरंतर प्रगति कर रहा है और यहाँ कई विद्यालय, महाविद्यालय और तकनीकी संस्थान हैं।
निष्कर्षतः, राजनांदगांव एक ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध नगर है, जो छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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