WORLD PARLIAMENT OF RELIGION
विश्व धर्म महासभा (World Parliament of Religions)
विश्व धर्म महासभा (World Parliament of Religions) एक ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक सम्मेलन है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर के विभिन्न धर्मों और मतों को एक मंच पर लाकर धार्मिक सहिष्णुता, आपसी समझ, और सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देना है। इसका पहला आयोजन 11 से 27 सितंबर 1893 के बीच शिकागो, अमेरिका में हुआ था।
यह महासभा इतिहास में पहली बार आयोजित ऐसा मंच था जहाँ दुनिया के अनेक धर्मों – जैसे हिंदू, बौद्ध, ईसाई, इस्लाम, यहूदी, जैन, पारसी, सिख आदि – के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और आपसी विचारों का आदान-प्रदान किया। इस सम्मेलन का सबसे ऐतिहासिक और उल्लेखनीय क्षण तब आया जब स्वामी विवेकानंद ने भारत और हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुए अपना प्रसिद्ध भाषण दिया।
स्वामी विवेकानंद ने अपने भाषण की शुरुआत “माई ब्रदर्स एंड सिस्टर्स ऑफ अमेरिका” कहकर की, जिससे पूरी सभा तालियों से गूंज उठी। उन्होंने अपने विचारों में भारतीय संस्कृति, वेदांत दर्शन, सभी धर्मों की एकता, सहिष्णुता और सार्वभौमिक भाईचारे पर जोर दिया। उनके विचारों ने न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान भारत की ओर आकर्षित किया और भारतीय अध्यात्म को वैश्विक पहचान दिलाई।
विश्व धर्म महासभा के इस ऐतिहासिक आयोजन ने दुनिया को यह संदेश दिया कि सभी धर्म एक ही सत्य के विभिन्न मार्ग हैं, और आपसी सम्मान और संवाद से ही विश्व शांति संभव है।
इसके बाद भी समय-समय पर विश्व धर्म महासभा का आयोजन विभिन्न देशों में होता रहा है, जो आज भी धार्मिक सहअस्तित्व और विश्वबंधुत्व को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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