SRI RAM SAGAR PROJECT

 

श्रीराम सागर परियोजना 

श्रीराम सागर परियोजना (Sri Ram Sagar Project - SRSP) भारत के तेलंगाना राज्य में स्थित एक प्रमुख बहुउद्देशीय सिंचाई और जलप्रबंधन परियोजना है। यह परियोजना गोदावरी नदी पर निर्मित की गई है और इसे पोचमपाद परियोजना (Pochampad Project) के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण निर्मल जिले के पोचमपाद गांव के पास किया गया है।

इस परियोजना की शुरुआत 1963 में हुई थी और यह 1970 के दशक में पूर्ण रूप से कार्यान्वित हुई। श्रीराम सागर बाँध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई, पीने के पानी की आपूर्ति और विद्युत उत्पादन है। इस बाँध के माध्यम से तेलंगाना के कई जिलों – जैसे निर्मल, निजामाबाद, जगत्याल, और करीमनगर – में कृषि योग्य भूमि को पानी उपलब्ध कराया जाता है।

बाँध की लंबाई लगभग 3.5 किलोमीटर और ऊँचाई लगभग 43 मीटर है। इसकी जलधारण क्षमता लाखों क्यूसेक है, जिससे यह क्षेत्र के किसानों के लिए जीवनरेखा के समान है। इस परियोजना के माध्यम से लाखों एकड़ भूमि को सिंचाई सुविधा प्राप्त होती है, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होती है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।

श्रीराम सागर परियोजना न केवल सिंचाई बल्कि हाइड्रोपावर उत्पादन के लिए भी उपयोगी है। इस बाँध से निर्मित जलविद्युत संयंत्र क्षेत्र की विद्युत आवश्यकताओं की पूर्ति में योगदान करता है।

यह परियोजना पर्यावरणीय दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि इससे जल संरक्षण, भूमिगत जल स्तर की वृद्धि और हरियाली को बढ़ावा मिलता है। यह स्थान आज पर्यटन का केंद्र भी बन चुका है, जहाँ लोग बाँध, जलाशय और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने आते हैं।

इस प्रकार, श्रीराम सागर परियोजना तेलंगाना की जल, कृषि और ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

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