KANKARIA LAKE AHMEDABAD
कांकरिया झील - अहमदाबाद का एक ऐतिहासिक और मनोरंजक स्थल
कांकरिया झील गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह झील न केवल अहमदाबाद की सबसे बड़ी झील है, बल्कि यह ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और मनोरंजक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसका निर्माण सुल्तान कुतुबुद्दीन ने 15वीं शताब्दी में करवाया था। पहले इसे “हौज़-ए-कुतुब” के नाम से जाना जाता था। समय के साथ यह स्थान “कांकरिया” नाम से प्रसिद्ध हो गया।
कांकरिया झील का आकार अर्धवृत्ताकार है और इसका व्यास लगभग एक किलोमीटर है। इस झील के बीचोंबीच एक खूबसूरत द्वीप है, जिसे “नगीनावाड़ी” कहा जाता है। यहां तक पहुँचने के लिए एक सुंदर पैदल पुल बना हुआ है। नगीनावाड़ी में रंग-बिरंगे फव्वारे, रात्रि में होने वाला लाइट एंड साउंड शो, तथा शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है।
झील के चारों ओर एक सुंदर बगीचा, बच्चों के खेलने के लिए पार्क, टॉय ट्रेन, बाल चिड़ियाघर, पानी की सवारी, जॉय राइड्स और कई प्रकार की खान-पान की दुकानों का निर्माण किया गया है। विशेष रूप से “कांकरिया झील फ्रंट” को इस तरह विकसित किया गया है कि यह सभी आयु वर्ग के लोगों को मनोरंजन, विश्राम और शांति प्रदान करता है। यहां का “कांकरिया ज़ू” भी बहुत प्रसिद्ध है, जिसमें अनेक प्रकार के जानवर और पक्षी देखे जा सकते हैं। बच्चों के लिए यह एक शैक्षणिक अनुभव भी होता है।
हर साल दिसंबर के महीने में यहां “कांकरिया कार्निवाल” नामक एक सप्ताह भर चलने वाला महोत्सव आयोजित किया जाता है। इस महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, झांकियाँ, संगीत, नृत्य और विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनी देखने को मिलती हैं। यह महोत्सव पूरे गुजरात के साथ-साथ देशभर से पर्यटकों को आकर्षित करता है।
कांकरिया झील का महत्व सिर्फ मनोरंजन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह एक ऐतिहासिक धरोहर भी है। इस झील के पुनर्विकास के बाद अहमदाबाद नगर निगम ने इसे आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक आदर्श पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया है। यहां की साफ-सफाई, सुरक्षा और सुविधा पर्यटकों के लिए इसे और अधिक आकर्षक बनाती हैं।
निष्कर्षतः, कांकरिया झील सिर्फ एक जलाशय नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा स्थल है जहाँ इतिहास, प्रकृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। यह न केवल अहमदाबाद वासियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे गुजरात के पर्यटन मानचित्र में इसकी एक विशेष पहचान है। जो भी अहमदाबाद आता है, वह कांकरिया झील देखे बिना नहीं लौटता।
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