TALLEY VALLEY WILDLIFE SANCTUARY ARUNACHAL PRADESH

 

तलेवैली वन्यजीव अभयारण्य –

तले वैली वन्यजीव अभयारण्य (Talley Valley Wildlife Sanctuary) भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश में स्थित एक समृद्ध जैव-विविधता वाला संरक्षित क्षेत्र है। यह अभयारण्य ज़ीरो (Ziro) घाटी के पास, लोअर सुबनसिरी जिले में स्थित है और प्रकृति प्रेमियों, पर्यटकों और शोधकर्ताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है। यह अभयारण्य अपनी अद्वितीय वनस्पति, जीव-जंतु, और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।

तले वैली वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1995 में की गई थी। इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 337 वर्ग किलोमीटर है। यह क्षेत्र समुद्र तल से लगभग 1,200 मीटर से 3,000 मीटर की ऊँचाई पर फैला हुआ है, जिससे यहाँ विभिन्न जलवायु और पारिस्थितिक तंत्र देखने को मिलते हैं। यह अभयारण्य अल्पाइन, उप-उष्णकटिबंधीय और समशीतोष्ण जलवायु क्षेत्रों का संयोजन प्रस्तुत करता है।

यह अभयारण्य घने वनों से आच्छादित है, जिनमें बाँस, देवदार, रोडोडेंड्रोन और अन्य दुर्लभ पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यहाँ तले नदी बहती है, जो इस क्षेत्र को जीवनदायिनी जल उपलब्ध कराती है और इससे क्षेत्र की हरियाली बनी रहती है।

तले वैली अभयारण्य वन्यजीवों की विविधता के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ पाए जाने वाले प्रमुख जीवों में हिमालयन काले भालू, बादलदार तेंदुआ, भारतीय चीतल, बार्किंग डियर (काकड़), रेड पांडा, सीरो और कई प्रकार की गिलहरियाँ शामिल हैं। यह स्थान पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियों के लिए भी एक सुरक्षित आश्रयस्थल है, जैसे कि हॉर्नबिल, ब्लिथ ट्रैगोपन, हिमालयन मोनाल आदि। पक्षी प्रेमियों के लिए यह अभयारण्य एक स्वर्ग समान है।

इसके अलावा, यहाँ के मूल निवासी – खासकर अपातानी जनजाति – इस क्षेत्र के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपातानी लोग पारंपरिक कृषि प्रणालियों और पर्यावरणीय संतुलन के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका जीवन शैली प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण है और वे इस अभयारण्य को एक पवित्र भूमि के रूप में मानते हैं।

तले वैली में ट्रेकिंग और एडवेंचर पर्यटन की भी बड़ी संभावनाएं हैं। यहाँ की घुमावदार पहाड़ियाँ, जलप्रपात, और घने जंगल यात्रियों को रोमांचक अनुभव प्रदान करते हैं। ज़ीरो से तले वैली तक का ट्रेक बहुत लोकप्रिय है, जो रास्ते में सुंदर प्राकृतिक दृश्य और जैव विविधता से भरपूर होता है।

संक्षेप में, तले वैली वन्यजीव अभयारण्य न केवल एक जैविक धरोहर है, बल्कि यह क्षेत्र पर्यावरण संरक्षण, जनजातीय संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी प्रस्तुत करता है। यह अभयारण्य पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहा है और इसे संरक्षित रखना हम सभी की ज़िम्मेदारी है।

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