FOLKETING



फोकटिंग: डेनमार्क की संसद

फोकटिंग (Folketing) डेनमार्क की राष्ट्रीय संसद है। यह देश की सबसे प्रमुख विधायी संस्था है, जहाँ देश के कानून बनाए जाते हैं, नीतियाँ तय की जाती हैं और सरकार की निगरानी की जाती है। डेनमार्क एक संवैधानिक राजतंत्र (Constitutional Monarchy) है, जिसका अर्थ है कि वहाँ एक रानी (वर्तमान में रानी मैर्ग्रेथे द्वितीय) होती हैं, लेकिन शासन का वास्तविक कार्य निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा संचालित होता है।

फोकटिंग में कुल 179 सदस्य होते हैं। इनमें से 175 सदस्य डेनमार्क से चुने जाते हैं, जबकि 2 सदस्य ग्रीनलैंड और 2 सदस्य फ़ारो द्वीप समूह से चुने जाते हैं। ये सभी सदस्य आम चुनावों के माध्यम से जनता द्वारा चुने जाते हैं और उनका कार्यकाल अधिकतम चार वर्षों का होता है। हालांकि, संसद को इससे पहले भी भंग किया जा सकता है और नए चुनाव कराए जा सकते हैं।

फोकटिंग की बैठकों का आयोजन कोपेनहेगन में स्थित क्रिश्चियनसबोर्ग पैलेस (Christiansborg Palace) में होता है। यहीं पर डेनमार्क की अन्य प्रमुख सरकारी संस्थाएँ भी स्थित हैं। संसद का प्रमुख कार्य कानून बनाना, बजट पास करना, और कार्यपालिका (Executive) की निगरानी करना है। प्रधानमंत्री और उनके मंत्रीगण संसद के प्रति जवाबदेह होते हैं।

फोकटिंग में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि होते हैं और बहुमत वाले दल या गठबंधन को सरकार बनाने का अधिकार मिलता है। यदि सरकार संसद का विश्वास खो देती है, तो उसे इस्तीफा देना पड़ता है।

संक्षेप में, फोकटिंग डेनमार्क की लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीढ़ है। यह संस्था यह सुनिश्चित करती है कि देश का शासन पारदर्शिता, जवाबदेही और कानून के अनुसार हो।



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