THE LITTLE MERMAID COPENHAGEN
द लिटिल मरमेड: कोपेनहेगन की प्रसिद्ध मूर्ति
"द लिटिल मरमेड" (The Little Mermaid) डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में स्थित एक प्रसिद्ध कांस्य मूर्ति है। यह मूर्ति समुद्र के किनारे एक चट्टान पर बैठी एक जलपरी (मरमेड) को दर्शाती है, जो दूर क्षितिज की ओर देख रही है। यह मूर्ति कोपेनहेगन की सबसे पहचान योग्य और लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है।
इस मूर्ति को प्रसिद्ध डेनिश लेखक हांस क्रिश्चियन एंडरसन (Hans Christian Andersen) की कहानी "द लिटिल मरमेड" से प्रेरित होकर बनाया गया था। यह कहानी एक जलपरी की है जो एक इंसान राजकुमार से प्रेम करने लगती है और उसके लिए अपना जलजीवन छोड़कर इंसान बनने की कोशिश करती है। यह कहानी त्याग, प्रेम और बलिदान का प्रतीक मानी जाती है।
द लिटिल मरमेड मूर्ति का निर्माण वर्ष 1913 में हुआ था। इसे डेनमार्क के एक प्रसिद्ध व्यापारी कार्ल याकोब्सन ने बनवाया था, जो कार्ल्सबर्ग बियर कंपनी के संस्थापक थे। मूर्ति को बनाने वाले मूर्तिकार का नाम एडवर्ड एरिक्सन (Edvard Eriksen) था। उन्होंने अपनी पत्नी को मॉडल बनाकर यह मूर्ति तैयार की थी।
हालांकि यह मूर्ति आकार में बहुत बड़ी नहीं है — यह सिर्फ 1.25 मीटर ऊँची है — फिर भी इसकी भाव-भंगिमा और प्रतीकात्मकता इसे बहुत खास बनाती है। यह मूर्ति कोपेनहेगन के लांगेलिनी (Langelinie) क्षेत्र में समुद्र के किनारे स्थित है।
संक्षेप में, द लिटिल मरमेड केवल एक मूर्ति नहीं, बल्कि डेनमार्क की सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती है और कोपेनहेगन की सुंदरता में चार चाँद लगाती है।
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