COMMONDARIA WINE
कॉमोंडोरिया: एक ऐतिहासिक वाइन का क्षेत्र
कॉमोंडोरिया (Commandaria) एक प्राचीन और प्रसिद्ध मिठी वाइन (शराब) है, जिसकी उत्पत्ति साइप्रस (Cyprus) द्वीप में हुई थी। इसे विश्व की सबसे पुरानी नामित वाइन माना जाता है जो आज भी बनाई जाती है। इसका इतिहास लगभग 800 साल पुराना है, लेकिन इसकी जड़ें उससे भी पहले की सभ्यताओं में मिलती हैं।
कॉमोंडोरिया वाइन विशेष रूप से लाल और सफेद अंगूर की विशेष किस्मों जैसे "एक्थरी" और "माव्रो" से बनाई जाती है। अंगूरों को पकने के बाद धूप में सुखाया जाता है, जिससे उनमें प्राकृतिक मिठास बढ़ जाती है। फिर उन्हें किण्वन (fermentation) की प्रक्रिया से गुज़ारा जाता है और लकड़ी के बैरल में कई वर्षों तक परिपक्व किया जाता है। इसका स्वाद बहुत समृद्ध, मीठा और गाढ़ा होता है, जिसमें शहद, किशमिश और मसालों की झलक होती है।
इस वाइन का नाम "कॉमोंडोरिया" 12वीं शताब्दी में पड़ा, जब क्रूसेडर्स (धार्मिक योद्धा) साइप्रस पर आए और वहाँ एक क्षेत्र में "ग्रैंड कमांडरी" (Grand Commandery) की स्थापना की। इस क्षेत्र में उत्पादित वाइन को ही 'कॉमोंडोरिया' कहा गया, और यह यूरोप भर में लोकप्रिय हो गई। कहा जाता है कि रिचर्ड द लायनहार्ट (Richard the Lionheart), इंग्लैंड के राजा, ने इस वाइन को "राजाओं की वाइन और वाइनों का राजा" कहा था।
आज भी कॉमोंडोरिया का उत्पादन विशेष रूप से साइप्रस के कुछ निश्चित गांवों में ही होता है। इसे यूरोपीय संघ द्वारा 'Protected Designation of Origin' (PDO) का दर्जा मिला हुआ है, यानी यह वाइन केवल उसी क्षेत्र में और उसी पारंपरिक विधि से बनाई जा सकती है।
कॉमोंडोरिया न केवल एक पेय है, बल्कि यह साइप्रस की सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है। यह वाइन पारंपरिक आयोजनों, धार्मिक पर्वों और उत्सवों में विशेष रूप से उपयोग की जाती है। अपने इतिहास, विशिष्ट स्वाद और परंपरा के कारण, कॉमोंडोरिया वाइन आज भी दुनिया भर में वाइन प्रेमियों के बीच एक सम्मानित स्थान रखती है।
निष्कर्ष:
कॉमोंडोरिया सिर्फ एक वाइन नहीं, बल्कि एक जीवंत इतिहास है, जो समय की कसौटी पर खरा उतरा है। यह साइप्रस की पहचान और उसकी सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है।
Comments
Post a Comment