CHINIA KELA

 

चिनिया केला 

चिनिया केला (Chinia Banana) भारत में उगाई जाने वाली एक लोकप्रिय और स्वादिष्ट केला किस्म है, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। यह किस्म अपने छोटे आकार, मीठे स्वाद, और जल्दी पकने के कारण खास पहचान रखती है। चिनिया केला स्थानीय बाजारों में खूब पसंद किया जाता है और पारंपरिक तौर पर प्रसाद, पूजा और दैनिक फलाहार में उपयोग होता है।

चिनिया केले का आकार अन्य किस्मों की तुलना में छोटा और थोड़ा मोटा होता है। इसका छिलका पतला और हल्के पीले रंग का होता है, जबकि गूदा नरम, अत्यंत मीठा और खुशबूदार होता है। यह किस्म खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए बहुत उपयुक्त मानी जाती है, क्योंकि यह आसान पचने वाली और पोषक तत्वों से भरपूर होती है।

इसका पौधा आकार में छोटा होता है और इसकी खेती आमतौर पर कम लागत में हो जाती है। चिनिया केला 10 से 12 महीनों में फल देने लगता है। इसे नदी किनारे की उपजाऊ मिट्टी, और गर्म व आर्द्र जलवायु में अच्छे परिणाम मिलते हैं। हालांकि यह किस्म रोगों के प्रति थोड़ी संवेदनशील हो सकती है, लेकिन देखभाल के साथ अच्छी उपज देती है।

पोषण की दृष्टि से चिनिया केला में कार्बोहाइड्रेट, पोटैशियम, फाइबर, विटामिन B6 और विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह ऊर्जा प्रदान करता है, पाचन में सहायक होता है, और तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद माना जाता है।

निष्कर्ष:
चिनिया केला एक स्वादिष्ट, सुलभ और पौष्टिक फल है जो ग्रामीण भारत की खेती और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। इसकी मिठास, उपयोगिता और स्वास्थ्य लाभ इसे हर वर्ग के लोगों में लोकप्रिय बनाते हैं।

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