BASRAI DWARF BANANA

 

बसराई ड्वार्फ केला 

बसराई ड्वार्फ (Basrai Dwarf) भारत में उगाई जाने वाली एक प्रसिद्ध और वाणिज्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण केला किस्म है। यह विशेष रूप से महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में बड़े पैमाने पर उगाई जाती है। इसे “ड्वार्फ केला” इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका पौधा अपेक्षाकृत छोटा और मजबूत होता है, जो तेज हवाओं और बारिश में भी गिरता नहीं है।

बसराई ड्वार्फ केले का आकार मध्यम, थोड़ा मोटा और सिरों से गोल होता है। जब यह पकता है, तो इसका छिलका पीला और थोड़ा पतला हो जाता है। इसका गूदा नरम, मीठा और बिना बीज का होता है। यह किस्म बाजार में अधिक पसंद की जाती है क्योंकि यह देखने में आकर्षक, स्वाद में उम्दा और लंबे समय तक ताजा बनी रहती है।

इस किस्म का पौधा लगभग 5 से 6 फीट ऊंचा होता है और यह 12 से 13 महीनों में फल देना शुरू कर देता है। एक पौधे से औसतन 20–25 किलो तक केले मिल सकते हैं। इसकी खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु, साथ ही गहरी दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।

पोषण की दृष्टि से, बसराई ड्वार्फ केला कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन C और B6 से भरपूर होता है। यह त्वरित ऊर्जा देने, पाचन में सुधार करने, और हृदय स्वास्थ्य बनाए रखने में सहायक होता है।

निष्कर्ष:
बसराई ड्वार्फ केला अपनी उच्च उपज, मीठे स्वाद और मजबूत पौधों के कारण भारत में किसानों और व्यापारियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह घरेलू खपत के साथ-साथ निर्यात के लिए भी आदर्श किस्म मानी जाती है।

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