T-28 MACHINE
टी-28 मशीन (T-28 Machine) – रेलवे ट्रैक अनुरक्षण की आधुनिक तकनीक
टी-28 मशीन एक अत्याधुनिक रेलवे मशीन है जिसका उपयोग मुख्यतः रेल पटरियों की जांच, मरम्मत और अनुरक्षण के लिए किया जाता है। इसे भारतीय रेलवे में पटरियों को बेहतर स्थिति में बनाए रखने, संरक्षा बढ़ाने और समय की बचत के लिए शामिल किया गया है। इसका निर्माण गौर एवं वेगन (Plasser & Theurer) जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा किया गया है।
टी-28 मशीन का कार्य:
टी-28 एक ट्रैक टेम्पिंग मशीन (Track Tamping Machine) है। यह मशीन रेलवे पटरियों के नीचे बिछाए गए बैलास्ट (पत्थरों) को एक समान और सघन करती है ताकि पटरी का स्तर और संतुलन सही बना रहे। यह सुनिश्चित करता है कि ट्रेनों की गति के समय ट्रैक हिले न और यात्रियों को झटके न लगें।
प्रमुख विशेषताएँ:
- ऑटोमेटिक लेवलिंग और अलाइनमेंट सिस्टम: यह मशीन स्वचालित रूप से ट्रैक की ऊंचाई, स्तर और दिशा को सही करती है।
- हाई स्पीड वर्किंग कैपेसिटी: यह एक दिन में कई किलोमीटर तक ट्रैक टेम्पिंग कर सकती है।
- कम जनशक्ति की आवश्यकता: यह पूरी प्रक्रिया मशीन द्वारा संचालित होती है, जिससे मानव श्रम की जरूरत कम होती है।
- GPS और डिजिटल सिस्टम: मशीन में GPS और कंप्यूटर नियंत्रित निगरानी प्रणाली होती है जो कार्य की सटीकता को बढ़ाती है।
उपयोगिता:
- ट्रेनों की गति और सुरक्षा को बनाए रखना
- ट्रैक की लाइफ बढ़ाना
- समय और संसाधनों की बचत
निष्कर्षतः, टी-28 मशीन रेलवे पटरियों के अनुरक्षण में क्रांति लाने वाला उपकरण है। इसके उपयोग से भारतीय रेलवे और अधिक सुरक्षित, तेज़ और आधुनिक बनता जा रहा है।
Comments
Post a Comment