HASSAN TOWER

 

हसन टॉवर (Hassan Tower) 

हसन टॉवर मोरक्को की राजधानी रबत में स्थित एक ऐतिहासिक मीनार है, जो 12वीं शताब्दी की इस्लामी वास्तुकला का एक अनमोल उदाहरण मानी जाती है। इसका निर्माण 1195 ईस्वी में almohad वंश के शासक याकूब अल-मंसूर द्वारा शुरू किया गया था। उनका उद्देश्य यहाँ एक भव्य मस्जिद बनवाने का था, जो उस समय की दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद होती।

हालाँकि, याकूब अल-मंसूर की मृत्यु के बाद इस परियोजना को अधूरा छोड़ दिया गया, और मस्जिद का निर्माण पूरा नहीं हो सका। केवल 44 मीटर ऊँची यह मीनार (टॉवर) ही बन पाई, जबकि इसका मूल लक्ष्य लगभग 86 मीटर की ऊँचाई प्राप्त करना था।

हसन टॉवर आज एक अधूरे सपने का प्रतीक होने के बावजूद, रबत की पहचान बन चुका है। इसके चारों ओर अधूरे खंभों के अवशेष हैं, जो उस विशाल मस्जिद की योजना की झलक देते हैं। इस स्थान पर आने वाले पर्यटक न केवल इसकी वास्तुकला से प्रभावित होते हैं, बल्कि इतिहास की इस अधूरी कहानी को महसूस भी करते हैं।

हसन टॉवर के पास ही मोहम्मद पंचम मकबरा (Mausoleum of Mohammed V) स्थित है, जिसमें मोरक्को के राजा मोहम्मद पंचम और उनके पुत्रों की कब्रें हैं। यह संपूर्ण क्षेत्र मोरक्को के गौरव और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है।

आज हसन टॉवर एक शांत, ऐतिहासिक स्थल है जहाँ स्थानीय लोग और पर्यटक समान रूप से आते हैं। यह रबत की सबसे प्रमुख और आकर्षक स्थलों में से एक है, जो मोरक्को के वैभवशाली अतीत की गवाही देता है।

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