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BLACKOUT DURING WAR

युद्ध के दौरान ब्लैकआउट युद्ध के समय 'ब्लैकआउट' एक ऐसी स्थिति होती है, जब किसी क्षेत्र में सुरक्षा कारणों से सभी प्रकार की रोशनी को बंद कर दिया जाता है। इसका उद्देश्य दुश्मन की वायुसेना को लक्ष्य पहचानने से रोकना होता है, जिससे शहरों, सैन्य ठिकानों या महत्वपूर्ण इमारतों को हवाई हमलों से बचाया जा सके। ब्लैकआउट का उपयोग विशेषकर द्वितीय विश्व युद्ध जैसे बड़े युद्धों के दौरान बहुत किया गया था। ब्लैकआउट के दौरान शहर की सड़कों की बत्तियाँ, घरों के लाइट, दुकानें और वाहन की हेडलाइटें तक बंद कर दी जाती हैं या ढक दी जाती हैं। नागरिकों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने घरों की खिड़कियों को मोटे पर्दों या काले कागज़ से ढँक दें, ताकि कोई प्रकाश बाहर न जा सके। यह एक सामूहिक प्रयास होता है, जिसमें आम जनता की भागीदारी बेहद आवश्यक होती है। ब्लैकआउट से जीवन सामान्य रूप से प्रभावित होता है। रात के समय काम करना कठिन हो जाता है, आपातकालीन सेवाओं को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है और लोगों को डर व असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद, यह कदम युद्धकालीन रणनीति का एक अहम हिस्सा होता है, ...

WING COMMANDER VYOMIKA SINGH

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COLONEL SOFIA QUIRASI

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VIKRAM MISARI

 FOREIGN SECRETARY OF INDIA 

OPERATION SINDOOR

CHIEF COMMISSIONER OF RAILWAY SAFETY

  रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त (Chief Commissioner of Railway Safety)  भारत में रेल यात्रा देश की रीढ़ मानी जाती है। लाखों यात्री प्रतिदिन भारतीय रेल में सफर करते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। इसी उद्देश्य से “रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त” (Chief Commissioner of Railway Safety – CCRS) की नियुक्ति की जाती है। संगठन का परिचय: मुख्य आयुक्त रेलवे सुरक्षा का कार्यालय भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन कार्य करता है, न कि रेल मंत्रालय के अंतर्गत। इसका मुख्य कार्य रेलवे संचालन में सुरक्षा मानकों की निगरानी, जांच और निरीक्षण करना है। यह संस्था एक स्वतंत्र निकाय के रूप में कार्य करती है ताकि सुरक्षा से जुड़े निर्णय निष्पक्ष और पारदर्शी हों। मुख्य आयुक्त की भूमिका: रेल हादसों की जांच: जब कोई बड़ा रेल हादसा होता है, तो CCRS उसकी गहराई से जांच करता है। इसका उद्देश्य दुर्घटना के कारणों की पहचान करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाना होता है। नई रेलवे लाइनों का निरीक्षण: कोई भी नई रेल लाइन, पुल, सुरंग या अन्य संरचना जब तैयार ह...

CONSOLIDATED FUND OF INDIA

  भारत की समेकित निधि (Consolidated Fund of India) –  भारत की समेकित निधि (Consolidated Fund of India) देश की सबसे महत्वपूर्ण सरकारी निधि है। इसका उल्लेख भारतीय संविधान के अनुच्छेद 266(1) में किया गया है। इस निधि को भारत सरकार की मुख्य राजस्व निधि कहा जाता है और इसमें केंद्र सरकार की सभी आयें जमा होती हैं। समेकित निधि में शामिल स्रोत: कर राजस्व (Tax Revenue): इसमें आयकर, माल एवं सेवा कर (GST), सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क आदि से प्राप्त धनराशि शामिल होती है। गैर-कर राजस्व (Non-Tax Revenue): इसमें लाभांश, ब्याज, शुल्क, सेवा शुल्क, जुर्माने आदि से प्राप्त आय आती है। ऋण और उधार: केंद्र सरकार द्वारा लिया गया आंतरिक और बाह्य ऋण, साथ ही उसका पुनर्भुगतान भी इसी निधि में जोड़ा जाता है। व्यय: भारत सरकार द्वारा किए जाने वाले सभी खर्च, चाहे वह सामान्य प्रशासन पर हो, विकास कार्यों पर हो, रक्षा या सामाजिक कल्याण योजनाओं पर, उन्हें इसी निधि से किया जाता है। हालाँकि, इस निधि से कोई भी व्यय संसद की अनुमति के बिना नहीं किया जा सकता। यानी संसद की मंजूरी आवश्यक होती है। संसद द्वारा अनुमो...