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KALKAJI TEMPLE DELHI

  कालकाजी मंदिर  कालकाजी मंदिर , जिसे स्थानीय रूप से कालका मंदिर भी कहा जाता है, दिल्ली का एक प्रमुख और प्राचीन हिंदू धार्मिक स्थल है। यह मंदिर दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी इलाके में स्थित है, और माँ काली को समर्पित है। माना जाता है कि यह मंदिर लगभग 3000 वर्ष पुराना है और यहाँ पर माँ काली की शक्तिशाली उपस्थिति मानी जाती है। मंदिर की स्थापत्य शैली साधारण किंतु प्रभावशाली है। यह आठ कोनों वाला मंदिर है, जिसे अष्टकोणीय आकार में बनाया गया है। अंदर मुख्य गर्भगृह में माँ कालकाजी की काले पत्थर की प्रतिमा स्थापित है, जिसे भक्त बड़ी श्रद्धा से पूजते हैं। यहाँ पर नवरात्रों में विशेष पूजा और भंडारे का आयोजन होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। कालकाजी मंदिर की मान्यता है कि माँ काली यहाँ स्वयंभू रूप में प्रकट हुई थीं। भक्तों का विश्वास है कि यहाँ सच्चे मन से की गई प्रार्थना कभी व्यर्थ नहीं जाती। मंदिर के पास ही प्रसिद्ध लोटस टेम्पल स्थित है, जिससे यह स्थान पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गया है। मंदिर तक पहुँचना बेहद आसान है। नजदीकी मेट्रो स्टेशन कालकाजी...

AJMERI GATE DELHI

  अजमेरी गेट  अजमेरी गेट दिल्ली का एक ऐतिहासिक द्वार है, जो पुरानी दिल्ली की दीवारबंदी का हिस्सा था। इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के शासनकाल में 17वीं शताब्दी में हुआ था, जब उन्होंने शाहजहानाबाद (वर्तमान पुरानी दिल्ली) बसाया था। यह द्वार पश्चिम की ओर अजमेर शहर की दिशा में खुलता था, इसीलिए इसका नाम "अजमेरी गेट" पड़ा। यह द्वार शाहजहानाबाद शहर के उन 14 प्रवेश द्वारों में से एक था, जो शहर की सुरक्षा और आवाजाही के लिए बनाए गए थे। अजमेरी गेट का उपयोग खासकर उन लोगों द्वारा किया जाता था जो अजमेर शरीफ दरगाह या राजस्थान की ओर यात्रा करते थे। इस द्वार की स्थापत्य कला में मुग़ल वास्तुकला की झलक मिलती है, जिसमें ऊँची मेहराबें, लाल बलुआ पत्थर और सजावटी डिज़ाइन शामिल हैं। आज यह क्षेत्र दिल्ली के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक है, क्योंकि यहीं स्थित है नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का एक प्रमुख प्रवेश बिंदु — जिसे भी "अजमेरी गेट साइड" कहा जाता है। स्टेशन और उसके आसपास के इलाके में दिनभर भारी भीड़ रहती है, और यह व्यापार, परिवहन और ठहराव का केंद्र बन चुका है। अजमेरी गेट के प...

KHAN MARKET DELHI

  खान मार्केट  खान मार्केट भारत की राजधानी नई दिल्ली का एक प्रतिष्ठित और उच्च श्रेणी का बाजार है। यह बाजार 1947 के भारत-पाक विभाजन के बाद 1948 में स्थापित किया गया था, और इसका नाम एक स्वतंत्रता सेनानी और शरणार्थियों के समर्थक खान अब्दुल जब्बार खान के नाम पर रखा गया। खान मार्केट भारत के सबसे महंगे और समृद्ध बाज़ारों में गिना जाता है। यह बाज़ार डिप्लोमैटिक एन्क्लेव , लोधी रोड और सुंदर नगर जैसे उच्चवर्गीय क्षेत्रों के समीप स्थित है, इसलिए यहाँ आने वाले अधिकांश लोग प्रतिष्ठित, विदेशी और संपन्न वर्ग से होते हैं। यहाँ हाई-एंड ब्रांड्स , डिज़ाइनर बुटीक , गौरमेट कैफे , ब्यूटी सैलून , और बुक स्टोर्स की भरमार है। खान मार्केट की विशेषता यह है कि यह परंपरागत बाजारों की भीड़भाड़ से अलग, शांत, स्वच्छ और सुव्यवस्थित है। यहाँ पर फैशन परिधान , होम डेकोर , प्राकृतिक सौंदर्य उत्पाद , और विदेशी आयातित वस्तुएँ आसानी से मिल जाती हैं। इसके अलावा, खान मार्केट की कैफे और रेस्टोरेंट संस्कृति भी प्रसिद्ध है, जहाँ अंतरराष्ट्रीय व्यंजन, कॉफी और बेकरी आइटम मिलते हैं। यह बाज़ार सिर्फ खरीदारी ...

RED FORT DELHI

  लाल किला लाल किला , जिसे अंग्रेज़ी में Red Fort कहा जाता है, भारत की राजधानी दिल्ली का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर स्थल है। इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने सन् 1638 से 1648 के बीच करवाया था, जब उन्होंने अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली स्थानांतरित किया। यह किला यमुना नदी के किनारे स्थित है और इसकी दीवारें लाल बलुआ पत्थर से बनी होने के कारण इसे "लाल किला" कहा जाता है। लाल किला मुग़ल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें इस्लामी, फ़ारसी और भारतीय शैली का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है। किले के भीतर अनेक महत्वपूर्ण इमारतें हैं, जैसे – दीवान-ए-आम , दीवान-ए-खास , मुमताज़ महल , रंग महल , मोती मस्जिद , और हयात बख्श बाग़ । ये सभी भवन मुग़ल काल की भव्यता, शिल्पकला और सांस्कृतिक वैभव को दर्शाते हैं। लाल किले का ऐतिहासिक महत्व भी अत्यधिक है। 15 अगस्त, 1947 को भारत की स्वतंत्रता की घोषणा के बाद से हर वर्ष प्रधानमंत्री लाल किले से तिरंगा फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। यह परंपरा आज भी जारी है, जो इस किले को भारत की आज़ादी का प्रतीक बना देती है। 2007 में य...

RAIL BHAWAN DELHI

  रेलवे भवन  रेलवे भवन भारत सरकार के रेल मंत्रालय का मुख्यालय है, जो नई दिल्ली के हृदय स्थल, संसद मार्ग और रायसीना हिल्स के पास स्थित है। यह इमारत भारत की प्रशासनिक व्यवस्था में रेल सेवाओं के संचालन, नीति निर्माण और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। रेलवे भवन का निर्माण 20वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था और इसका वास्तुशिल्प ब्रिटिश औपनिवेशिक शैली से प्रेरित है। यह एक बहुमंजिला इमारत है, जो सफेद और लाल पत्थरों से बनी है। इसके चारों ओर हरियाली, सुरक्षा व्यवस्था और पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। इमारत का परिसर सुव्यवस्थित और उच्च सुरक्षा से युक्त है, क्योंकि यहाँ भारत सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी कार्यरत रहते हैं। यह भवन भारतीय रेल से संबंधित सभी प्रमुख नीतियों, बजट, संचालन और प्रशासनिक निर्णयों का केंद्र है। यहाँ से रेलवे की विभिन्न शाखाओं जैसे– यात्री सेवा, मालवाहन, इंजीनियरिंग, सिग्नलिंग, सुरक्षा, और वित्त का संचालन किया जाता है। प्रत्येक वर्ष जब रेल बजट की घोषणा होती थी, तब यही भवन उसकी तैयारी का केंद्र हुआ करता था (अब रेल बजट को सामान्य ...

NATIONAL ROSE GARDEN DELHI

  नेशनल रोज गार्डन  नेशनल रोज गार्डन (राष्ट्रीय गुलाब उद्यान) नई दिल्ली के चाणक्यपुरी क्षेत्र में स्थित एक अत्यंत सुंदर और सुव्यवस्थित पुष्प उद्यान है। यह बाग भारत सरकार द्वारा विकसित किया गया था और इसे देश का प्रमुख गुलाबों का संग्रहालय भी कहा जा सकता है। यह बगीचा उन लोगों के लिए एक स्वर्ग के समान है, जिन्हें फूलों से विशेष लगाव है, खासकर गुलाबों से। इस उद्यान में देश-विदेश से लाए गए सैकड़ों प्रजातियों के गुलाब लगाए गए हैं, जिनमें लाल, गुलाबी, पीले, सफेद, बैंगनी, नारंगी आदि रंगों के फूल देखने को मिलते हैं। प्रत्येक प्रजाति के गुलाब का नाम, उसकी उत्पत्ति और उसकी विशेषताओं की जानकारी पट्टियों पर अंकित की गई होती है, जिससे यह उद्यान शैक्षणिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बन जाता है। नेशनल रोज गार्डन का माहौल अत्यंत शांत और सुरम्य होता है। सुबह और शाम के समय यहाँ बड़ी संख्या में पर्यटक, फोटोग्राफर, बागवानी के छात्र और स्थानीय लोग सैर करने आते हैं। विशेष रूप से फरवरी और मार्च के महीनों में जब गुलाब पूरी तरह से खिलते हैं, तब यह स्थल अत्यधिक लोकप्रिय हो जाता है। इस दौरान यहाँ गुलाब...

CHANAKYA PURI DELHI

  चाणक्यपुरी चाणक्यपुरी नई दिल्ली का एक प्रमुख और विशिष्ट इलाका है, जिसे भारत की राजनयिक बस्ती (Diplomatic Enclave) के रूप में जाना जाता है। यह क्षेत्र भारत की राजधानी की योजना के तहत बनाया गया था और यहाँ विभिन्न देशों के दूतावास , राजनयिक मिशन , और आवासीय परिसर स्थित हैं। इस स्थान का नाम प्राचीन भारत के महान अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और चाणक्य नीति के जनक आचार्य चाणक्य के नाम पर रखा गया है। चाणक्यपुरी की योजना एडविन लुटियंस द्वारा बनाई गई थी और यह इलाका दिल्ली के सबसे सुंदर, हराभरा और सुव्यवस्थित क्षेत्रों में से एक है। यहाँ की चौड़ी सड़कें, हरे-भरे बाग-बगिचे और शांत वातावरण इसे बाकी भागों से अलग बनाते हैं। इस क्षेत्र में नेहरू पार्क जैसे विशाल हरित स्थल, नेशनल रोज गार्डन , और कई महत्वपूर्ण भवन जैसे संयुक्त राष्ट्र सूचना केंद्र , संस्कृति मंत्रालय , और भारत-आफ्रिका भवन स्थित हैं। चाणक्यपुरी में स्थित होटल अशोक भी एक प्रतिष्ठित भवन है, जहाँ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होते हैं। चाणक्यपुरी को अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों का केंद्र भी माना जाता है, जहाँ समय-समय प...