NALANDA BIHAR
नालंदा जिला (Nalanda District)
नालंदा भारत के बिहार राज्य का एक प्रमुख जिला है, जो ऐतिहासिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह जिला पटना से लगभग 95 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है और इसका मुख्यालय बिहार शरीफ (Bihar Sharif) है। नालंदा का नाम सुनते ही सबसे पहले विश्वप्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय का नाम मन में आता है, जो प्राचीन काल में शिक्षा और ज्ञान का सबसे बड़ा केंद्र था।
इतिहास और महत्व
नालंदा का इतिहास लगभग 5वीं शताब्दी से शुरू होता है, जब गुप्त सम्राट कुमारगुप्त प्रथम ने यहाँ विश्वविख्यात नालंदा महाविहार की स्थापना की थी। यह विश्वविद्यालय बौद्ध शिक्षा का केंद्र था, जहाँ हजारों छात्र और शिक्षक देश-विदेश से आकर अध्ययन और अध्यापन करते थे। यह संस्थान विशेष रूप से तर्कशास्त्र, चिकित्सा, गणित, खगोलशास्त्र, धर्म और दर्शन में प्रसिद्ध था। महान चीनी यात्री ह्वेनसांग (Xuanzang) और इत्सिंग (Yijing) ने यहाँ शिक्षा प्राप्त की थी और अपने लेखों में इस विश्वविद्यालय की प्रशंसा की थी।
12वीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी के आक्रमण के दौरान इस विश्वविद्यालय को नष्ट कर दिया गया था। हालांकि इसके खंडहर आज भी नालंदा की ऐतिहासिक गरिमा को दर्शाते हैं और यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Site) के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुके हैं।
भौगोलिक स्थिति और प्रशासन
नालंदा जिला गंगा के दक्षिण में स्थित है और इसके उत्तर में पटना, दक्षिण में नवादा, पूर्व में शेखपुरा और पश्चिम में गया जिला स्थित हैं। यह क्षेत्र मुख्यतः समतल है, लेकिन कुछ स्थानों पर छोटे पहाड़ भी पाए जाते हैं। जिले में कई नदियाँ बहती हैं, जिनमें पंचाने, जलार और फाल्गु प्रमुख हैं।
नालंदा जिला 20 से अधिक प्रखंडों में विभाजित है, जिनमें बिहार शरीफ, हिलसा, राजगीर, इस्लामपुर, सिलाव, नूरसराय आदि प्रमुख हैं।
राजगीर – प्राकृतिक और धार्मिक स्थल
नालंदा जिले में स्थित राजगीर एक और प्रमुख स्थल है, जो ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह स्थान बुद्ध और महावीर दोनों से जुड़ा है और बौद्ध, जैन और हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र है। यहाँ विष्णुपद मंदिर, गृद्धकूट पर्वत, वृहद बौद्ध स्तूप, और शांति स्तूप जैसे दर्शनीय स्थल हैं।
राजगीर में रज्जु मार्ग (ropeway) भी है, जो पहाड़ पर बने शांति स्तूप तक पहुँचने के लिए प्रयोग होता है। यह स्थान पर्यटकों को विशेष रूप से आकर्षित करता है।
विकास और शिक्षा
वर्तमान में नालंदा जिले में शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में निरंतर विकास हो रहा है। भारत सरकार द्वारा एक नया नालंदा विश्वविद्यालय भी स्थापित किया गया है, जो आधुनिक ढांचे में प्राचीन परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहा है।
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