PAWAPURI



पावापुरी (Pawapuri)

पावापुरी, जिसे "अपापपुरी" भी कहा जाता है, भारत के बिहार राज्य के नालंदा ज़िले में स्थित एक अत्यंत पवित्र जैन तीर्थस्थल है। यह स्थान विशेष रूप से जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर से जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि भगवान महावीर ने यहीं पर मुक्ति (निर्वाण) प्राप्त की थी।

धार्मिक महत्त्व

पावापुरी जैन धर्म के पाँच प्रमुख तीर्थों में से एक है। भगवान महावीर ने यहाँ अपना अंतिम उपदेश दिया और यहीं उनका महापरिनिर्वाण हुआ। उनके सम्मान में यहाँ जल मंदिर और समाधि मंदिर का निर्माण किया गया है।

जल मंदिर एक सुंदर सरोवर के बीचों-बीच स्थित है, जहाँ संगमरमर से बनी भगवान महावीर की चरण पादुका रखी गई है। यह मंदिर कमल के फूलों से घिरे एक सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है और श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत शांतिपूर्ण स्थान है।

पर्यटन और उत्सव

पावापुरी में हर वर्ष हजारों श्रद्धालु, विशेषकर जैन समुदाय के लोग, महावीर निर्वाण दिवस (दीपावली के दिन) पर आते हैं। इस अवसर पर यहाँ भव्य पूजा और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। पावापुरी की स्वच्छता, शांति और आध्यात्मिक वातावरण यहाँ आने वाले हर व्यक्ति को आकर्षित करता है।

सुविधाएँ और पहुँच

पावापुरी, बिहार शरीफ और राजगीर के बीच स्थित है। यह पटना से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर है और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। यहाँ धर्मशालाएँ और यात्री निवास भी उपलब्ध हैं।

निष्कर्ष

पावापुरी, न केवल जैन धर्म का बल्कि पूरे भारत का एक आध्यात्मिक रत्न है। इसकी पवित्रता, ऐतिहासिकता और प्राकृतिक सुंदरता इसे एक अद्वितीय तीर्थ स्थल बनाती है।


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