AZADI TOWER TEHRAN
आज़ादी टावर पर निबंध (लगभग 300 शब्द)
आज़ादी टावर (Azadi Tower), जिसे फारसी में "Borj-e Azadi" कहा जाता है, ईरान की राजधानी तेहरान का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्मारक है। यह टावर तेहरान के पश्चिमी भाग में स्थित है और शहर में प्रवेश करते समय सबसे पहले दिखाई देने वाले प्रमुख स्थलों में से एक है। यह टावर ईरान की पहचान और स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है।
इस टावर का निर्माण वर्ष 1971 में हुआ था, जब ईरान के शाह मोहम्मद रज़ा पहलवी ने ईरान की 2500 वर्षों की सम्राटीय परंपरा के उपलक्ष्य में इसका उद्घाटन किया। प्रारंभ में इसका नाम "शाहयाद टावर" (Shahyad Tower) रखा गया था, जिसका अर्थ था “शाह की स्मृति में।” लेकिन 1979 की ईरानी इस्लामी क्रांति के बाद इसका नाम बदलकर "आज़ादी टावर" रख दिया गया, जिसका अर्थ है "स्वतंत्रता का टावर"।
इसकी ऊँचाई लगभग 45 मीटर है और यह एक विशिष्ट ईरानी वास्तुकला का नमूना है, जिसमें इस्लामी, सासानी और आधुनिक डिज़ाइन का मिश्रण देखने को मिलता है। यह सफेद संगमरमर से बना है और इसकी मेहराब (arch) ईरानी स्थापत्य कला की सुंदरता को दर्शाती है।
टावर के अंदर एक संग्रहालय और एक छोटा भूमिगत हॉल भी है, जहाँ ईरान के इतिहास और संस्कृति से जुड़ी वस्तुएँ प्रदर्शित की गई हैं। यह स्थान राजनीतिक रैलियों, राष्ट्रीय उत्सवों और सांस्कृतिक आयोजनों का भी प्रमुख केंद्र है।
आजादी टावर न केवल तेहरान का प्रतीकात्मक प्रवेश द्वार है, बल्कि यह ईरान की संस्कृति, इतिहास और आत्म-सम्मान का भी प्रतीक बन चुका है।
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