DUOMO DI MILANO

 

डुओमो दी मिलानो (Duomo di Milano) 

डुओमो दी मिलानो, जिसे मिलान कैथेड्रल भी कहा जाता है, इटली के मिलान शहर का एक प्रमुख धार्मिक और स्थापत्य स्थल है। यह यूरोप के सबसे बड़े गिरजाघरों में से एक है और गोथिक स्थापत्य शैली का अद्भुत उदाहरण माना जाता है। इस गिरजाघर का निर्माण कार्य 1386 ईस्वी में शुरू हुआ था और इसे पूरा होने में लगभग छह शताब्दियों का समय लगा।

डुओमो की लंबाई लगभग 157 मीटर है और इसमें 135 मीनारें (spires) और 3,400 से अधिक मूर्तियाँ (statues) हैं। इसकी सबसे ऊँची मीनार पर सुनहरे रंग की ‘मैडोनिना’ की मूर्ति है, जो मिलान की संरक्षिका मानी जाती है। यह मूर्ति शहर के लगभग हर कोने से दिखाई देती है और यह स्थानीय लोगों के लिए गौरव और श्रद्धा का प्रतीक है।

गिरजाघर के अंदर शानदार सना हुआ काँच (stained glass windows), भव्य वेदी और प्राचीन मूर्तिकला कला देखने को मिलती है। यहाँ की वास्तुकला में फ्रांसीसी गोथिक, इटालियन गोथिक और पुनर्जागरण (Renaissance) शैली का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है।

डुओमो दी मिलानो सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि मिलान की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान भी है। पर्यटक इसकी छत पर जाकर पूरे शहर का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। यह स्थान श्रद्धालुओं, इतिहास प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए अत्यंत आकर्षण का केंद्र है।

डुओमो दी मिलानो मिलान शहर का दिल है, जो स्थापत्य कला, धार्मिक भावना और इतिहास का जीता-जागता प्रतीक है। यह गिरजाघर न केवल इटली, बल्कि पूरे यूरोप की सांस्कृतिक धरोहरों में एक अमूल्य रत्न है।

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