THE LAST SUPPER
द लास्ट सपर (The Last Supper)
द लास्ट सपर (The Last Supper) एक विश्वप्रसिद्ध चित्रकला है जिसे महान इतालवी चित्रकार लियोनार्डो दा विंची ने 15वीं शताब्दी में बनाया था। यह चित्र ईसा मसीह के अंतिम भोज को दर्शाता है, जो उन्होंने अपने 12 शिष्यों के साथ क्रूस पर चढ़ाए जाने से पहले किया था। यह चित्र ईसाई धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है।
यह चित्र 1495 से 1498 के बीच मिलान, इटली में स्थित "सांता मारिया डेल्ले ग्रात्सिए" नामक गिरजाघर की दीवार पर बनाया गया था। यह एक भित्तिचित्र (wall painting) है, जो लगभग 15 फीट ऊँचा और 29 फीट चौड़ा है। इसमें वह क्षण दिखाया गया है जब ईसा मसीह अपने शिष्यों को बताते हैं कि उनमें से एक उन्हें धोखा देगा। इस भावनात्मक क्षण को लियोनार्डो ने बहुत ही प्रभावशाली ढंग से चित्रित किया है।
चित्र में ईसा मसीह को केंद्र में दिखाया गया है और उनके दोनों ओर उनके शिष्य बैठे हैं। सभी के चेहरों पर अलग-अलग भाव – आश्चर्य, संदेह, दुख और क्रोध – बहुत ही बारीकी से उकेरे गए हैं। खासकर यहूदा (Judas) को, जिसने ईसा को धोखा दिया था, चित्र में अंधकार में दिखाया गया है।
यह चित्र कला, धर्म और इतिहास का अनमोल मिश्रण है। समय के साथ-साथ यह चित्र क्षतिग्रस्त हुआ, लेकिन इसे कई बार बहाल किया गया है। आज भी लाखों पर्यटक इसे देखने मिलान आते हैं।
द लास्ट सपर न केवल एक चित्र है, बल्कि यह विश्वास, विश्वासघात और आत्मबलिदान की कहानी को जीवंत करता है। यह पश्चिमी कला के इतिहास में एक अमर कृति मानी जाती है।
Comments
Post a Comment