RENAISSANCE
पुनर्जागरण (Renaissance)
पुनर्जागरण, जिसे अंग्रेज़ी में "Renaissance" कहा जाता है, यूरोप के इतिहास में एक महान सांस्कृतिक, बौद्धिक और कलात्मक आंदोलन था जो 14वीं से 17वीं शताब्दी तक चला। इसका आरंभ इटली के फ्लोरेंस शहर से हुआ और धीरे-धीरे पूरे यूरोप में फैल गया। "पुनर्जागरण" का अर्थ होता है – "पुनर्जन्म" या "नई जागृति"। यह आंदोलन मुख्य रूप से प्राचीन ग्रीक और रोमन सभ्यताओं की कला, साहित्य, विज्ञान और दर्शन के पुनर्जागरण से जुड़ा था।
पुनर्जागरण काल में मानव केंद्रित सोच (Humanism) को बढ़ावा मिला। लोग धर्म के बजाय मानव की शक्ति, तर्क, और ज्ञान पर विश्वास करने लगे। इस युग में वैज्ञानिक खोज, नई तकनीकों, और कला की अभिव्यक्तियों में जबरदस्त विकास हुआ। लियोनार्डो दा विंची, माइकलएंजेलो, राफेल, और डांते जैसे महान कलाकार और लेखक इसी काल में हुए।
विज्ञान के क्षेत्र में गैलीलियो और कोपरनिकस जैसे विद्वानों ने खगोलविज्ञान में नई दिशा दी। मुद्रण तकनीक का विकास भी इसी युग में हुआ, जिससे ज्ञान का प्रसार तेजी से हुआ। गुटेनबर्ग द्वारा छापाखाना विकसित किया गया जिसने पुस्तकों को आम जनता तक पहुँचाने में क्रांति ला दी।
पुनर्जागरण ने यूरोप को मध्ययुगीन अंधकार युग से बाहर निकालकर आधुनिक युग की ओर अग्रसर किया। इस युग ने लोकतंत्र, शिक्षा, विज्ञान, और व्यक्तिगत स्वतंत्रता जैसे विचारों को जन्म दिया, जो आज के आधुनिक समाज की नींव बन चुके हैं।
पुनर्जागरण केवल एक सांस्कृतिक आंदोलन नहीं था, बल्कि यह एक बौद्धिक क्रांति थी जिसने मानव सभ्यता की दिशा ही बदल दी और दुनिया को नए युग में प्रवेश कराया।
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