RUSKIN BOND
रसकिन बॉन्ड
रसकिन बॉन्ड भारत के प्रसिद्ध अंग्रेज़ी साहित्यकार हैं, जिन्होंने अपनी कहानियों, उपन्यासों और निबंधों के माध्यम से पाठकों के हृदय में विशेष स्थान बनाया है। उनका जन्म 19 मई 1934 को कसौली, हिमाचल प्रदेश में हुआ था। उनके पिता का नाम ऑब्रे बॉन्ड और माता का नाम एडिथ क्लार्क था। रसकिन बॉन्ड ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिमला में प्राप्त की। बचपन से ही उन्हें प्रकृति और किताबों से गहरा लगाव था।
उनका लेखन शैली सरल, संवेदनशील और हृदयस्पर्शी है। वे सामान्य जीवन की घटनाओं को इतनी सुंदरता से लिखते हैं कि पाठक उनसे जुड़ जाता है। उनकी प्रसिद्ध रचनाओं में “द ब्लू अम्ब्रेला”, “रूम ऑन द रूफ”, “द नाइट ट्रेन ऐट देओली”, और “टाइम स्टॉप्स ऐट शामली” प्रमुख हैं। उनकी कई कहानियाँ पहाड़ी जीवन, बचपन की मासूमियत, और मानव संवेदनाओं पर आधारित हैं।
रसकिन बॉन्ड अधिकतर समय मसूरी के लैंडौर में रहते हैं, जहाँ की प्राकृतिक सुंदरता उनके लेखन की प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने बच्चों के लिए भी अनेक मनमोहक कहानियाँ लिखी हैं जो मनोरंजक होने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की सीख देती हैं। उनकी रचनाएँ पाठकों को सरलता, प्रेम और प्रकृति के प्रति लगाव की भावना से जोड़ती हैं।
उन्हें 1992 में साहित्य अकादमी पुरस्कार और 1999 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। बाद में 2014 में उन्हें पद्मभूषण भी मिला। रसकिन बॉन्ड आज भी अपनी लेखनी के माध्यम से नई पीढ़ी को प्रेरित कर रहे हैं। वे भारतीय अंग्रेज़ी साहित्य के ऐसे रत्न हैं जिनकी कहानियाँ सादगी और मानवीय संवेदनाओं की मिसाल हैं।
निष्कर्ष:
रसकिन बॉन्ड का साहित्य प्रकृति, प्रेम और मानवीय भावनाओं का सुंदर संगम है, जो हर पाठक के मन को छू जाता है।
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