HOSHANGABAD
होशंगाबाद
होशंगाबाद मध्य प्रदेश राज्य का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला है, जो अब नर्मदापुरम के नाम से जाना जाता है। यह जिला नर्मदा नदी के किनारे स्थित है और इसकी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और धार्मिक महत्व इसे विशिष्ट बनाते हैं।
इस क्षेत्र का प्राचीन नाम नर्मदापुर था, परंतु बाद में इसका नाम होशंगशाह नामक मालवा के सुल्तान के नाम पर होशंगाबाद पड़ा। वर्ष 2022 में मध्य प्रदेश सरकार ने इसका नाम पुनः नर्मदापुरम रख दिया ताकि इसकी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को पुनः स्थापित किया जा सके।
यह नगर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है, जो भारत की सात पवित्र नदियों में से एक मानी जाती है। नर्मदा नदी यहाँ की प्रमुख जीवनरेखा है और इसके तट पर स्थित नर्मदा घाट, धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहाँ मकर संक्रांति और नर्मदा जयंती के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं।
होशंगाबाद का भौगोलिक स्थान भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित है, जिससे यहाँ का वातावरण अत्यंत रमणीय और शांत रहता है। यहाँ के घने जंगलों में अनेक वन्यजीव पाए जाते हैं, जैसे बाघ, तेंदुआ, चीतल और भालू। निकटवर्ती सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और पचमढ़ी इस क्षेत्र की प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिने जाते हैं।
होशंगाबाद की अर्थव्यवस्था कृषि, वन उत्पाद, और उद्योगों पर आधारित है। यहाँ पर स्थित सिक्का प्रेस (Security Printing Press) देश की प्रमुख मुद्रण संस्थाओं में से एक है, जहाँ सरकारी नोटों और सिक्कों की छपाई होती है।
शिक्षा के क्षेत्र में भी यह जिला अग्रणी है, जहाँ कई कॉलेज और विद्यालय हैं। यहाँ का गवर्नमेंट पी.जी. कॉलेज और विभिन्न तकनीकी संस्थान युवाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करते हैं।
निष्कर्षतः, होशंगाबाद या नर्मदापुरम एक ऐसा क्षेत्र है जो प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक महत्व, ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक विकास का सुंदर संगम प्रस्तुत करता है। नर्मदा की पवित्र धारा और सतपुड़ा की हरियाली इसे मध्य भारत का एक अनमोल रत्न बनाती हैं।
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