NITISH KUMAR WORKS FOR WOMEN
नीतीश कुमार का महिलाओं के लिए योगदान
नीतीश कुमार बिहार के ऐसे नेता माने जाते हैं जिन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण को अपनी नीतियों का केंद्र बनाया। उनके शासनकाल में महिलाओं की स्थिति को सुधारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाएँ चलाई गईं। वर्ष 2005 में जब उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री पद संभाला, तब से ही उन्होंने महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए।
सबसे चर्चित योजना “मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना” रही, जिसके तहत नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली बालिकाओं को स्कूल आने-जाने के लिए साइकिल दी गई। इस योजना ने ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शिक्षा दर में क्रांतिकारी बदलाव लाया। इसके अलावा “पोशाक योजना” और “मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना” ने भी बालिकाओं को शिक्षा जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
नीतीश कुमार ने पंचायत चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर उन्हें राजनीति में सक्रिय भागीदारी का अवसर दिया। इसके परिणामस्वरूप हजारों महिलाएँ आज ग्राम पंचायतों में नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं। यह कदम ग्रामीण समाज में महिलाओं के आत्मविश्वास और सामाजिक सम्मान को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हुआ।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए “महिला हेल्पलाइन 181” और “नारी सशक्तिकरण केंद्र” जैसी योजनाएँ शुरू की गईं। उन्होंने शराबबंदी लागू की, जिसका उद्देश्य महिलाओं को घरेलू हिंसा और सामाजिक बुराइयों से मुक्त करना था। यद्यपि इस नीति को लेकर मतभेद रहे, फिर भी इससे लाखों महिलाओं के जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
नीतीश कुमार का मानना है कि “बिना महिलाओं के विकास के, समाज का विकास अधूरा है।” उनके इन प्रयासों ने बिहार में महिलाओं की स्थिति को नई दिशा दी है और उन्हें शिक्षा, रोजगार और सम्मान के नए अवसर प्रदान किए हैं।
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