ONE PILLAR PAGODA HANOI
वन पिलर पगोडा (One Pillar Pagoda): हनोई की सांस्कृतिक धरोहर
वन पिलर पगोडा (One Pillar Pagoda), जिसे वियतनामी में “Chùa Một Cột” कहा जाता है, वियतनाम की राजधानी हनोई में स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। यह पगोडा अपने अद्वितीय वास्तुशिल्प और गहरी आध्यात्मिक मान्यता के लिए प्रसिद्ध है। यह वियतनाम का एक प्रतीकात्मक स्थल माना जाता है और देश की सांस्कृतिक पहचान का एक प्रमुख हिस्सा है।
इतिहास और पौराणिक कथा
वन पिलर पगोडा का निर्माण 11वीं शताब्दी में लाइ थाई टोंग (Lý Thái Tông) नामक सम्राट ने करवाया था। कथा के अनुसार, राजा को एक सपना आया जिसमें उन्हें बोधिसत्व देवी अवलोकितेश्वर (Goddess of Mercy – Quan Âm) ने एक कमल के फूल पर बैठा बच्चा सौंपा। इसके बाद राजा ने एक कमल के फूल के आकार का मंदिर बनवाने का निर्णय लिया, जो एक ही स्तंभ (pillar) पर खड़ा हो।
वास्तुकला की विशेषता
इस मंदिर की सबसे अनूठी बात यह है कि यह एकमात्र पत्थर के स्तंभ पर बना हुआ है, जो जमीन से लगभग 4 मीटर ऊँचा है। मंदिर की संरचना एक कमल के फूल की आकृति में है, जो बौद्ध धर्म में पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक है। यह मंदिर एक छोटे से तालाब के ऊपर स्थित है, जो उसे तैरते हुए कमल जैसा दृश्य प्रदान करता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व
- यह पगोडा बौद्ध भक्ति, विशेष रूप से देवी क्वान अम (Quan Âm) की पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।
- लोग यहाँ संतान प्राप्ति, स्वास्थ्य और मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करने आते हैं।
- यह स्थल वियतनामी संस्कृति और वास्तुशिल्प कला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
पर्यटन और संरक्षण
आज वन पिलर पगोडा एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन चुका है। यह हनोई आने वाले सभी पर्यटकों की सूची में शामिल होता है। वियतनाम सरकार ने इसे राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया है और इसके संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
निष्कर्ष
वन पिलर पगोडा न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह वियतनाम की आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक भी है। इसकी अनोखी बनावट और कथा इसे दुनिया भर के दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाती है।
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