ADDITIONAL SECRETARY
अतिरिक्त सचिव (Additional Secretary) भारत सरकार या राज्य सरकार के मंत्रालयों और विभागों में एक वरिष्ठ प्रशासनिक पद होता है। यह पद भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) या समकक्ष के उच्च अधिकारियों द्वारा संभाला जाता है। अतिरिक्त सचिव, सचिव या विशेष सचिव के अधीन कार्य करते हैं और मंत्रालय या विभाग की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों के संचालन में अहम भूमिका निभाते हैं।
अतिरिक्त सचिव का मुख्य कार्य मंत्रालय के विभिन्न अनुभागों का नेतृत्व करना, नीतिगत मामलों पर सुझाव देना, योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना और उच्च स्तर पर निर्णय लेने की प्रक्रिया में सहयोग करना है। वे मंत्रालय के सचिव को रिपोर्ट करते हैं और कभी-कभी किसी विशेष प्रोजेक्ट, योजना या नीति के प्रभारी भी बनाए जाते हैं।
इस पद पर कार्यरत अधिकारी आमतौर पर 25 से 30 वर्षों का प्रशासनिक अनुभव रखते हैं। उन्हें विभिन्न मंत्रालयों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सेवा देने का अनुभव होता है। उनका कार्य क्षेत्र वित्त, कानून, शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा, विदेश नीति या किसी अन्य विशिष्ट क्षेत्र से संबंधित हो सकता है।
अतिरिक्त सचिव को प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ संसदीय कार्यवाही, बजट तैयार करना, नीतिगत सुधार और अंतर-मंत्रालयी समन्वय जैसी जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ती हैं। वे अधीनस्थ संयुक्त सचिव (Joint Secretary), निदेशक, उप सचिव और अन्य अधिकारियों के कार्यों की निगरानी करते हैं।
यह पद अत्यंत जिम्मेदार और संवेदनशील माना जाता है क्योंकि यहां लिए गए निर्णय न केवल मंत्रालय बल्कि पूरे देश पर असर डाल सकते हैं। अतिरिक्त सचिव को मजबूत नेतृत्व क्षमता, विषय का गहन ज्ञान, त्वरित निर्णय लेने की योग्यता और जटिल परिस्थितियों में काम करने की क्षमता होनी चाहिए।
संक्षेप में, अतिरिक्त सचिव सरकार की नीतियों और योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कराने में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं और प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने में अहम योगदान देते हैं।
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