LAXMI KANT PYARE LAL
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल हिंदी सिनेमा के सबसे प्रसिद्ध और सफल संगीतकार जोड़ी में से एक रहे हैं। इस जोड़ी में लक्ष्मीकांत शांताराम कुडालकर और प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा शामिल थे। दोनों ने मिलकर 1960 से 1998 तक सैकड़ों हिंदी फिल्मों में संगीत दिया और भारतीय फिल्म संगीत को एक नई ऊँचाई प्रदान की।
लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल की जोड़ी ने पहली बार 1963 की फिल्म पारसमणि से लोकप्रियता प्राप्त की। इसके बाद दोस्ती (1964) ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक स्थायी पहचान दिलाई। इस फिल्म के लिए उन्हें पहला फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला। उनकी जोड़ी ने अमर अकबर एंथनी, सरगम, नागिन, शराबी, राम लखन, तीसरी मंज़िल, हम, सौदागर, मेरा गाँव मेरा देश जैसी सुपरहिट फिल्मों में संगीत दिया।
उनकी धुनों में भारतीय शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत और पश्चिमी संगीत का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता था। मोहम्मद रफी, किशोर कुमार, लता मंगेशकर, आशा भोसले, मन्ना डे जैसे गायकों के साथ उनकी जोड़ी ने कई कालजयी गीत दिए। उन्होंने लगभग 750 से अधिक फिल्मों में संगीत दिया, जो एक रिकॉर्ड है।
लक्ष्मीकांत का निधन 1998 में हुआ जबकि प्यारेलाल जी आज भी संगीत से जुड़े हुए हैं। इस जोड़ी की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वे हर तरह की फिल्म – रोमांटिक, सामाजिक, धार्मिक या एक्शन – में उपयुक्त और हिट संगीत देने में सक्षम थे।
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में बसी हुई है। उनका संगीत आज भी रेडियो, टेलीविज़न और समारोहों में सुनाई देता है, जो उनके अमर योगदान का प्रमाण है।
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