G P SIPPI
जी. पी. सिप्पी
जी. पी. सिप्पी (गोपाल पंती सिप्पी) हिन्दी फिल्म उद्योग के एक प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता और निर्देशक थे, जिन्हें विशेष रूप से 1975 की ऐतिहासिक फिल्म "शोले" के निर्माता के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म 14 सितंबर 1914 को कराची (अब पाकिस्तान में) हुआ था। विभाजन के बाद वे भारत आ गए और मुंबई में बस गए।
जी. पी. सिप्पी ने अपने करियर की शुरुआत 1950 के दशक में की थी। उन्होंने 1951 में फिल्म “संध्या” से निर्माता के रूप में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्मों का निर्माण किया, जिनमें शरारत (1959), ब्रह्मचारी (1968), अंदाज़ (1971) और सीता और गीता (1972) जैसी फिल्में शामिल हैं।
लेकिन उन्हें जो अमर बना गई वह थी 1975 में रिलीज़ हुई फिल्म "शोले"। रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित यह फिल्म हिन्दी सिनेमा की सबसे सफल और यादगार फिल्मों में से एक मानी जाती है। इसमें धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, जया भादुरी और अमजद ख़ान जैसे कलाकारों ने अभिनय किया। गब्बर सिंह का किरदार आज भी भारतीय सिनेमा का सबसे चर्चित खलनायक है।
जी. पी. सिप्पी की फिल्मों में मनोरंजन के साथ-साथ तकनीकी गुणवत्ता और भव्यता भी देखने को मिलती थी। उन्होंने अपने बेटे रमेश सिप्पी को भी फिल्म निर्देशन में मार्गदर्शन दिया, जिन्होंने आगे चलकर शोले, शक्ति और सागर जैसी बेहतरीन फिल्मों का निर्देशन किया।
जी. पी. सिप्पी ने फिल्म उद्योग में कई दशकों तक सक्रिय रहकर सैकड़ों कलाकारों और तकनीशियनों को मंच दिया। वे इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) के अध्यक्ष भी रहे।
उनका निधन 25 दिसंबर 2007 को मुंबई में हुआ। जी. पी. सिप्पी को भारतीय सिनेमा में उनके अतुलनीय योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
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