DIG
डीआईजी (DIG), जिसका पूरा नाम डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (Deputy Inspector General of Police) है, भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में एक उच्च पद है। यह रैंक इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IG) से नीचे और सीनियर सुपरिन्टेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) या सुपरिन्टेंडेंट ऑफ पुलिस (SP) से ऊपर होती है। डीआईजी आमतौर पर एक रेंज (Range) का प्रमुख होता है, जिसमें कई जिले शामिल होते हैं।
डीआईजी का मुख्य कार्य अपने रेंज के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों के पुलिस प्रशासन की निगरानी और समन्वय करना है। वह यह सुनिश्चित करता है कि कानून-व्यवस्था सुचारु रहे, अपराध नियंत्रण प्रभावी हो, और पुलिस बल अनुशासन एवं दक्षता के साथ काम करे। डीआईजी अपने अधीनस्थ एसएसपी, एसपी और अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देता है और गंभीर मामलों में स्वयं नेतृत्व करता है।
कानून-व्यवस्था के संदर्भ में, डीआईजी दंगे, बड़े अपराध, आतंकवादी घटनाएं, नक्सलवाद या अन्य गंभीर खतरों की स्थिति में विशेष बलों की तैनाती और रणनीतिक कार्रवाई की योजना बनाता है। वह पुलिस प्रशिक्षण, संसाधनों का प्रबंधन, और बल की क्षमता वृद्धि पर भी ध्यान देता है।
डीआईजी चुनाव, बड़े धार्मिक आयोजनों, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों और वीआईपी दौरे जैसे विशेष अवसरों पर सुरक्षा प्रबंध की निगरानी करता है। वह राज्य पुलिस मुख्यालय और जिलों के बीच समन्वय का प्रमुख माध्यम होता है।
इस पद पर कार्यरत अधिकारी आमतौर पर 14–16 वर्षों की सेवा पूरी कर चुके अनुभवी IPS अधिकारी होते हैं। डीआईजी को अपने क्षेत्र की सामाजिक, भौगोलिक और सुरक्षा संबंधी चुनौतियों की गहरी समझ होनी चाहिए, ताकि वह त्वरित और प्रभावी निर्णय ले सके।
इस प्रकार, डीआईजी पुलिस बल में एक अहम नेतृत्वकारी पद है, जो कई जिलों के कानून-व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन को दिशा देता है और पुलिस प्रशासन की कार्यक्षमता को उच्च स्तर पर बनाए रखता है।
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