Different sources of drinking water in India
भारत में, पीने का पानी विभिन्न प्राकृतिक और मानवनिर्मित स्रोतों से आता है:
1. **नदियाँ:** कई शहर और गाँव नदियों पर निर्भर करते हैं जो पीने के पानी का स्रोत बनती हैं। नदियों से पानी को शुद्ध करने के लिए साधारित्र प्लांट्स का अक्सर उपयोग होता है।
2. **तालाब:** ग्रामीण क्षेत्रों में, तालाब पीने के लिए स्थानीय पानी का स्रोत कारगर हो सकता है। हालांकि, जल की गुणवत्ता विभिन्न हो सकती है, और इसे शुद्ध करना आवश्यक हो सकता है।
3. **कुएं:** कुएं, खुदाई और बोर कुएं, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सामान्य हैं। जल की गुणवत्ता भौतिकीय स्थितियों पर निर्भर करती है, और कुछ कुएं को जल शोधन विधियों की आवश्यकता हो सकती है।
4. **हैंडपंप:** हैंडपंप्स को कुएं पर स्थापित किया जाता है जो पानी को मैन्युअल रूप से निकालने के लिए। इन्हें सामान्यत: ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है और ये भूमिगत स्रोतों से पानी निकाल सकते हैं।
5. **मोटर पंप:** मोटर पंप्स को कुएं, बोर कुएं, या नदियों से पानी निकालने के लिए उपयोग किया जाता है। इनमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को पानी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
6. **फ़िल्टर किया हुआ पानी:** जल शोधन इकाइयाँ दुश्मन और किटानुओं को हटाने के लिए लागू की जाती हैं। ये इकाइयाँ जल गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न शोधन विधियों का उपयोग कर सकती हैं।
7. **RO (रिवर्स ऑस्मोसिस) पानी:** RO सिस्टमें पानी को शुद्ध करने के लिए चरणों का व्यापक उपयोग किया जाता है, विशेषकर शहरी घरों में। इन सिस्टम्स में मेम्ब्रेन का उपयोग करके किटानुओं को हटाया जाता है, जिससे शुद्धीकरण का उच्च स्तर मिलता है।
पीने के पानी का चयन भूगोलीय स्थान, बांधक उपलब्धता, और पीने के पानी के गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के लिए आवश्यक जल उपचार के आधार पर होता है।
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