KARTIK POORNIMA

 **कार्तिक पूर्णिमा:**

**महत्व:**

कार्तिक पूर्णिमा, जिसे देव-दीपावली भी कहा जाता है, हिन्दू माह कार्तिक (सामान्यत: नवम्बर) के पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है। इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।

**धार्मिक महत्व:**

कार्तिक पूर्णिमा कई पौराणिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है। इस दिन को भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस को मारा था, और इसे भगवान विष्णु के मत्स्यावतार की जन्मदिन भी माना जाता है।

**संबंधित रीतिरिवाज और देवताएँ:**

भक्त अक्सर पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। दीपों और दियों को जलाना एक सामान्य प्रथा है, जो प्रकाश की जीत को प्रतिष्ठानित करती है।

**भूगोल:**

कार्तिक पूर्णिमा का उत्सव भारत भर में मनाया जाता है, खासकर पवित्र नगरों और नदी किनारों में। इस त्योहार के दौरान वाराणसी विशेष रूप से प्रसिद्ध है।

**प्रसिद्ध:**

इस त्योहार के लिए गंगा स्नान (गंगा में स्नान) प्रसिद्ध है, जो अत्यंत शुभ माना जाता है। राजस्थान के पुष्कर में, कार्तिक मेला को सांस्कृतिक घटनाओं, मेलों और दीपों के प्रकाश से सजाया जाता है।

कार्तिक पूर्णिमा एक आध्यात्मिक विचार, भक्ति, और दैहिक ब्रह्मांडीय शक्तियों का उत्सव है।

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