CAATSA
CAATSA कानून (Countering America’s Adversaries Through Sanctions Act)
परिचय:
CAATSA (काट्सा) का पूरा नाम Countering America’s Adversaries Through Sanctions Act है। यह एक अमेरिकी कानून है, जिसे वर्ष 2017 में अमेरिका की कांग्रेस द्वारा पारित किया गया था। इसका उद्देश्य अमेरिका के विरोधी देशों – रूस, ईरान और उत्तर कोरिया – पर आर्थिक और राजनीतिक दबाव डालना है, ताकि ये देश अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करें और वैश्विक स्थिरता को नुकसान न पहुंचाएं।
CAATSA का उद्देश्य:
CAATSA का मुख्य उद्देश्य उन देशों, संगठनों या व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाना है जो:
- अमेरिका के दुश्मन देशों से रक्षा उपकरण या ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा सौदा करते हैं।
- अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित देशों के साथ मिलकर कार्य करते हैं या उन्हें सहायता प्रदान करते हैं।
- किसी भी रूप में इन देशों की आर्थिक या सैन्य ताकत को बढ़ावा देते हैं।
प्रमुख खंड:
CAATSA कानून में कुल 18 खंड हैं, जिनमें से सबसे चर्चित Section 231 है। यह खंड उन देशों पर प्रतिबंध लगाने की अनुमति देता है जो रूस के रक्षा या खुफिया तंत्र से महत्वपूर्ण लेनदेन करते हैं। इसका मुख्य निशाना रूस की सैन्य कंपनियों और हथियारों की बिक्री है।
भारत और CAATSA:
भारत ने वर्ष 2018 में रूस से S-400 ट्रायंफ एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने का सौदा किया, जिसकी कीमत लगभग 5.43 अरब डॉलर थी। यह सौदा CAATSA के तहत संभावित प्रतिबंधों की श्रेणी में आता है। अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि भारत को इस सौदे के कारण प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंधों को देखते हुए अमेरिका ने भारत को अभी तक CAATSA के तहत दंडित नहीं किया है।
तुर्की और प्रतिबंध:
CAATSA कानून के तहत अमेरिका ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाए हैं, क्योंकि उसने भी रूस से S-400 प्रणाली खरीदी थी। अमेरिका ने तुर्की के रक्षा उद्योग निदेशालय और अधिकारियों को प्रतिबंधित किया, जिससे उसके हथियारों की खरीद-बिक्री पर असर पड़ा।
आलोचना और विवाद:
- स्वतंत्रता में हस्तक्षेप: कई देशों का मानना है कि CAATSA कानून अमेरिका की विदेशी नीति थोपने का तरीका है, जो उनकी रक्षा नीति और संप्रभुता में हस्तक्षेप करता है।
- रणनीतिक साझेदारों पर असर: भारत जैसे देशों को रूस जैसे पारंपरिक सहयोगियों से सैन्य खरीद करने में दिक्कत हो सकती है।
- वैश्विक व्यापार पर प्रभाव: यह कानून अंतरराष्ट्रीय रक्षा व्यापार को बाधित कर सकता है और देशों के बीच अविश्वास पैदा कर सकता है।
निष्कर्ष:
CAATSA एक अमेरिकी कानून है जिसका उद्देश्य रूस, ईरान और उत्तर कोरिया जैसी देशों को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करना है। यह कानून मित्र देशों पर भी प्रभाव डालता है, जिससे अमेरिका की वैश्विक छवि पर प्रश्नचिन्ह लगता है। भारत जैसे देश अपनी सुरक्षा जरूरतों के चलते रूस से रक्षा उपकरण खरीदने को मजबूर होते हैं, और ऐसे में CAATSA जैसे कानूनों से उनकी रक्षा नीतियों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। भारत ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि उसकी रक्षा नीति स्वतंत्र और राष्ट्रीय हितों पर आधारित है, और वह किसी एक ध्रुव पर निर्भर नहीं है।
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